Coca-Cola: भारत का महाकोला Thums Up अब विदेशी बाजार में मचाएगा धमाल, जानिए कोका कोला की क्या है तैयारी
आने वाले समय में मांग और बढ़ने की संभावना
हेनरिक ब्रौन के मुताबिक, आने वाले समय में भारत में कंपनी के प्रोडक्ट की मांग और बढ़ने की संभावना है। प्रोडक्ट की सेल और बढ़ेगी। सरकार भी बुनियादी ढांचे में निवेश करने और डिजिटल प्लेटफार्म पर एक नेटवर्क बनाने की कोशिश कर रही है। कोका-कोला, थम्स अप और स्प्राइट कार्बोनेटेड पेय, जॉर्जिया कॉफी और श्वेप्स सोडा के निर्माता ने भारत में मैन्युफैक्चिरिंग के लिए एक बिलियन डॉलर का निवेश किया है, जिससे प्रोडक्शन में और तेजी लाई जा सके। कंपनी अपने पोर्टफोलियो को और मजबूत करना चाहती है। इसके लिए कंपनी अब जूस और चाय सहित और ज्यादा ड्रिंकिंग प्रोडक्ट को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ना चाहती है। इसमें कॉफी, स्पोर्टस ड्रिंग और ग्लूकोज आदि शामिल हैं।
देश में बढ़ रहे स्टार्टअप
ब्रौन के मुताबिक, भारत एक ऐसे बाजार के रूप में है, जो “डिजिटलीकरण की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताय कि भारत में स्टार्टअप भी बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। ब्रौन के मुताबिक, भारत आने वाले समय में टॉप तीन या चार मार्केट में से एक हो सकता है। कोका-कोला इंडिया ने सितंबर तिमाही में 2.5 अरब कारोबार की जानकारी दी है। ब्रौन पिछले 25 सालों से ज्यादा समय से कंपनी में अलग-अलग लेवल पर काम करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी चीनी, नमक और फैट की मात्रा कम करते हुए प्रोडक्ट में न्यूट्रिशियन बढ़ाने के लिए अपने पोर्टफोलियो में बदलाव कर रही है। कंपनी ने इसी बदलाव के साथ कोका-कोला के कम चीनी वाले प्रोडक्ट कोक जीरो, डाइट कोक और थम्स अप चार्ज्ड को शामिल किया है।