CM आवास को गंगाजल से धोया तो पिछड़ों का अपमान नहीं हुआ… अखिलेश का BJP पर बड़ा वार, कांग्रेस को ये सुझाव
अखिलेश ने क्या कहा?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश के ताजा हालात को लेकर कांग्रेस को सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सब मिलकर साथ चलें तो भाजपा देश से भी बाहर हो जाएगी। राहुल गांधी से बातचीत होने के मसले पर मीडिया के सवालों के जवाब में अखिलेश ने कहा कि मैं इतना भी बड़ा नेता नहीं हूं कि बातचीत कर सुझाव दूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है। मुझे यह लगता है कि अब कांग्रेस की जिम्मेदारी बनती है, वह रीजनल पार्टीज को आगे करें। उनके साथ खड़े हों। इससे भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला किया जा सकता है।
पिछड़ों के अपमान की बात पर बरसे
अखिलेश ने कहा कि मैं देख रहा हूं, भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता से लेकर जमीनी नेता तक पिछड़ों के अपमान की बात कर रहे हैं। कह रहे हैं कि उन्होंने (राहुल गांधी) अपमान कर दिया। अखिलेश यादव ने इस पर कहा कि हमारे घर को, मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से भाजपा के लोगों ने धोया। मुख्यमंत्री के लोगों ने इस कार्य को कराया। उस समय पिछड़ों का अपमान नहीं हुआ था। अखिलेश ने तंज करते हुए कहा कि पिछड़ों के घर को आप गंगाजल धुलवाओगे।
सपा के एक कार्यकर्ता को आगे करते हुए उन्होंने कहा कि इसने एक स्थान पर गंगाजल छिड़क दिया तो उस पर मुकदमा हो गया। केस के कागज भी उन्होंने दिखाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास को कोई गंगाजल से धोए, वहां गंगाजल छिड़के तो किसी का कोई अपमान नहीं हुआ? उनके ऊपर जब कोई ऐसी बात आ जाती है तो मुकदमा लगा दिया जाता है। अखिलेश ने कहा कि गंगा जल छिड़कने से जगह शुद्ध हो जाता है। पाप समाप्त हो जाते हैं। हमारे मुख्यमंत्री आवास को जिसने धोया, गंगाजल छिलका, ऐसे में क्या उन पर धाराएं नहीं लगनी चाहिए?
भाजपा पर बोला करारा हमला
अखिलेश यादव ने मानहानि के मामले में भाजपा पर करारा हमला बोल दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि वे लोग कह रहे, राहुल गांधी ने अपमान कर दिया। बिना नाम लिए पीएम मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अगर आप यूपी में पिछले चुनावों में दिए गए भाषणों को सुनेंगे तो अपमान किसका कितना किया है, पता चल जाएगा। असली मानहानि का दावा तो इन पर ज्यादा होना चाहिए। 15 लाख के मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि एकाउंट में भेजने की बात हुई थी। चुनाव में घोषणा किए थे। पूरा नहीं किया। यह मानहानि का मुकदमा नहीं बनता है? लोकतंत्र में आप वादा करके पीछे हट गए हैं।