Chandigarh University:चंडीगढ़ से पहले अजमेर में हुआ देश का सबसे बड़ा एमएमएस कांड | Chandigarh University: india’s biggest MMS scandal happened in Ajmer | Patrika News
बात कर रहे है अजमेर सेक्स स्कैंडल की। ये 2022 की घटना है और वह 1992 की। ठीक 30 साल पहले। यह घटित हुए थी। देश में जब भी एमएमएस कांड या फिर सेक्स कांड की बात सामने आएगी। इस घटना ने समूचे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस घटना में एक बहुत ही नामी गर्ल्स स्कूल की 100 से अधिक स्कूली लड़कियों की अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण किया गया था। इस कांड का असली गुनाहगार कॉन्ग्रेस नेता और अजमेर शरीफ दरागाह का खादिम था। इसकामास्टरमाइंड था अजमेर शहर के यूथ कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष फारुक चिश्ती, नफीस चिश्ती और अनवर चिश्ती।
ऐसे किया शोषण…
एक पीड़िता ने कोर्ट को बताया कि वह अपने पुरुष मित्र के साथ थी तो उससे नफीस और फारूक उनसे कई बार मिले। एक दिन जब वह बस स्टैंड जा रही थीं तो नफीस और फारूक आए और उन्हें कांग्रेस में एक बड़ा प्रॉजेक्ट दिलाने का वादा किया। इनके सहयोगी सैयद अनवर चिश्ती ने कांग्रेस का फॉर्म लाकर भी दिया। फिर एक दिन जब वह स्कूल जा रही थी तो नफीश और फारूक रास्ते में मिल गए और कहा कार से स्कूल छोड़ देंगे। जान पहचान थी तो वह बैठ गई लेकिन गाड़ी स्कूल न जाकर फार्म हाउस पहुंच गई। पहले लगा किसी नेता से वह मुलाकात कराने लाया लेकिन फिर नफीस ने उसे दबोच लिया, ब्लात्कार किया और कहा कि मुंह खोला तो जान से मार देंगे। फिर उसने वीडियो बनाया और अश्लील तस्वीरें उतार ली। और कहा कि अगर वह अपनी सहेलियों को लेकर नहीं आती है तो फिर यह बात फैला दी जाएगी और इसके बाद सिलसिला शुरू हो गया…हर लड़की जो फंसती वह अपने आप को बचाने के लिए अपनी सहेली ले आती और फिर यह तब तक चलता रहा जब तक तस्वीरें अखबार में नहंी छप गई।
100 लड़कियों के साथ हुई थी दरिंदगी
अजमेर के ख्वाजा मुइनिद्दीन चिश्ती दरगाह से जुड़ा चिश्ती परिवार के लड़कों ने 100 लड़कियों का यौन शोषण किया था। इनका वीडियो और फोटो बनाकर सहेलियों को बुलाने के लिए मजबूर किया जाता था। यह एक पूरी चेन बन गई थी। 1992 में समय रील फिल्म का था तो जहां यह तस्वीरें बनाई जाती थी उसका करीगर भी इसमें शामिल हो गया और फिर महीनों तक इन लड़कियों को शोषण होता रहा। घटना खुलने पर कई लड़कियों ने आत्महत्या कर ली थी तो कई ने प्रयास किए थे।
मुझे अकेला छोड़ दो…
यह कांड इतना लंबा खींच रहा है कि कई लड़कियां अब दादी और नानी बन चुकी हैं। पिछले दिसंबर में में ही भारी अदालत में एक सामूहिक बलात्कार पीड़िता का गुस्सा पॉक्सो कोर्ट पर फूट पड़ा। वह जज, वकीलों और अदालत में मौजूद आरोपियों पर चिल्लाते हुए बोल उठी कि बार.बार कोर्ट क्यों बुला रहे हो, 30 साल हो गए, मैं अब एक दादी हूं और मुझे अकेला छोड़ दो तो सारी अदालत सन्न रह गयी थी।
बात कर रहे है अजमेर सेक्स स्कैंडल की। ये 2022 की घटना है और वह 1992 की। ठीक 30 साल पहले। यह घटित हुए थी। देश में जब भी एमएमएस कांड या फिर सेक्स कांड की बात सामने आएगी। इस घटना ने समूचे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस घटना में एक बहुत ही नामी गर्ल्स स्कूल की 100 से अधिक स्कूली लड़कियों की अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण किया गया था। इस कांड का असली गुनाहगार कॉन्ग्रेस नेता और अजमेर शरीफ दरागाह का खादिम था। इसकामास्टरमाइंड था अजमेर शहर के यूथ कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष फारुक चिश्ती, नफीस चिश्ती और अनवर चिश्ती।
ऐसे किया शोषण…
एक पीड़िता ने कोर्ट को बताया कि वह अपने पुरुष मित्र के साथ थी तो उससे नफीस और फारूक उनसे कई बार मिले। एक दिन जब वह बस स्टैंड जा रही थीं तो नफीस और फारूक आए और उन्हें कांग्रेस में एक बड़ा प्रॉजेक्ट दिलाने का वादा किया। इनके सहयोगी सैयद अनवर चिश्ती ने कांग्रेस का फॉर्म लाकर भी दिया। फिर एक दिन जब वह स्कूल जा रही थी तो नफीश और फारूक रास्ते में मिल गए और कहा कार से स्कूल छोड़ देंगे। जान पहचान थी तो वह बैठ गई लेकिन गाड़ी स्कूल न जाकर फार्म हाउस पहुंच गई। पहले लगा किसी नेता से वह मुलाकात कराने लाया लेकिन फिर नफीस ने उसे दबोच लिया, ब्लात्कार किया और कहा कि मुंह खोला तो जान से मार देंगे। फिर उसने वीडियो बनाया और अश्लील तस्वीरें उतार ली। और कहा कि अगर वह अपनी सहेलियों को लेकर नहीं आती है तो फिर यह बात फैला दी जाएगी और इसके बाद सिलसिला शुरू हो गया…हर लड़की जो फंसती वह अपने आप को बचाने के लिए अपनी सहेली ले आती और फिर यह तब तक चलता रहा जब तक तस्वीरें अखबार में नहंी छप गई।
100 लड़कियों के साथ हुई थी दरिंदगी
अजमेर के ख्वाजा मुइनिद्दीन चिश्ती दरगाह से जुड़ा चिश्ती परिवार के लड़कों ने 100 लड़कियों का यौन शोषण किया था। इनका वीडियो और फोटो बनाकर सहेलियों को बुलाने के लिए मजबूर किया जाता था। यह एक पूरी चेन बन गई थी। 1992 में समय रील फिल्म का था तो जहां यह तस्वीरें बनाई जाती थी उसका करीगर भी इसमें शामिल हो गया और फिर महीनों तक इन लड़कियों को शोषण होता रहा। घटना खुलने पर कई लड़कियों ने आत्महत्या कर ली थी तो कई ने प्रयास किए थे।
मुझे अकेला छोड़ दो…
यह कांड इतना लंबा खींच रहा है कि कई लड़कियां अब दादी और नानी बन चुकी हैं। पिछले दिसंबर में में ही भारी अदालत में एक सामूहिक बलात्कार पीड़िता का गुस्सा पॉक्सो कोर्ट पर फूट पड़ा। वह जज, वकीलों और अदालत में मौजूद आरोपियों पर चिल्लाते हुए बोल उठी कि बार.बार कोर्ट क्यों बुला रहे हो, 30 साल हो गए, मैं अब एक दादी हूं और मुझे अकेला छोड़ दो तो सारी अदालत सन्न रह गयी थी।