Chandigarh: बैंगनी और पीले रंग की भी होती है फूल गोभी… इसे खाने से मोटापा होता है कम, कैंसर से लड़ने में भी करती है मदद
किसान इस रंगीन गोभी को उगाकर भारी मुनाफा कमा सकते हैं। दिल्ली जैसे शहरों में रंगीन गोभी की भारी डिमांड हैं, किसानों को सफेद गोभी की बजाए रंगीन गोभी को उगाना चाहिए। इसे उगाने में सफेद गोभी जितना ही खर्च व मेहनत लगती हैं, अतिरिक्त खर्च की आवश्यकता नहीं हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अगर ज्यादा जानकारी चाहिए तो वे सेंटर पर आ सकता हैं। किसानों तक नवीनतम जानकारी पहुंचाने के लिए ही केंद्र पर विभिन्न सब्जियों का प्रदर्शन प्लांट लगाया जाता हैं।
विशेषज्ञ डॉ. अजय चौहान ने बताया कि पहले रंगीन शिमला मिर्च का चलन आया। जिसकी ना सिर्फ अच्छी डिमांड मार्किट में रही, बल्कि उत्पादकों ने भी अच्छा मुनाफा कमाया। आज भी रंगीन शिमला मिर्च का रेट मार्किट में अच्छा जाता है। उसी तर्ज पर अब सीईवी ने रंगीन गोभी का डेमोस्ट्रेशन प्लांट लगाया है। रंगीन गोभी का डैमोस्ट्रेशन देखने के लिए काफी किसान केंद्र पर पहुंच रहे हैं।
रंगीन गोभी बेचकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं किसान
उन्होंने कहा कि किसानों को सफेद गोभी के अलावा भी सोचना चाहिए, क्योंकि रंगीन गोभी की मार्केट लगातार बढ़ रही हैं। किसान सफेद गोभी के अलावा रंगीन गोभी को बेचकर ज्यादा मुनाफा सकता हैं। फिलहाल रंगीन गोभी की डिमांड छोटे शहरों में कम हैं, लेकिन दिल्ली जैसे शहरों में रंगीन गोभी की भारी डिमांड बनी हुई हैं।
रंगीन गोभी की खेती में नहीं आता ज्यादा खर्चा
जहां आमतौर पर सफेद गोभी करीब 20 रुपए किलो तक बिक जाती हैं, वहीं रंगीन गोभी की कीमत दोगुनी होती हैं। सफेद गोभी के मुकाबले रंगीन गोभी का ज्यादा भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को रंगीन गोभी को उगाने के लिए ज्यादा कुछ खर्च नहीं करना पड़ता हैं। जिस खर्च ओर मेहनत से सफेद गोभी हो जाती हैं, उसी में रंगीन गोभी भी उगाई जा सकती हैं।
70 दिनों में देती है फसल
उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर के आसपास रंगीन गोभी लगाई जा सकती हैं, जो 70 दिनों की फसल हैं। 70 दिनों में रंगीन गोभी की फसल तैयार हो जाती हैं। डॉ ने कहा कि रंगीन गोभी 800 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक हो सकती हैं।
बीमारियों पर कंट्रोल करने में सहायक होगी
उन्होंने कहा कि आजकल देखा जा रहा हैं कि लोग खानपान की वजह से मोटापे का शिकार, दिल की बीमारियों ओर कैंसर जैसी घातक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। जीवनशैली में लगातार परिवर्तन भी रहा हैं। जिससे लोग खानपान पर ध्यान न देने की वजह से रोगों की चपेट में आ जाते हैं। लेकिन अगर रंगीन गोभी को खाने में शामिल करेंगे तो उपरोक्त बीमारियों पर कंट्रोल करने में सहायक होगी।