CBI FIR Against Sisodia: दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया पहले आरोपी, CBI की एफआईआर की 5 बड़ी बातें जानिए

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CBI FIR Against Sisodia: दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया पहले आरोपी, CBI की एफआईआर की 5 बड़ी बातें जानिए

CBI FIR Against Sisodia: दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया पहले आरोपी, CBI की एफआईआर की 5 बड़ी बातें जानिए

नई दिल्ली: सीबीआई ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में 15 लोगों के नाम हैं। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने मुख्य आरोपी बनाया है। सीबीआई ने शुक्रवार को मध्य दिल्ली में सिसोदिया के आधिकारिक आवास और 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 20 अन्य स्थानों पर छापे मारे। केंद्रीय एजेंसी ने आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों से संबंधित भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत 17 अगस्त को दर्ज अपनी एफआईआर में 15 लोगों का नाम लिया है। सीबीआई की एफआईआर से जुड़ी मुख्य 5 बातें जानिए।

1-सीबीआई नेमनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर 1 बनाया
शराब घोटाले मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की परेशानी बढ़ने वाली है। सीबीआई ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को एफआईआर में पहला आरोपी बनाया है। सीबीआई की रेड कई घंटों तक चली। सीबीआई की ओर से दावा किया जा रहा है कि मामले में सिसोदिया के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। इन सबूतों के आधार पर मजबूत केस बनाया जा रहा है। ऐसे में मनीष सिसोदिया के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

2-मनीष सिसोदिया के सहयोगी को शराब कारोबारी ने एक करोड़ रुपये दिए
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के एक सहयोगी की ओर से संचालित कंपनी को एक शराब कारोबारी ने कथित तौर पर एक करोड़ रुपये का भुगतान किया। सीबीआई ने आबकारी नीति 2021-22 को तैयार करने और इसके क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार पर अपनी एफआईआर में यह दावा किया है। एफआईआर में कहा गया है कि मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विजय नायर, पर्नोड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय, ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढल और इंडोस्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रू सक्रिय रूप से पिछले साल नवंबर में लाई गई आबकारी नीति का निर्धारण और क्रियान्वयन में अनियमितताओं में शामिल थे। एजेंसी ने आरोप लगाया कि गुड़गांव में बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे, सिसोदिया के ‘करीबी सहयोगी’ हैं और आरोपी लोक सेवकों के लिए ‘शराब लाइसेंसधारियों से एकत्र किए गए अनुचित आर्थिक लाभ के प्रबंधन और स्थानांतरण करने में सक्रिय रूप से शामिल थे।’

3-पूर्व आईएएस आरव गोपी कृष्ण के ठिकानों पर छापेमारी

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति बनाने और उसके क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में एक एफआईआर दर्ज करने के बाद सिसोदिया और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी आरव गोपी कृष्ण के परिसरों के अलावा 29 स्थानों पर शुक्रवार को छापा मारा। उन्होंने बताया कि सात राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में 31 स्थानों पर छापेमारी की गई। दो अन्य लोक सेवकों के परिसरों पर भी छापेमारी की गई। देश के जिन स्थानों के विभिन्न ठिकानों पर छापे मारे गये उनमें दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलुरु शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि छापे के दौरान अपराध से संबंधित कई दस्तावेज, सामग्रियां और डिजिटल रिकॉर्ड आदि बरामद किये गये हैं। अधिकारियों के अनुसार, सिसोदिया, कृष्ण, पूर्व आबकारी उपायुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडेय को प्राथमिकी में नामजद किया गया है। आरोपियों की सूची में छह अन्य कारोबारी एवं दो कंपनियां शामिल हैं।

4-एफआईआर में कई कंपनियों के मालिकों का नाम
एफआईआर में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के अलावा तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपीकृष्णा, तत्कालीन आबकारी उपायुक्त आनंद तिवारी, आबकारी अतिरिक्त आयुक्त पंकज भटनागर, एंटरटेनमेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ऑनली मच लाउडर के सीईओ विजय नायर, पेरनोड रिकार्ड के पूर्व कर्मी मनोज राय, ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमनदीप ढल, इंडोस्प्रिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रु, बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, फर्म बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड, दिनेश अरोड़ा, फर्म महादेव लिकर्स, महादेव लिकर्स के वरिष्ठ अधिकारी सन्नी मारवाह, अरुण रामचंद्र पिल्लई, अर्जुन पांडे और अज्ञात का नाम शामिल है।

5-लाइसेंस धारकों को ऐसे पहुंचाया गया फायदा
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि सिसोदिया और अन्य आरोपी नौकरशाहों ने टेंडर के बाद लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ देने के इरादे से सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना आबकारी नीति 2021-22 से संबंधित सिफारिश की और निर्णय लिया। इसमें कहा गया है कि एंटरटेनमेंट और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ विजय नायर, पर्नोड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय, ब्रिंडको स्प्रिट्रिस के मालिक अमनदीप ढाल और इंडोस्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रू सक्रिय रूप से आबकारी नीति तैयार करने और उसे लागू करने में हुई गड़बड़ी में शामिल रहे हैं।

क्या है नई शराब पॉलिसी
दिल्ली में पिछले साल नई आबकारी नीति लागू की गई थी। जिसके मुताबिक दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया था। इनमें 849 लाइसेंस आवंटित किए गए थे। इन 32 जोन में हर एक जोन में औसतन 26 से 27 शराब की दुकानें खुल रही थीं। दिल्ली में अभी तक 60 फीसदी दुकानें सरकारी और 40 फीसदी निजी हाथों में थीं लेकिन इस नीति के बाद 100 फीसदी दुकाने निजी हाथों में चली गई थीं।

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