महिला सशक्तिकरण के कार्यकर्म में ही बीवी को ज़िंदा जला डाला

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देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब केरल में एक महिला को उसके पति ने पेट्रोल उड़ेलकर जिंदा जला दिया। पीड़िता की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दिल दहला देने वाली यह घटना त्रिचूर जिले की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जीतू (23) 29 अप्रैल को महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चंगालुर गई थीं। पीड़िता का पति विराज भी वहां पहुंच गया और कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही उसने जीतू पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी थी। उन्हें आनन-फानन में ऑटो से त्रिचूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। पुलिस ने बताया कि जीतू सरकार संचालित गरीबी उन्मूलन और महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम (कुडुंबाश्री) में हिस्सा लेने गई थीं। जानकारी के मुताबिक, विराज और जीतू की छह साल पहले शादी हुई थी, लेकिन दोनों के संबंध ठीक नहीं चल रहे थे। उन्होंने हाल में ही तलाक की अर्जी दाखिल की थी।

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मदद के लिए कोई नहीं आया सामने: जीतू के पिता जनार्दन ने बताया कि घटनास्थल पर किसी ने उनकी बेटी की मदद नहीं की थी। उन्होंने कहा, ‘घटना के वक्त पंचायत सदस्य और कुडुंबाश्री के कार्यकर्ता वहां मौजूद थे, लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए सामने नहीं आया था।’ पुलिस ने बताया कि पीड़िता बैठक स्थल से भागकर बाहर निकली और ऑटोरिक्शा कर अस्पताल पहुंची थी। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से महिलाओं से दुष्कर्म और हिंसक घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। कुछ सप्ताह पहले ही उत्तर प्रदेश के संभल में एक महिला पर केरोसीन तेल डालकर जिंदा जला दिया गया था। पीड़िता 70 फीसद तक झुलस गई थी। जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला के घर में घुसकर छेड़छाड़ करने का प्रयास किया था। बता दें कि ये दोनों घटनाएं ऐसे समय सामने आईं जब कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर देश भर में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े कानून को और सख्त करने की मांग की उठ रही है। केंद्र सरकार ने 12 साल या उससे कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में मृत्युदंड का प्रावधान कर दिया है।