हमीरपुर- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की हुई घोषणा, बीहड़ी जमीनों के दाम में हुई बढ़ोत्तरी

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हमीरपुर: स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी की बात क्योंकि जल्द ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे द्वारा जनता को यात्रा करने में नहीं होगी कोई परेशानी. हमीरपुर में यातायात के संसाधनों में काफी कमी पाई गई है. अभी भी जिले में 95 फीसदी लोग रेलवे की सुविधा से वंचित है.

बता दें कि कानपूर-बांदा रेलवे लाइन पर सिर्फ छह ही स्टेशन है. ऐसे में सरकार द्वारा हमीरपुर में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर स्थानीय जनता में खासी उत्सुकता भारी पड़ी हुई है. इस एक्सप्रेस-वे की लंबी जिले में 115 किमी होगी. जो बीहड़ इलाकों से होकर जाएगी.

बीहड़ी इलाकों में जमीनों के भाव में हुई बढ़ोत्तरी

आपको बता दें कि जब से क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की घोषणा हुई है तब से बीहड़ी में कम दमों में बिकने वाली जमींनों के दाम एकदम से आसमान छूने लगे है. चित्रकूट से बनाए जाने वाले एक्सप्रेस-वे की लंबाई 2898 किमी होगी. यह एक्सप्रेस-वे बांदा होते हुए इचौली गांव के पास से प्रवेश करेगा. इसके बनाने के बाद से विकास काफी देखा जा सकता है. क्योंकि एक्सप्रेस-वे के किनारे होटल, रेस्टुरेंट और पेट्रोल पंप आदि संचालित होने के बाद से रोजगार के अवसर बढ़ेगा. मुस्करा जैसे कस्बे में बाईपास जैसी समस्या का समाधान भी होता दिख रहा है.

Fast 3 -

किन जगहों से होकर प्रवेश करेगी

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद इचौली से मौदहा, गहरौली, मुस्करा, जरिया, गोहांड और धसान नदी के किनारे जिगनी नदी को पार जिला जालौन की सीमा में एक्सप्रेस-वे प्रवेश करेगी. जो आगे चलकर यमुना एक्सप्रेस-वे से कन्नौज के पास जुड़ेगी.

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यूपी स्टेट हाईवे अथारिटी कराएगा निर्माण

लोनिवि के अधिशाषी अभियंता अवधेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का नक्शा जारी किया गया है. इस एक्सप्रेस-वे से करीब छोटे-बड़े समेत 50 गांव इस एक्सप्रेस-वे से जुड़ेंगे. इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण यूपी स्टेट हाईवे अथारिटी द्वारा किया जायेगा.

ग्रामीणों को लाभ

इस एक्सप्रेस-वे को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि एक्सप्रेस-वे के बनने से पिछड़े गांव और कस्बों के लोगों को लाभ प्राप्त होगा. इससे यह पर विकास भी आने की संभावना है. सबसे बड़ी चीज जो मिलगी ग्रामीणों को इस दौरान यातायात संबंधी परेशानियों से निजात मिलेगा. इससे ग्रामीण अपनी उपज आसानी से दूसरे महानगरों में जाकर बेज सकेंगे. इससे सभी चाहे वो किसान हो या फिर व्यापारी सभी में खुशी का माहौल साफ देखने को मिला है. सरकार का यह सबसे बड़ा तोहफा होगा.

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