ब्राइटलैंड स्कूल केस: आरोपी छात्रा ने कहा मैं निर्दोष, टीचर्स ने मुझे फंसाया

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लखनऊ के ब्राइटलैंड स्कूल केस में एक नया मोड़ आ गया है. जिस लड़की पर पहली कक्षा के छात्र पर हमला करने का आरोप है उस छात्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बता दिया है. छात्रा का कहना है कि मैं निर्दोष हूँ और टीचर्स और मैनेजमेंट मुझे साज़िश के तहत फंसा रहे हैं. आरोपी छात्रा ने अपनी सफाई में कहा कि कुछ दिनों पहले मेरे कुछ शिक्षकों की, मेरे माता-पिता और मेरे साथ कुछ बहस हुई थी और मुझे शक है कि टीचर्स उसी खुंदक के चलते मुझे फंसा रहे हैं.

मैंने बच्चे को पहले कभी नहीं देखा

छात्रा के इस बयान के बाद ब्राइटलैंड स्कूल केस में एक नया मोड़ आ गया है. टीचर्स पर आरोप लगाने के अलावा उसने और भी कई खुलासे किये हैं. आरोपी छात्रा का कहना है कि मेरा और उस बच्‍चे का कभी आमना-सामना नहीं हुआ. बच्‍चे को मेरे सामने लाने से पहले उसे मेरी फोटो दिखाई गई. स्‍कूल मैनेजमेंट ने बताया कि बच्‍चे ने मुझे पहचान लिया है. पिछली साल नवंबर से मेरे छोटे बाल हैं लेकिन बच्‍चे ने मेरी पुरानी फोटो में मुझे पहचाना, जिसमें मेरे बड़े बाल हैं.

आरोपी लड़की का कहना है कि मैं चाहती हूं कि इस मामले की पूरी पड़ताल होनी चाहिए ताकि असली आरोपी पकड़ में आ सके. अगर मैं निर्दोष हूं तो मुझे मुक्‍त कर देना चाहिए. और मुझे पता है मैं निर्दोष हूं.

victim student -

स्कूल प्रिंसिपल भी दोषी

बता दें कि इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले स्‍कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया था क्‍योंकि स्कूल में नियमों की अऩदेखी की गई. नियमों के मुताबिक जिस-जिस जगह पर कैमरे होने चाहिए वहां पर कैमरे नहीं लगाए गए हैं. इसके अलावा स्कूल के स्टॉफ का प्रबंधन भी ठीक नहीं पाया गया. इतना ही नहीं, इतनी बड़ी वारदात के बाद इस घटना को छिपाने की कोशिश भी की गई, जोकी बहुत बड़ी लापरवाही थी.

ये हुआ था उस दिन

लखनऊ के ब्राइटलैंड कॉलेज नाम के स्कूल में पढ़ने वाला पहली कक्षा का छात्र स्कूल वॉशरूम में ज़ख़्मी हालत में मिला था. बच्चे के हाथ-पैर बंधे हुए थे और उसके शरीर पर किसी नुकीली चीज़ के ज़ख़्म मिले. बच्चे का कहना है कि प्रार्थाना के समय स्कूल यूनिफॉर्म में कोई लड़की उसे खींचकर बाथरूम में ले गई और वहां पहले वाइपर और फिर नुकीली चीज़ से मारा. बच्चे का कहना है कि लड़की बोल रही थी कि उसे मारने से स्कूल में छुट्टी हो जाएगी.