Breaking News मेडिकल स्टोर में छिड़का पेट्रोल, संचालक को जिंदा जलाने की को शिश | Petrol sprinkled in the medical store, attempts to burn the operator | Patrika News
जबलपुरPublished: Jan 04, 2023 09:04:04 pm
बदमाश ने साथी के साथ दिया वारदात को अंजाम, मांगी थी 25 हजार रुपए की रंगदारी
जबलपुर, कई संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाश और उसके साथी ने एक मेडिकल स्टोर संचालक से मंगलवार रात 25 हजार रुपए रंगदारी मांगी। संचालक ने रुपए देने से इंकार किया, तो दोनों उसकी दुकान पहुंचे और संचालक को जिंदा जलाने के मकसद से स्टोर में पेट्रोल छिड़का। आरोपी माचिस जला पाते, इसके पूर्व संचालक ने मदद की आवाज लगाई, तो उसके परिजन वहां पहुंच गए, जिन्हें देखकर आरोपी वहां से भाग निकले। मामले में पुलिस ने बदमाश को बुधवार को गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई कर जेल भेज दिया।
रांझी पुलिस ने बताया कि रावण पार्क निवासी आशुतोष पाठक की बड़ा पत्थर में अशोक मे डिकोज नाम से दुकान है। मंगलवार रात वह दुकान में था। तभी शातिर बदमाश बड़ा पत्थर निवासी सूर्यकांत गुप्ता उर्फ निक्की गुप्ता का गुर्गा विक्की लेफ्टी उसकी दुकान पहुंचा। विक्की ने आशुतोष को धमकाया और एक घंटे के भीतर 25 हजार रुपए की मांग की। रुपए न मिलने पर उसे जान से खत्म करने की धमकी दी। रात साढ़े आठ बजे एक बार फिर विक्की दुकान पहुंचा और बोला कि निक्की ने भेजा है, रुपए दो। आशुतोष ने इंकार कर दिया। जिसके बाद विक्की वहां से चला गया। लगभग दस बजे सूर्यकांत उर्फ निक्की और विक्की फिर से आशुतोष की दुकान पहुंचे। उनके पास पेट्रोल से भरी एक बॉटल थी। रुपए नहीं मिलने पर दोनों ने दुकान में पेट्रोल छिड़का और आग लगाने की कोशिश की। इस दौरान आशुतोष ने मदद की आवाज लगाई। उसकी आवाज सुनकर उसके चाचा संदीप पाठक, संजय पाठक और अजय शर्मा वहां पहुंच गए, जिन्हें देखकर आरोपियों ने मौके पर ही बॉटल फेंकी और भाग निकले। जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और पेट्रोल की खाली बॉटल जब्त कर ली। मामले में अ भिषेक की रिपोर्ट पर दोनों बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।
गिरफ्तारी फिर एनएसए
मामला दर्ज होते ही हरकत में आई पुलिस ने सूर्यकांत गुप्ता उर्फ निक्की को दबोच लिया। उसका आपरा धिक रिकॉर्ड जांचा गया, तो पता चला कि वह वर्ष 2015 से लगातार आपरा धिक वारदातों को अंजाम दे रहा है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, अवैध वसूली, चाकूबाजी, मारपीट, आर्म्स एक्ट, गवाहों को धमकाने के लगभग 15 आपरा धिक प्रकरण दर्ज थे। जिसे देखते हुए पुलिस ने उसके खिलाफ एनएसए का प्रकरण तैयार कर जिला दण्डा धिकारी को भेजा। जहां से उसके खिलाफ एनएसए का वारंट जारी किया गया। पुलिस ने सूर्यकांत को वारंट तामील कराया और उसे जेल भेज दिया।