BPCL latest news: प्राइवेट होने जा रही बीपीसीएल का बड़ा दांव, इस कंपनी का किया मर्जर

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BPCL latest news: प्राइवेट होने जा रही बीपीसीएल का बड़ा दांव, इस कंपनी का किया मर्जर

नई दिल्ली: दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतों मे आए उछाल के बीच देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने बड़ा कदम उठाया है। प्राइवेट होने जा रही इस कंपनी ने मध्य प्रदेश के बीना स्थित अपनी सहायक रिफाइनरी भारत ओमान रिफाइनरीज लिमिटेड (BORL) का अपने में मर्जर करने की घोषणा की है। इस मर्जर से दोनों कंपनियों को पारस्परिक रूप से लाभ मिलने की उम्मीद है। बीपीसीएल और उसके समूह की कंपनियों की तेल और गैस उद्योग की अपस्ट्रीम, रिफाइनिंग और डाउनस्ट्रीम मूल्य चेन में महत्वपूर्ण उपस्थिति है, जबकि बीओआरएल पाइपलाइनों के नेटवर्क के माध्यम से उत्तरी और मध्य भारत में उत्पाद सुरक्षा और रसद पहुंचाती है।

BORL अभी बीपीसीएल की फुली ऑन्ड सब्सिडियरी है। यह मध्य प्रदेश के बीना में एक रिफाइनरी ऑपरेट करती है जिसकी सालाना क्षमता 78 लाख टन है। बीपीसीएन ने इसमें ओमान ऑयल (Oman Oil) की हिस्सेदारी खरीद ली थी। बीपीसीएल की मुंबई में 1.2 करोड़ टन और केरल के कोच्चि में 1.55 करोड़ टन क्षमता की रिफाइनरीज हैं। बीपीसीएल का कहना है कि इस मर्जर से उसे रिफाइनरीज के लिए कच्चे तेल की खरीद में फायदा होगा। साथ ही इससे रिफाइनरीज के लिए प्रॉडक्शन प्लानिंग और प्रॉडक्ट मिक्स में भी क्षमता के अधिकतम इस्तेमाल में मदद मिलेगी।

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क्या फायदा होगा
बीपीसीएल के सीएमडी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि चूंकि ऊर्जा परिदृश्य में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं। बीपीसीएल ने ऊर्जा क्षेत्र में अपना विस्तार करने और भविष्य के विकास और स्थिरता के लिए विविधता लाने के लिए निश्चित योजनाएं तैयार की हैं। बीना रिफाइनरी के मर्जर के साथ हम तेजी से बदलते ऊर्जा बाजार में अधिक प्रभावी और लाभप्रद रूप से प्रतिस्पर्धा करने की क्षमताओं का निर्माण करेंगे। बीना रिफाइनरी के पास अपने उत्पादों को खपाने के लिए बीपीसीएल का मार्केटिंग नेटवर्क अबाध रूप से उपलब्ध होगा।

उन्होंने कहा कि बीना रिफाइनरी के पास उपलब्ध बड़े भूखंड के लिए कई नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं, 1.2 एमएमटीपीए एथिलीन क्रैकर यूनिट और पेट्रोकेमिकल बुनियादी ढांचे की परिकल्पना की गई है। विलय के बाद, अधिक लागत वाली इन परियोजनाओं की तेजी से समाप्ति की वित्तीय प्रक्रियाएं पूरी हो सकेंगी। इसके अतिरिक्त, उन्हें बीपीसीएल के समर्थन कार्यों, व्यावसायिक प्रक्रियाओं और टैलेंट पूल का भी लाभ मिलेगा। मुंबई, कोच्चि और बीना में भारत पेट्रोलियम की रिफाइनरियों की संयुक्त शोधन क्षमता लगभग 35.3 एमएमटीपीए है।

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बीपीसीएल का निजीकरण
बीपीसीएल के मार्केटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में प्रतिष्ठान, डिपो, रिटेल आउटलेट, विमानन सेवा स्टेशन और एलपीजी वितरक का नेटवर्क शामिल है। इसके वितरण नेटवर्क में 20,000 से अधिक रिटेल आउटलेट, 6,100 से अधिक एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप, 733 ल्यूब डिस्ट्रीब्यूटरशिप, 123 पीओएल स्टोरेज लोकेशन, 53 एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, 60 एविएशन सर्विस स्टेशन, 3 ल्यूब ब्लेंडिंग प्लांट और 4 क्रॉस-कंट्री पाइपलाइन शामिल हैं। दूसरी ओर बीना रिफाइनरी एक बहुपयोगी रिफाइनरी है जो 47 प्रकार के क्रूड को रिफाइन करती है। सरकार बीपीसीएल का निजीकरण करना चाहती है लेकिन फिलहाल इस पर बात नहीं बन पा रही है।

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