योगी राज में भी होगा जमकर नाच-गाना, खूब सजेगी महफ़िल

353

उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के संसदीय क्षेत्र रहे गोरखपुर में पहली बार ‘गोरखपुर महोत्सव’ आयोजित करने का फैसला लिया है. इस आयोजन के पीछे सरकार की मंशा है कि इस क्षेत्र को टूरिस्टों के लिए आकर्षित किया जाए. जिससे यहाँ व्यापार और पर्यटन की संभावनाएं बढ़ सकें.

तीन दिन तक चलेगा ये समारोह

बताया जा रहा है कि गोरखपुर की पावन धरती पर तीन दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में बॉलीवुड और भोजपुरी जगत के सितारे शिरकत करेंगे. समारोह में ‘बॉलीवुड नाइट्स’ और ‘भोजपुरी नाइट्स’ जैसे विशेष कार्यक्रमों के साथ कबड्डी जैसे खेलों का आयोजन करने की खबरें भी सामने आ रही हैं. इसके अलावा रेसलिंग, डांसिंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी होगा. सूत्रों से पता चला है कि भोजपुरी एक्टर रवि किशन और गायिका मलिनी अवस्थी भोजपुरी नाइट्स में हिस्सा लेंगी.

ख़ास है इस महोत्सव का लोगो

जैसा कि बताया जा रहा है कि इस महोत्सव को पर्यटकों के लिहाज़ से आयोजित किया जा रहा है इसीलिए इस ख़ास महोत्सव के लोगो में स्थानीय गोरखानाथ मंदिर और क्षेत्र की अन्य एतिहासिक इमारतों को ख़ास जगह दी गयी है. रिपोर्ट्स की माने तो राज्य सरकार ने इस आयोजन के लिए करीब 33 लाख रुपए की स्वीकृत दी है. पूरे कार्यक्रम का आयोजन डिविजनल कमिश्नर और डीएम की निगरानी में किया जाएगा. वहीँ इस महोत्सव को प्रमोट करने के लिए एक फेसबुक पेज भी बनाया गया है.

2 -

गोरखपुर में पहली बार होगा कोई महोत्सव

एक अखबार का सूत्रों का कहना है कि महोत्सव का उद्घाटन सूबे के राज्यपाल राम नाइक करेंगे. ये पहली बार है जब राज्य सरकार के सांस्कृतिक विभाग ने गोरखपुर में कोई महोत्सव आयोजित करने की योजना बनाई है. स्कूली बच्चों के लिए खास तौर पर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के प्रोग्राम कराए जाएंगे.

अखिलेश के नक्शे क़दम पर योगी

आपको बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव की सपा सरकार अपने पैत्रिक गाँव सैफई में ‘सैफई महोत्सव’ कराने के लिए काफी फजीहत झेल चुके हैं. उस समारोह में भी बड़े-बड़े फिल्मी सितारे आते थे और पैसा पानी की तरह बहाया जाता था. दरअसल मुज़फ्फरनगर दंगो के ठीक बाद ऐसे शानदार प्रोग्राम के आयोजन ने सपा सरकार की काफी थू-थू करवायी थी.

देखा जाए तो कुछ ऐसे ही परिस्थिति योगी आदित्यनाथ के लिए बन रही है. कुछ दिन पहले ही गोरखपुर के हॉस्पिटल में नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई है. यहां बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से 63 बच्चों की मौत हो गई थी. ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स का अस्पताल पर कुल बकाया 68,58, 596 रुपये था. पैसे का भुगतान नहीं होने पर कंपनी ने सप्लाई रोकने की चेतावनी दी थी, और बाद में ऑक्सीजन सिलिंडर सप्लाई नहीं किये.

योगी आदित्यनाथ ने भी पीड़ितों को कोई मुआवज़ा नही दिया और ना ही ज़रूरी चीज़ें मुहैया करवाई. इतने बड़े हादसे के बाद ऐसे आयोजन से लोगो के ज़ख्म हरे होना लाज़मी है.