क्या अब खुले तौर पर दंगे करने और कुबूलने का साहस पा चुके हैं भाजपा कार्यकर्ता?

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15 अप्रैल को देश की राजधानी दिल्ली में रोहिंग्या शरणार्थियों के रिफ्यूजी कैंप में आग लग गयी थी। इस कैंप में रोहिंगियाओं के रहने के लिए झुग्गियों बनायी गयी थी। पुलिस अब तक आग लगने के कारणों का पता कर रही है और जांच जारी है। लेकिन घटना के 4 दिन बाद इस आगजनी में एक भाजपा नेता का नाम सामने आ रहा है। एक पात्र के ज़रिये दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को इस बात की जानकारी दी गयी है। ये पात्र मुस्लिम संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने लिखा है। उन्होंने ये ख़त लिखकर आरोपी भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी है कि आरोपी नेता ने सोशल मीडिया पर रोहिंग्या बस्ती जलाने की बात स्वीकारी है।

मुस्लिमों से जुड़े संयुक्त संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस मुशवरत ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को दिए गए अपने पत्र में लिखा है-यह आपके संज्ञान में लाना है कि बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्य मनीश चंदेला ने ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से रोहिंग्या झुग्गियों को जलाने की बात स्वीकार की है। संगठन ने इस ख़त के साथ भाजपा यूथ लीडर के संबंधित ट्विटर के स्क्रीनशॉट भी संलग्न कर दिए हैं और कार्रवाई की मांग की है।

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बता दें कि 14 और 15 अप्रैल की रात दक्षिण दिल्ली के कालिंदी कुंज में रोहिंग्या के रिफ्यूजी कैंप में आग लगने की वजह से उनके रहने के ठिकाने नष्ट हो गए थे। इस आगजनी में दो सौ से अधिक झुग्गियां जलकर राख हो गयी थीं। इस घटना का सबसे दुखद पहलू ये रहा कि आधी रात को आग लगने की वजह से लोगों को सँभालने का मौक़ा भी नही मिला और इस कारण रोहिंग्या के पहचान पत्र,यूनाइटेड नेशन से जारी विशेष वीजा आदि कागजात जलकर नष्ट हो गए थे।

वहीं मुस्लिम संगठन के अध्यक्ष नवैद हामिद के मुताबिक आरोपी नेता ने सोशल मीडिया पर खुलेआम अपराध स्वीकार कर दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को खुली चुनौती दी है। उन्होंने कहा हम आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कराना और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी चाहते है।

बताते चलें कि रोहिंग्या म्यांमार के मुस्लिम हैं, जो वहां के रखाईन प्रांत में बौद्धों के साथ टकराव के बाद से भागने को मजबूर हुए हैं। इन दंगों में प्रभावित हुए रोहिंग्या बांग्लादेश और भारत में बतौर शरणार्थी रह रहे हैं।