भारतीय जनता पार्टी एक तरफ लोकसभा चुनाव 2019 के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। वहीं बीजेपी के एक सांसद का विवादित बयान भारतीया जनता पार्टी की साख पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। दरअसल उत्तर प्रदेश के बस्ती लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी ने भ्रष्टाचार को लेकर एक आयोजन के दौरान भरे सभागार में अजीब खुलासा किया है। उन्होंने एक नौजवान के पार्टी सांसदों और विधायकों की सैलरी से जुड़े सवाल पर जवाब देते हुए कहा, ”सांसद को बारह कर्मचारियों की आवश्यकता है, लेकिन वेतन वरिष्ठ प्राइमरी के अध्यापक से भी कम है तो चोरी तो करनी ही पड़ेगी।”
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की व्यवस्था में सांसदों को अपने कामो के लिए सैलरी पर्याप्त नहीं है इसलिए उन्हें चोरी करनी पड़ती है। सांसद हरीश ने बताया कि पार्टी से जो वेतन मिलता है उससे कोई सांसद या कोई मंत्री अपना चुनाव क्षेत्र नहीं चला सकता है। उसे जरूरतों के लिए पैसे कमाने के लिए अन्य उपाय करने पड़ते हैं।
इतना ही नहीं पार्लियामेंट्री सिस्टम पर उंगली उठाते हुए सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा इस बारे में वो पार्टी के बड़े नेताओं से बात करेंगे। इसी के साथ उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा विधानसभा में भत्ते बढ़ाने के फैसले की प्रशंसा भी की। गौरतलब है कि ये बयान हरीष द्विवेदी ने एक आयोजन के दौरान सभागार मे मौजूद एक नौजवान के वेतन से जुड़े सवाल पूछने पर दिया था। इतना ही नहीं ये बयान तब आया है जब कि उस आयोजन के समय जिलाधिकारी राजशेखर और सदर विधानसभा सीट के विधायक दयाराम चौधरी भी वहां मौजूद थे।