भाजपा सांसद ने पीएम को चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री पर कार्यवाही करने की मांग की

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उत्तर प्रदेश के रॉबर्ट्सगंज से भाजपा के दलित सांसद छोटेलाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शिकायत की है. इस चिट्ठी में उन्होंने योगी के साथ-साथ राज्य के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे और सुनील बंसल की भी शिकायत की है. सांसद छोटेलाल ने चिट्ठी में लिखा है कि ज़िले के आला अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री को लिखी गयी चिट्ठी में  सांसद छोटेलाल ने कहा है कि अद्जिकारियों की शिकायत लेकर मैं सीएम योगी से दो बार मिला लेकिन उन्होंने हर बार डांट कर भगा दिया. अतः अब आप इस समस्या पर ध्यान दें. सांसद की चिट्ठी के जवाब में पीएम मोदी ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है. सांसद छोटेलाल ने अपनी चिट्ठी में खासतौर पर दो शिकायतों का ज़िक्र किया अहै. दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में न सिर्फ सीएम की शिकायत की है बल्कि पीएम के कुछ फैसलों पर आपाती दर्ज की है.

बढ़ रही है बगावत

बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब यूपी के किसी नेता ने सीएम योगी से नाराज़गी जताई है. इससे पहले भाजपा की दलित सांसद सावित्री बाई फुले ने भी सरकार से नाराज़गी जताई थी. उससे पहले राज्य के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर भी अलग-अलग मौकों पर कई बार सीएम योगी के फैसलों से अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर चुके हैं.  राजभर सरकार गिराने की धमकी भी दे चुके हैं.

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सांसद छोटेलाल की परेशानियां  

सांसद की पहली शिकायत ये है कि “ जब प्रदेश में अखिलेश सरकार थी उस समय 2015 में नौगढ़ वन क्षेत्र में अवैध क़ब्ज़े की शिकायत पीएम समेत कई लोगों से की लेकिन कार्रवाई की बजाय अधिकारियों ने मेरे घर को ही वन क्षेत्र में डाल दिया. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के आदेश पर दोबारा पैमाईश में सच सामने आया कि मेरा घर वनक्षेत्र में नहीं है.”

दूसरा मामला प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद का है. अक्टूबर 2017 में मेरे भाई (क्षेत्र पंचायत नौगढ़ का प्रमुख) के खिलाफ समाजवादी पार्टी की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिस पर वोटिंग के दौरान असलहों से लैस अपराधी तत्व के लोगो ने मेरे पर रिवॉल्वर तान दी, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर धमकी दी गाली दी उस समय अधिकारी भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने कोई करवाई नही की. हमारे पार्टी के लोग और पुलिस अधिकारी भी शामिल थे.