BJP Candidates List: दो दिन बाद आलाकमान जारी करेगा पहली लिस्ट, उम्मीदवारों के नाम फाइनल | BJP Likely To Announce Names Of lok sabha election 2024 Candidates On Feb 29 | News 4 Social h3>
इस पर अमल करते हुए सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पैनल के लिए संगठनात्मक स्तर पर प्रारंभिक काम किया। अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों में नेताओं को भेजकर फीडबैक लिया गया। सांसदी छोड़ विधायक बनने वाले पांच नेताओं की खाली सीटों और छिंदवाड़ा के लिए पैनल बन चुका है। बची 23 सीटों के लिए भी पैनल तैयार कर लिया जाएगा। यह भी काम होंगे उधर, शाह के दौर के बाद नए सिरे से लोकसभा की चुनावी बिसात पर काम शुरू हो गया है। शाह की गाइडलाइन के तहत बूथ मैपिंग से लेकर जोड़-तोड़ और रणनीतिक कदम तय किए जाने हैं।
छिंदवाड़ा की घेराबंदी
सिर्फ छिंदवाड़ा सीट अभी भाजपा से दूर रही है। यह सीट पूर्व सीएम कमलनाथ की परंपरागत है। यहां अभी कमलनाथ के पुत्र नकुल सांसद हैं। भाजपा का लक्ष्य इस सीट को भी जीतने का है। शाह खुद निगरानी कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सीट को मॉनिटरिंग में ले रखा है। वे दौरे कर रहे हैं। छिंदवाड़ा में निचले स्तर पर कांग्रेस के नेटवर्क को खत्म करने पर काम हो रहा है। इस कड़ी में ही बीते दिनों छिंदवाड़ा के कई कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हुए। भाजपा अब इस तोड़-फोड़ को छिंदवाड़ा में और बढ़ा सकती है।
अब और बढ़ेगा दल-बदल
हारे बूथों को जीतने पर काम हो। नए सिरे से बूथ मैपिंग होगी। बूथ प्रभारियों की बैठक होगी। स्थानीय स्तर पर तोड़-फोड़ फॉर्मूला। इसके लिए हर सीट के नेता चिह्नित होंगे। दलबदल बढ़ेगा। बड़े नेताओं को मैदान में जुटाना। सत्ता-संगठन के नेता अब बूथ स्तर तक जाएंगे। छिंदवाड़ा को लेकर घेराबंदी। इसके तहत छिंदवाड़ा में सीएम, अध्यक्ष व अन्य बड़े नेताओं के दौरे बढ़ेंगे। हितग्राही को पार्टी से जोडऩा। संपर्क अभियान चलेगा। बूथ स्तर तक लिस्टिंग। हर लोकसभा की प्रत्येक विधानसभा का रोडमैप बनेगा। कै्पेनिंग, बूथ मैपिंग और संपर्क-प्रचार तक तय होंगे। पन्ना-मंडल व बूथ स्तर पर टोली संपर्क अभियान बढ़ाया जाएगा। कार्यक्रम पार्टी गाइडलाइन पर होंगे।
कांग्रेस के साथ कदमताल करेगी सपा
विधानसभा चुनाव में समाजवादी और कांग्रेस में भले ही खटपट हो गई हो लेकिन लोकसभा चुनाव में ऐसा नहीं होगा। दोनों दल कदमताल करते नजर आएंगे। समाजवादी पार्टी ने यूपी में कांग्रेस के लिए 17 सीटें छोड़ी हैं। शेष 63 पर सपा लड़ेगी। मप्र में भी इसका असर दिखेगा। खजुराहो से सपा उम्मीदवार उतारेगी, जबकि शेष 28 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। छिंदवाड़ा सीट बचाने के साथ ही कांग्रेस अन्य सीटों पर भी नजर लगाए है। गठबंधन के बाद उम्मीद की जा रही है कि पार्टी को इसका लाभ मिलेगा। समाजवादी पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए काम करेगी। कांग्रेस का प्रयास है कि एक पखवाड़े में कुछ सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएं। यूपी में न्याय यात्रा के दौरान राहुल के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंच साझा किया। माना जा रहा है कि मप्र में भी अखिलेश साथ दिखेंगे।
रतलाम सीट: लिफाफे में डाला पसंद के उम्मीदवार का नाम
झाबुआ. लोकसभा चुनाव में रतलाम से भाजपा का चेहरा कौन होगा, यह तय करने के लिए सोमवार को मंथन हुआ। राज्य मंत्री गौतम टेटवाल और भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने मौजीपाड़ा स्थित चुनाव कार्यालय में झाबुआ, आलीराजपुर और रतलाम जिले के पार्टी पदाधिकारियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की। रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंपी जाएगी। दोनों नेता दोपहर करीब साढ़े तीन बजे चुनाव कार्यालय पहुंचे। चर्चा के लिए संसदीय क्षेत्र के तीनों जिले के मोर्चा और संगठन के पदाधिकारियों के साथ ही भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्ष आदि को आमंत्रित किया था। एक कमरे में अलग-अलग चर्चा कर राय जानी। सभी ने पसंद के उम्मीदवार का नाम लिखकर एक लिफाफे में डाला। रायशुमारी का क्रम देर शाम तक चला।
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इस पर अमल करते हुए सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पैनल के लिए संगठनात्मक स्तर पर प्रारंभिक काम किया। अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों में नेताओं को भेजकर फीडबैक लिया गया। सांसदी छोड़ विधायक बनने वाले पांच नेताओं की खाली सीटों और छिंदवाड़ा के लिए पैनल बन चुका है। बची 23 सीटों के लिए भी पैनल तैयार कर लिया जाएगा। यह भी काम होंगे उधर, शाह के दौर के बाद नए सिरे से लोकसभा की चुनावी बिसात पर काम शुरू हो गया है। शाह की गाइडलाइन के तहत बूथ मैपिंग से लेकर जोड़-तोड़ और रणनीतिक कदम तय किए जाने हैं।
छिंदवाड़ा की घेराबंदी
सिर्फ छिंदवाड़ा सीट अभी भाजपा से दूर रही है। यह सीट पूर्व सीएम कमलनाथ की परंपरागत है। यहां अभी कमलनाथ के पुत्र नकुल सांसद हैं। भाजपा का लक्ष्य इस सीट को भी जीतने का है। शाह खुद निगरानी कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सीट को मॉनिटरिंग में ले रखा है। वे दौरे कर रहे हैं। छिंदवाड़ा में निचले स्तर पर कांग्रेस के नेटवर्क को खत्म करने पर काम हो रहा है। इस कड़ी में ही बीते दिनों छिंदवाड़ा के कई कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हुए। भाजपा अब इस तोड़-फोड़ को छिंदवाड़ा में और बढ़ा सकती है।
अब और बढ़ेगा दल-बदल
हारे बूथों को जीतने पर काम हो। नए सिरे से बूथ मैपिंग होगी। बूथ प्रभारियों की बैठक होगी। स्थानीय स्तर पर तोड़-फोड़ फॉर्मूला। इसके लिए हर सीट के नेता चिह्नित होंगे। दलबदल बढ़ेगा। बड़े नेताओं को मैदान में जुटाना। सत्ता-संगठन के नेता अब बूथ स्तर तक जाएंगे। छिंदवाड़ा को लेकर घेराबंदी। इसके तहत छिंदवाड़ा में सीएम, अध्यक्ष व अन्य बड़े नेताओं के दौरे बढ़ेंगे। हितग्राही को पार्टी से जोडऩा। संपर्क अभियान चलेगा। बूथ स्तर तक लिस्टिंग। हर लोकसभा की प्रत्येक विधानसभा का रोडमैप बनेगा। कै्पेनिंग, बूथ मैपिंग और संपर्क-प्रचार तक तय होंगे। पन्ना-मंडल व बूथ स्तर पर टोली संपर्क अभियान बढ़ाया जाएगा। कार्यक्रम पार्टी गाइडलाइन पर होंगे।
कांग्रेस के साथ कदमताल करेगी सपा
विधानसभा चुनाव में समाजवादी और कांग्रेस में भले ही खटपट हो गई हो लेकिन लोकसभा चुनाव में ऐसा नहीं होगा। दोनों दल कदमताल करते नजर आएंगे। समाजवादी पार्टी ने यूपी में कांग्रेस के लिए 17 सीटें छोड़ी हैं। शेष 63 पर सपा लड़ेगी। मप्र में भी इसका असर दिखेगा। खजुराहो से सपा उम्मीदवार उतारेगी, जबकि शेष 28 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। छिंदवाड़ा सीट बचाने के साथ ही कांग्रेस अन्य सीटों पर भी नजर लगाए है। गठबंधन के बाद उम्मीद की जा रही है कि पार्टी को इसका लाभ मिलेगा। समाजवादी पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए काम करेगी। कांग्रेस का प्रयास है कि एक पखवाड़े में कुछ सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएं। यूपी में न्याय यात्रा के दौरान राहुल के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंच साझा किया। माना जा रहा है कि मप्र में भी अखिलेश साथ दिखेंगे।
रतलाम सीट: लिफाफे में डाला पसंद के उम्मीदवार का नाम
झाबुआ. लोकसभा चुनाव में रतलाम से भाजपा का चेहरा कौन होगा, यह तय करने के लिए सोमवार को मंथन हुआ। राज्य मंत्री गौतम टेटवाल और भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने मौजीपाड़ा स्थित चुनाव कार्यालय में झाबुआ, आलीराजपुर और रतलाम जिले के पार्टी पदाधिकारियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की। रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंपी जाएगी। दोनों नेता दोपहर करीब साढ़े तीन बजे चुनाव कार्यालय पहुंचे। चर्चा के लिए संसदीय क्षेत्र के तीनों जिले के मोर्चा और संगठन के पदाधिकारियों के साथ ही भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्ष आदि को आमंत्रित किया था। एक कमरे में अलग-अलग चर्चा कर राय जानी। सभी ने पसंद के उम्मीदवार का नाम लिखकर एक लिफाफे में डाला। रायशुमारी का क्रम देर शाम तक चला।