Biporjoy Impact : बिपरजॉय का कहर इस बांध के लिए बना वरदान, एक ही दिन में हुआ लबालब

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Biporjoy Impact : बिपरजॉय का कहर इस बांध के लिए बना वरदान, एक ही दिन में हुआ लबालब

Biporjoy Impact : बिपरजॉय का कहर इस बांध के लिए बना वरदान, एक ही दिन में हुआ लबालब

टोंक : राजस्थान के टोंक में बिपरजॉय तूफान और भारी बारिश के कहर के बाद जिले के कई बांध और तालाबों को संजीवनी मिली है। मानसून सीजन अभी दूर है। लेकिन तूफान के असर से हुई तेज बारिश के चलते टोंक जिले के कई बांध छलक गए हैं। वहीं कुछ बांध छलकने के कगार पर है। टोंक शहर के उनियारा क्षेत्र में स्थित गलवा बांध भी एक ही दिन में लबालब हो गया है। इसके बाद प्रशासन ने निचली बस्तियों को खाली करवाने का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा जयपुर, अजमेर, टोंक जैसे जिलों की लाइफलाइन बीसलपुर बांध में भी पानी की अच्छी आवक हुई। नगरफोर्ट कस्बे में भी भारी बारिश के बाद वहां का तालाब ओवरफ्लो हो गया है। इसके अलावा जिले के कई बांधों में करीब 40 प्रतिशत तक पानी भर चुका है।
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एक ही दिन में उनियारा का गलवा बांध छलक गया

राजस्थान के कच्चे बांधों में दसवें स्थान पर उनियारा का गलवा बांध आता है। जो बिपरजॉय तूफान के चलते हुई भारी बारिश से एक ही दिन में झलक छलक गया है। गलवा बांध की पूर्ण भराव क्षमता 20 फीट है। इस दौरान पानी की आवक के बाद मंगलवार रात गलवा बांध भरकर छलक गया हैं। जिसके बाद गलवा बांध में वर्तमान एक इंच की चादर चल रही हैं। वहीं अब गलवा बांध में पानी की आवक कमजोर पड़ गई है। बता दे कि गलवा बांध पर चादर चलने के साथ ही प्रशासन अलर्ट मोड पर आ जाता है। हर बार मानसून सीजन में पानी की बंपर आवक पर बांध के डाउनस्ट्रीम के गांवों और बस्तियों में पानी घुस जाता है। लेकिन फिलहाल वहां की स्थिति नियंत्रण में हैं।

बांध की डाउनस्ट्रीम की बस्तियों को कराया जा रहा है खाली

टोंक कंट्रोल रूम के अनुसार गलवा बांध मंगलवार रात को छलक गया। इस दौरान 20 फीट की भराव क्षमता वाले गलवा बांध पर 1 इंच की चादर चल रही है। इस सूचना पर रात को ही उपखंड प्रशासन, सिंचाई विभाग के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने गलवा बांध में जलभराव की स्थिति को लेकर समीक्षा की। इसके बाद बुधवार सुबह से ही बांध की डाउनस्ट्रीम में बसी हुई बस्तियों को खाली करवाने का काम शुरू किया जा रहा है। फिलहाल प्रशासन गलवा बांध को लेकर पूरी मुस्तैदी से स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। ताकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हो सके।

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बीसलपुर बांध में भी पानी की हुई अच्छी आवक
राजस्थान के प्रमुख बांधों में शुमार बीसलपुर बांध में बिपरजॉय तूफान के चलते पानी की अच्छी आवक हुई। क्षेत्र में हुई बारिश के बाद बांध में कुल 27 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है। जिसके बाद बांध का जलस्तर 313.05 आर एल मीटर पहुंच गया। इससे पहले बांध का जलस्तर 312.78 आर एल मीटर था। बता दें कि बीसलपुर बांध में कुल 27 सेंटीमीटर पानी की आवक से जयपुर, अजमेर और टोंक समेत कई जिलों के लिए 20 दिन का पानी आ चुका है। जो लोगों के लिए बड़ी खुश खबर है।

ईसरदा डैम के खुले चैनल गेट

मानसून सीजन में बीसलपुर बांध से व्यर्थ बहने वाले पानी को रोकने के लिए उनियारा उपखण्ड में ईसरदा डैम बनाया जा रहा है। वही तूफान के चलते ईसरदा कॉफर डैम भी में पानी का जलस्तर बढ़ गया है। इसके चलते कॉफर डैम के 3 चैनल गेट खोल कर नदी में आ रहे पानी को डायवर्ट कर निकालना शुरू कर दिया गया है। बता दे कि ईसरदा मुख्य बांध निर्माण का कार्य प्रगति पर चल रहा है। इस निर्माण कार्य में बाधा नहीं पहुंचे। इसके लिए कॉफर डेम के चैनल गेट से पानी को डायवर्ट किया गया है।

बारिश के चलते गहलोद मार्ग का रपटा बह गया नदी में

बिपरजॉय तूफान और तेज बारिश के चलते बनास नदी में जमकर उफान आया। उसके बाद मंगलवार देर रात गहलोद मार्ग का रपटा (पैदल मार्ग) बह गया। जिसके कारण टोंक से मार्ग के दर्जनों गांव का संपर्क अब टूट चुका है। लोगों को टोंक आने के लिए अब सोयला सड़क मार्ग का उपयोग करना पड़ रहा है। इसी तरह देवली उपखंड के दूनी-घाड़ मार्ग में डाटूनंदा में निर्माणाधीन पुलिया भी जलमग्न हो चुकी है। जिसके कारण दूनी तहसील की कई पंचायतों का नगरफोर्ट और सवाई माधोपुर से संपर्क कट चुका है। इसके कारण लोगों को कई किलोमीटर लंबा चक्कर लगाकर अन्य मार्गो से गुजरना पड़ रहा है। (रिपोर्ट- मनीष बागडी, टोंक)

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