Bihar weather: बिहार में कड़ाके की ठंड, कोहरे के कारण ट्रेन-प्लेन सब लेट; मजदूरों की रोजी-रोटी पर संकट
Bihar weather: बिहार में पिछले कई दिनों से लगातार पड़ रही कड़के की ठंड से जिंदगी ठहर सी गई है। कोहरे के कारण ट्रेन-प्लेन सब बेपटरी हैं। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार भी थम गई है। इससे आवागमन काफी कष्टकर हो गया है। यात्री कब अपने गंतव्य पर पहुंचेंगे, इसको लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। साथ ही ठंड व शीतलहर का बड़ा असर सब्जी और दूध जैसी जरूरी चीजों के पैदावार व उत्पादन पर पड़ा है। इन चीजों के उत्पादन व पैदावार में कमी से इनके दाम भी बढ़ गए हैं। इसके अलावा निर्माण कार्य व खेती-किसानी के काम बाधित होने से मजदूरों की रोजी-रोटी पर संकट छा गया है। उन्हें काम नहीं मिल पा रहा।
किसान संगठनों का कहना है कि सारण, रोहतास, कैमूर, नवादा, भोजपुर, मुजफ्फरपुर व कोसी-सीमांचल में दूध उत्पादन में 25 से 30 प्रतिशत तक की कमी आई है। नवादा के मंझवे निवासी पशुपालक सुरेन्द्र यादव, सत्येन्द्र यादव ने कहा कि जो भैंस पहले 10 लीटर दूध देती थी, वह अब 6 लीटर ही दे रही है। गाय भी एक से डेढ़ लीटर तक कम दूध दे रही है। अत्यधिक ठंड के कारण पशु कम चारा खा रहे हैं। नतीजतन वे दूध भी कम दे रहे हैं। उत्तर बिहार में तो 15 दिसंबर के बाद से ऐसे हालात बने हुए हैं। मुजफ्फरपुर के जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ घनश्याम मोदी ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ दूध उत्पादन में कमी आती है। सर्दी की चपेट में आने से पशुओं में हफनी, खांसी व बुखार का प्रकोप देखा जा रहा है। इधर, पशुओं का चारा महंगा हो गया है। उसके खान-पान पर अधिक खर्च हो रहा है। दूध कम देने से पशुपालकों को नुकसान हो रहा है।
इधर, सूबे में फिर से प्रतिचक्रवात ने मौसम की चाल बिगाड़ दी है। एक-दो दिनों से ऊपर चढ़ रहा न्यूनतम तापमान फिर लुढ़कने लगा है। गुरुवार को राज्य के 19 शहरों के न्यूनतम तापमान में कमी आई है। तीन डिग्री गिरावट के साथ बांका का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह इस सीजन का सबसे न्यूनतम तापमान है। जमुई को छोड़कर राज्य के सभी शहरों का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री से नीचे है।
पटना में न्यूनतम तापमान में लगभग एक डिग्री की कमी आई है और न्यूनतम पारा 7.3 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि राहत की बात यह है कि लगभग एक हफ्ते के बाद पटना को शीत दिवस और भीषण शीत दिवस से निजात मिली है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अभी सूबे में सर्दी के प्रभावों से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। 15 जनवरी के बाद ठंड में और बढ़ोतरी होगी।
नौ जिलों में कड़ाके की ठंड
कड़ाके की ठंड की चपेट में राज्य के लगभग सभी प्रमुख शहर हैं। हालांकि इनमें ज्यादा संख्या उत्तर बिहार के शहरों की है। दक्षिण बिहार को शीत दिवस के प्रभावों से राहत मिली है। भागलपुर, पूर्णिया, मोतिहारी, सुपौल, सबौर और फारबिसगंज में गुरुवार को भीषण शीत दिवस की स्थिति रही। भागलपुर और बांका शीतलहर की चपेट में रहे। पटना, गया, भागलपुर और पूर्णिया में सुबह सघन कोहरे की स्थिति रही। गुरुवार को पटना को शीत दिवस से लगभग एक हफ्ते बाद निजात तो मिली लेकिन घने कोहरे से सुबह में 20 मीटर से भी कम दृश्यता ने आवागमन को बुरी तरह प्रभावित किया।
पटना का अधिकतम तापमान 16 डिग्री
पटना सहित कई जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। गुरुवार को यहां अधिकतम पारा दो डिग्री की गिरावट के साथ 16 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मोतिहारी में अधिकतम तापमान मात्र 11.6 डिग्री रहा। पूसा, सीवान, मुजफ्फरपुर में अधिकतम तापमान 14 डिग्री से नीचे रहा।
यहां न्यूनतम पारा गिरा
वाल्मिकीनगर में दो डिग्री, पूर्वी चंपारण में 1.9 डिग्री, सीवान में तीन डिग्री, गया में 1.5 डिग्री, समस्तीपुर मे 3.5 डिग्री, शेखपुरा में 2.5 डिग्री, जमुई में एक डिग्री, खगड़िया में 2.7 डिग्री, बांका में तीन डिग्री, सबौर में एक डिग्री, भागलपुर में एक डिग्री, सहरसा में दो डिग्री, पूर्णिया में एक डिग्री, सुपौल में एक डिग्री, पटना में 0.9 डिग्री की कमी आई है।
इन 20 जिलों में अधिकतम तापमान चढ़ा
पटना, मुजफ्फरपुर, सीवान, पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर को छोड़कर राज्य के 20 शहरों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अररिया में 5.4 डिग्री, फारबिसगंज में 3.8 डिग्री, पूर्णिया में 5.2 डिग्री, किशनगंज में 2 डिग्री, कटिहार में 5.2 डिग्री, बांका में 3.2 डिग्री, भागलपुर 2.7 डिग्री, सुपौल में 3.8 डिग्री, सहरसा में 3.8 डिग्री, रोहतास 1.4 डिग्री, औरंगाबाद 1.7 डिग्री, नवादा में 3.3 डिग्री अधिकतम तापमान ऊपर चढ़ा है।
उत्तर बिहार में शीत दिवस तो दक्षिण बिहार में रहेगा कोहरा
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अभी सूबे में सर्दी के प्रभावों से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। 15 जनवरी के बाद ठंड में और बढ़ोतरी होगी। इससे पहले राज्य के उत्तरी भाग में कुछ जगहों पर शीत दिवस को कहीं शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। पटना सहित दक्षिण बिहार के जिलों में कोहरा रहेगा। 15 जनवरी के बाद औसत न्यूनतम तापमान में कमी आने के आसार हैं। इसका असर बिहार समेत देश के अन्य मैदानी भागों पर पड़ेगा। कड़ाके की ठंड के बीच 15 जनवरी के बाद बिहार में न्यूनतम तापमान इस सीजन में सबसे कम स्तर पर भी पहुंच सकता है।