Bihar Weather: अभी 3 दिनों तक आंधी-बारिश का अलर्ट, 30-40 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी हवा; ठनका से दो की मौत

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Bihar Weather:  अभी 3 दिनों तक आंधी-बारिश का अलर्ट, 30-40 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी हवा; ठनका से दो की मौत

Bihar Weather: अभी 3 दिनों तक आंधी-बारिश का अलर्ट, 30-40 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी हवा; ठनका से दो की मौत

राजधानी पटना समेत बिहार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ बूंदाबांदी व हल्की वर्षा लोगों को गर्मी से राहत मिली है। बीते सात दिनों बाद पटना समेत प्रदेश के शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के नीचे रहा। शनिवार को पटना समेत 21 शहरों के तापमान में गिरावट आई। इस बीच ठनका गिरने से दो लोगों की जान चली गई। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार तीन दिनों तक तेज हवा चलेगी और आंधी-पानी के साथ मेघगर्जन की संभावना है। आसमाम में बादल छाए रहेंगे। कुछ इलाकों में ओलावृष्टि का अलर्ट है।

उधर, शुक्रवार की रात आई आंधी- पानी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। आम और सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा। बिजली व्यवस्था चरमरा गई, जिससे कई इलाकों को घंटों बिजली गुल रही। वहीं, आरा और हाजीपुर में दो युवकों की मौत हो गई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र मध्यप्रदेश व इसके आसपास बना हुआ है। इनके प्रभाव से पटना समेत प्रदेश में अगले तीन दिनों के दौरान आंधी-पानी के साथ मेघ गर्जन व बादल छाए रहने के आसार है। वहीं तीन दिनों बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। पटना समेत प्रदेश के 30 जिलों में आंधी-पानी के साथ 30-40 किमी प्रतिघंटा हवा की गति बने रहने के आसार है। इन मौसमी प्रभाव को अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में कुछ जगहों पर 23 और 24 को ओलावृष्टि का भी अलर्ट है। 

 पटना व इसके आसपास इलाकों में शुक्रवार की देर रात तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। पटना में इस दौरान चार मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। हालांकि शनिवार को दिन भर मौसम साफ रहा। नमी की वजह से लोगों ने दोपहर में पसीने वाली गर्मी झेली। वहीं, शेखपुरा में 15.8 मिमी, फतेहपुर में 28.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि प्रदेश के डेहरी में 0.2 मिमी, औरंगाबाद में 1.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। फारबिसगंज में 23.4 मिमी, किशनगंज में 20 मिमी, डेहरी में 11.6 मिमी, नवादा में 8.5 मिमी, जमुई में 5.5 मिमी और गया में 3.8 मिमी बारिश हुई। शनिवार को सीवान के जीरादेई में 39.0 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं पटना के अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 37.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

प्रमुख शहरों का तापमान

पटना 37.6

गया 37.4

मुजफ्फरपुर 34.0

भागलपुर 37.9

नवादा 36.6

जमुई 35.7

भोजपुर 38.0

डेहरी 37.7

औरंगाबाद 36.6

मोतिहारी 37.0

(अधिकतम तापमान डिग्री सेल्सियस में)

सूबे के इन शहरों का अधिकतम तापमान गिरने से राहत

शनिवार को पटना समेत प्रदेश के 21 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। गया में 1.0 डिग्री, डेहरी में 2.6 डिग्री, जमुई में 2.9 डिग्री, मुजफ्फरपुर में 1.8 डिग्री, मोतिहारी में 0.6 डिग्री, दरभंगा में 0.8 डिग्री, सुपौल में 1.3 डिग्री, खगड़िया में 1.1 डिग्री, बांका में 0.4 डिग्री, जमुई में 2.9 डिग्री, शेखपुरा में 2.6 डिग्री, दरभंगा में 0.8 डिग्री, औरंगाबाद में 3.4 डिग्री, खगड़िया में 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान में गिरावट आई है।

भोजपुर और वैशाली में वज्रपात से दो की मौत

ठनका गिरने से भोजपुर के जगदीशपुर में एक युवक की मौत हो गई। जबकि माता-पिता झुलस गये। तीनों खेत में पड़ी फसल ढंकने गये थे। लौटने में ठनका की चपेट में आ गये। वहीं हाजीपुर के भगवानपुर के हांसी केवल में शुक्रवार की रात खेत में भूसा उठाने के दौरान ठनका की चपेट में आने से पुत्र की मौत हो गई, जबकि पिता घायल हो गए। मृतक 26 वर्षीय विपिन मलाही गांव का था।

दो मंजिले की छत से खाट समेत नीचे गिरा, मौत

जमुई में आंधी के चपेट में आकर चरकापत्थर के केशोफरका गांव निवासी 52 वर्षीय वासुकी मंडल की मौत हो गई। वह गर्मी से बचने के लियेे दो मंजिले मकान की छत पर सो रहा था। वह खाट समेत नीचे गिर गया, जिससे उसकी मौत गई।

आंधी-पानी से आम- सब्जी की फसल को नुकसान

भभुआ में आंधी से आम और सब्जियों फसलों को नुकसान पहुंचा। सलेमपुर में गोदाम की दीवार गिर गई। जहानाबाद के कई इलाकों में पूरी रात बिजली गुल रही। मखुदमपुर प्रखंड में 11 केवी के तार टूटने से सागरपुर फीडर और टेहटा फीडर से जुड़े एक दर्जन से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति रात 10 बजे से सुबह 8 बजे तक प्रभावित रही। औरंगाबाद में भी आंधी-पानी से बिजली व्यवस्था चमराई है। रोहतास में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही। बेगूसराय में आंधी-तूफान के चलते कई जगह एस्बेस्टस व झोपड़ियां उजड़ गईं । पोल व तार गिरने से बिजली सेवा घंटों बाधित रहीं। आम, लीची और केला को नुकसान पहुंचा। नावकोठी स्थित आयुर्वेदिक औषधालय के बरामदे पर के सभी एस्बेस्टस तेज हवा के चलते उड़ गये। कोसी, सीमांचल और पूर्वी के बिहार के जिलों में भी आंधी से बिजली व्यवस्था चरमरा गई। सहरसा तार पर पेड़ गिरने तो कहीं तार टूटने के कारण जमुई, कटिहार, खगड़िया आदि जिलों में 10 घंटे से अधिक समय तक बिजली बाधित रही

 

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