शराब मुक्त बिहार में नशे की हालत में गिरफ्तार हुआ जीतन राम मांझी का बेटा

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में उनके शराब बंदी के फैसले को गिना जाता है. आम जनता को नीतीश के इस कानून से कई फायदे हुए हैं और जनता ने अलग-अलग मौकों पर आभार पर भी प्रकट किया है.

लेकिन इसके बावजूद राज्य में अक्सर शराब की तस्करी पकड़ी गयी है और पुलिस की कार्यवाही हुई है. बिहार का गया वह शहर है जहां सत्ता और विपक्ष दोनों के नेता शराबबंदी का उल्लंघन करने के आरोप में जेल की हवा खा चुके हैं. अब गया में ही भाजपा सांसद हरि मांझी का बेटा राहुल मांझी शराब पीते हुए पकड़ा गया है. शराब पीते हुए पकडे जाने पर सांसद के बेटे को गया जेल भेज दिया गया है.

जानकारी के मुताबिक राहुल, शनिवार शाम को बोधगया थाने के नीम गांव से नशे की हालत में गिरफ़्तार हुआ था. जिसके बाद उसका मेडिकल टेस्ट और ब्रेथ ऐनलाइजर से पुलिस ने जांच के बाद स्थानीय कोर्ट में पेश किया. कोर्ट के आदेश के बाद फ़िलहाल उसे स्थानीय जेल में भेजा गया है.

Hari Manjhi 1 news4social -

किसी सत्तारूढ़ दल के परिवार वालों के शराबबंदी का उल्लंघन करने के आरोप में हाल में ये सबसे बड़ी गिरफ़्तारी है. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के कई परिवार के सदस्य या शराब के नशे में या शराब के साथ गिरफ़्तार हो चुके हैं. जीतन राम मांझी शराबबंदी को विफल बताते हुए कई बार इसे सरकार में आने के बाद हटाने की बात भी कर चुके हैं.

फ़िलहाल बिहार में क़रीब आठ हज़ार से अधिक लोग शराबबंदी से संबंधित कानून का उल्लंघन करने के आरोप में जेल में हैं. अभी तक पिछले दो सालों में एक लाख बीस हज़ार से अधिक लोग जेल की हवा खा चुके हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना हैं कि शराबबंदी का राज्य में व्यापक सकारात्मक असर रहा है.