Bihar Crime : बक्सर में अपराधियों का तांडव, 2 लोगों को मारी गोली, मुजफ्फरपुर में किडनी निकालने का आरोपी गिरफ्तार
बक्सर : बिहार के बक्सर जिले में अपराधी बेखौफ हो गये हैं। बदमाशों ने दिन-दहाड़े बीच बाजार दो लोगों को गोली मार दी। दोनों को इलाज के लिए गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल भर्ती कराया गया। घटना में दोनों लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। मामला मॉडल थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। जहां हथियारबंद अपराधियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया। बीच बाजार में हुई इस गोलीबारी से अचानक लोग सकते में पड़ गए। इधर-उधर भागने लगे जिसमें 2 लोगों को गोली लग गई।
बक्सर में गोलीबारी
घायलों को आनन-फानन में पुलिस ने इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। जहां एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सूचना मिलने के बाद नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। घटना के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। घायल युवक कहां के हैं, अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र बरियारपुर में महिला सुनीता की दोनों किडनी निकालने के मामले में फरार मुख्य आरोपी सह नर्सिंग होम संचालक पवन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी बरियारपुर से ही हुई है। वो अपने घर आया हुआ था। इसकी सूचना मिलने पर सकरा थानेदार सरोज कुमार, बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार ने टीम के साथ रेड कर उसे दबोच लिया। उससे पूछताछ के लिए मुजफ्फरपुर लाया गया। यहीं DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने आरोपी से पूछताछ की।
किडनी कांड
आरोपी पवन ने बताया कि घटना के एक सप्ताह बाद तक वह इधर उधर छुपकर रहा। लेकिन, मामला जब बढ़ने लगा तो वो दिल्ली चला गया। वहां अपने एक दोस्त के पास रह रहा था। वहां से भूटान जाने की प्लानिंग कर रहा था। इसी दौरान उसने सोचा की एक बार घर पर जाकर सब से मिल ले। वो दिल्ली से घर आया था। लेकिन, पुलिस को इसकी भनक लग गई। पवन ने पुलिस को बताया कि सुनीता के ऑपरेशन के दिन डॉ. आरके सिंह, उसका असिस्टेंट पवन और एक स्टाफ था। जिसका नाम वो नहीं जानता है। जबकि, पातेपुर का जितेंद्र उस दिन नहीं आया था। पवन ने बताया कि जिस समय ऑपरेशन हो रहा था। उसी समय वह कुछ देर के लिए अपने बच्चे को लेने स्कूल से गया था। जब आया तब तक ऑपेरशन हो चुका था।
आरोपी गिरफ्तार
आरोपी ने DSP पूर्वी को बताया कि मरीज की तबियत जब बिगड़ने लगी, तो वह खुद लेकर उसे PMCH गया था। लेकिन, जब उसे पता लगा की उसकी दोनों किडनी निकल चुकी है, तो वो चुपके से वहां से निकल गया। इसके बाद दिल्ली भाग गया था। DSP पूर्वी ने बताया की पुलिस ने सभी आरोपियों के विषय में जांच की। इसमें जितेंद्र की संलिप्तता नहीं आई है। उसका मोबाइल लोकेशन भी उस दिन घटनास्थल का नहीं था। वहीं डॉ. आरके सिंह कच्ची-पक्की का रहने वाला है। लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं मिला है। पवन को जेल भेजने के बाद रिमांड पर लिया जाएगा। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया की मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आई है। ये इनकी लापरवाही का नतीजा प्रतीत होता है।
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बक्सर में गोलीबारी
घायलों को आनन-फानन में पुलिस ने इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। जहां एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सूचना मिलने के बाद नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। घटना के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। घायल युवक कहां के हैं, अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र बरियारपुर में महिला सुनीता की दोनों किडनी निकालने के मामले में फरार मुख्य आरोपी सह नर्सिंग होम संचालक पवन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी बरियारपुर से ही हुई है। वो अपने घर आया हुआ था। इसकी सूचना मिलने पर सकरा थानेदार सरोज कुमार, बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार ने टीम के साथ रेड कर उसे दबोच लिया। उससे पूछताछ के लिए मुजफ्फरपुर लाया गया। यहीं DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने आरोपी से पूछताछ की।
किडनी कांड
आरोपी पवन ने बताया कि घटना के एक सप्ताह बाद तक वह इधर उधर छुपकर रहा। लेकिन, मामला जब बढ़ने लगा तो वो दिल्ली चला गया। वहां अपने एक दोस्त के पास रह रहा था। वहां से भूटान जाने की प्लानिंग कर रहा था। इसी दौरान उसने सोचा की एक बार घर पर जाकर सब से मिल ले। वो दिल्ली से घर आया था। लेकिन, पुलिस को इसकी भनक लग गई। पवन ने पुलिस को बताया कि सुनीता के ऑपरेशन के दिन डॉ. आरके सिंह, उसका असिस्टेंट पवन और एक स्टाफ था। जिसका नाम वो नहीं जानता है। जबकि, पातेपुर का जितेंद्र उस दिन नहीं आया था। पवन ने बताया कि जिस समय ऑपरेशन हो रहा था। उसी समय वह कुछ देर के लिए अपने बच्चे को लेने स्कूल से गया था। जब आया तब तक ऑपेरशन हो चुका था।
आरोपी गिरफ्तार
आरोपी ने DSP पूर्वी को बताया कि मरीज की तबियत जब बिगड़ने लगी, तो वह खुद लेकर उसे PMCH गया था। लेकिन, जब उसे पता लगा की उसकी दोनों किडनी निकल चुकी है, तो वो चुपके से वहां से निकल गया। इसके बाद दिल्ली भाग गया था। DSP पूर्वी ने बताया की पुलिस ने सभी आरोपियों के विषय में जांच की। इसमें जितेंद्र की संलिप्तता नहीं आई है। उसका मोबाइल लोकेशन भी उस दिन घटनास्थल का नहीं था। वहीं डॉ. आरके सिंह कच्ची-पक्की का रहने वाला है। लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं मिला है। पवन को जेल भेजने के बाद रिमांड पर लिया जाएगा। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया की मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आई है। ये इनकी लापरवाही का नतीजा प्रतीत होता है।