Bihar Caste Survey: सीएम नीतीश ने कहा- दूसरे राज्य भी सीख लेंगे, दर्ज कराई अपनी जाति; कर्मी के सवालों का दिया जवाब
ऐप पर पढ़ें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार जाति आधारित गणना- 2023 के दूसरे चरण की शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की। मुख्यमंत्री ने अपने पुश्तैनी घर जाकर एक सामान्य नागरिक की तरह जातीय गणना में भाग लिया। गणना कार्य के दौरान इससे संबंधित सभी आंकड़े दर्ज करवाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आम नागरिक की तरह सरकारी कर्मी के सवालों का उत्तर दिया और अपने परिवार से संबंधित घोषणा पत्र पर दस्तखत किया। गांव पहुंचे सीएम ने जनता की समस्याओं को भी सुना और अधिकारियों का आवश्यक निर्देश दिया।
गणना कार्य कर रही प्रगणक सना ने मुख्यमंत्री कुमार और उनके सुपुत्र निशांत कुमार से गणना से संबंधित सवाल पूछे और उनसे जानकारी लेकर कॉलम को भरा। इस दौरान मुख्यमंत्री के बड़े भाई सतीश कुमार और उनकी पत्नी ने भी प्रगणक को अपने और अपने परिवार के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने परिवार के प्रधान के रूप में घोषणा पत्र में हस्ताक्षर किया कि उनकी ओर से दी गई सूचना सही है। मालूम हो कि गणना के दूसरे चरण का कार्य 15 अप्रैल से 15 मई, 2023 तक सभी 261 निकायों व 534 प्रखंडों में चलेगा।
यह भी पढ़ें- नीतीश सरकार पर मोतिहारी में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप, BJP ने की ये मांग
जब सीएम अपने घर पहुंचे बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर जुट गए। नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नारेबाजी भी की गई। जाति आधारित गणना कार्य के बाद सीएम ने बख्तियारपुर में लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और उनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।
दूसरे राज्य भी बिहार से प्रभावित होंगे
बिहार में जाति आधारित गणना अच्छे ढंग से होगी तो दूसरे राज्य भी इसे देखकर प्रभावित होंगे। देश के ज्यादातर राज्य कह रहे हैं कि जाति आधारित गणना होनी चाहिए। हमलोग इसको लेकर काफी पहले से मांग कर रहे थे। जब बिहार में अच्छे ढंग से जाति आधारित गणना होगी तो इसे देखकर दूसरे राज्य भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे।
केजरीवाल से पूछताछ पर बोले नीतीश, विपक्षी एकता से केंद्र घबराहट में; इससे कुछ मिलने वाला नहीं
आरक्षण में असर पर कहा, यह बाद की चीज
जाति आधारित गणना का असर आरक्षण के दायरे पर पड़ने को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सब बाद की चीज है। एक बार जब जाति आधारित गणना का काम पूरा हो जायेगा तो इस सब चीजों के बार में जो कुछ भी करना होगा वो किया जायेगा। सवर्ण जाति को भी दस प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया है।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार जाति आधारित गणना- 2023 के दूसरे चरण की शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की। मुख्यमंत्री ने अपने पुश्तैनी घर जाकर एक सामान्य नागरिक की तरह जातीय गणना में भाग लिया। गणना कार्य के दौरान इससे संबंधित सभी आंकड़े दर्ज करवाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आम नागरिक की तरह सरकारी कर्मी के सवालों का उत्तर दिया और अपने परिवार से संबंधित घोषणा पत्र पर दस्तखत किया। गांव पहुंचे सीएम ने जनता की समस्याओं को भी सुना और अधिकारियों का आवश्यक निर्देश दिया।
गणना कार्य कर रही प्रगणक सना ने मुख्यमंत्री कुमार और उनके सुपुत्र निशांत कुमार से गणना से संबंधित सवाल पूछे और उनसे जानकारी लेकर कॉलम को भरा। इस दौरान मुख्यमंत्री के बड़े भाई सतीश कुमार और उनकी पत्नी ने भी प्रगणक को अपने और अपने परिवार के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने परिवार के प्रधान के रूप में घोषणा पत्र में हस्ताक्षर किया कि उनकी ओर से दी गई सूचना सही है। मालूम हो कि गणना के दूसरे चरण का कार्य 15 अप्रैल से 15 मई, 2023 तक सभी 261 निकायों व 534 प्रखंडों में चलेगा।
यह भी पढ़ें- नीतीश सरकार पर मोतिहारी में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप, BJP ने की ये मांग
जब सीएम अपने घर पहुंचे बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर जुट गए। नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नारेबाजी भी की गई। जाति आधारित गणना कार्य के बाद सीएम ने बख्तियारपुर में लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और उनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।
दूसरे राज्य भी बिहार से प्रभावित होंगे
बिहार में जाति आधारित गणना अच्छे ढंग से होगी तो दूसरे राज्य भी इसे देखकर प्रभावित होंगे। देश के ज्यादातर राज्य कह रहे हैं कि जाति आधारित गणना होनी चाहिए। हमलोग इसको लेकर काफी पहले से मांग कर रहे थे। जब बिहार में अच्छे ढंग से जाति आधारित गणना होगी तो इसे देखकर दूसरे राज्य भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे।
केजरीवाल से पूछताछ पर बोले नीतीश, विपक्षी एकता से केंद्र घबराहट में; इससे कुछ मिलने वाला नहीं
आरक्षण में असर पर कहा, यह बाद की चीज
जाति आधारित गणना का असर आरक्षण के दायरे पर पड़ने को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सब बाद की चीज है। एक बार जब जाति आधारित गणना का काम पूरा हो जायेगा तो इस सब चीजों के बार में जो कुछ भी करना होगा वो किया जायेगा। सवर्ण जाति को भी दस प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया है।