Bigg Boss 16, Feb 8 Live:शिव पर उठी साजिद से बॉन्डिंग को लेकर उंगलियां, पूछा- ट्रोफी स्टैन के लिए त्याग करोगे?

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Bigg Boss 16, Feb 8 Live:शिव पर उठी साजिद से बॉन्डिंग को लेकर उंगलियां, पूछा- ट्रोफी स्टैन के लिए त्याग करोगे?

Bigg Boss 16, Feb 8 Live:शिव पर उठी साजिद से बॉन्डिंग को लेकर उंगलियां, पूछा- ट्रोफी स्टैन के लिए त्याग करोगे?

‘बिग बॉस 16’ का फिनाले अब चंद दिन ही दूर बचा है और ऐसे में घर के खिलाड़ी दुनिया के सामने खुद को बेहतर कंटेस्टेंट साबित करने की होड़ में पूरी जोर लगा दी है। बता दें कि इस घर में जो टॉप फाइनलिस्ट बचे हैं उनमें शिव ठाकरे, प्रियंका चाहर चौधरी, एमसी स्टैन, अर्चना गौतम और शालीन भफनोट बचे हैं। आज से ठीक चार दिनों बाद ही दुनिया को पता लग जाएगा कि इन पांचों में से सबसे शातिर खिलाड़ी कौन है। खैर, आज की रात यानी 8 फरवरी के एपिसोड में घर वालों को साफ पता लग जाएगा कि वो कितने पानी में हैं। क्योंकि, अब घरवालों का जिन लोगों से सामना होना है वे दर्शक नहीं बल्कि जर्नलिस्ट हैं, जो घरवालों पर तीखा वार भी कर रहे हैं और सवाल भी।

‘बिग बॉस 16’ के घर में इस वक्त केवल 5 खिलाड़ी नहीं हैं बल्कि पूरी भीड़ पहुंच चुकी है। यह भीड़ है जर्नलिस्ट की। ‘बिग बॉस’ कहते नजर आ रहे हैं- पूरे सीजन में मैं ही इनसे सवाल पूछता आया हूं और अब मैं इन घरवालों को आपके हवाले करता हूं, आप जिस सदस्य से जो सवाल पूछना चाहते हैं पूछ सकते हैं।

शालीन पर दागा गया सवाल, कहा- टीना के जाते ही वह ठीक हो गए?

पहला सवाल शालीन से होता है और उनसे पूछा जाता है, ‘एक टाइम ऐसा था जब आपने निमृत के इमोशनल एंगल का मजाक उड़ाया फिर आपने सबके पास जाकर ये बात बोली कि मेरे से कोई बात नहीं कर रहा है, मै लो फील कर रहा हूं। टीना के जाने के तुरंत बाद वो लो अचानक से ठीक हो गया और आप डांस करने लग गए। उन्होंने कहा- इतना ऑन ऑफ तो नहीं होता, इसमें टाइम लगता है। इसपर शालीन ने कहा- मैं बहु रिग्रेट करता हूं कि जिस तरह मैंने बात की, पर वही है कि मेरे कंट्रोल में नहीं था। जो इमोशन जो मेंटल ट्रॉमा से मैं गुजर रहा था वो मेरे खुद के वश में नहीं था नहीं तो हम बैलेंस आउट करके बात करते हैं हर जगह। मेरा दिल और मेरे इमोशंस सच्चे थे।

शालीन से पूछा- क्या आप रिश्तों के मामले में कमजोर हैं?

शालीन से पूछा गया- क्या आप रिश्तों के मामले में कमजोर हैं? इसपर उन्होंने कहा- मैं कहीं न कहीं कमजोर हूं, दिमाग के मामले में भी कमजोर हूं थोड़ा। हर आदमी परफेक्ट नहीं होता। शालीन ने चुगली को लेकर सवालों का जवाब देते हुए ये भी कहा- मुझे चुगली करने में यहां मजा आने लगा, मुझमें भी औरत है। यहां मैंने ये भी सीखा।

प्रियंका ने कहा- मैं अपने दोस्तों को लेकर मां की तरह प्रोटेक्टेड रहती हूं

प्रियंका टीना और शालीन के बीच बिचिंग का आरोप लगा। प्रियंका ने सफाई देते हुए कहा कि वह टीना को शालीन की बातें कहते हुए कई बार उनकी बिचिंग भी करती थीं। प्रियंका ने कहा- मैं अपने दोस्तों को लेकर मां की तरह प्रोटेक्टेड रहती हूं ऐसे ही जैसे एक मां की तरह।

शिव पर उठी साजिद खान से बॉन्डिंग को लेकर उंगलियां

शिव से सवाल किया है, ‘आपको लगता है कि साजिद खान घर के अंदर डायरेक्टर थे और आप कहीं न कहीं एक एक्टर थे। वो जिस तरह से डायरेक्ट करते थे आप खेलते जाते थे। साजिद की एग्जिट के बाद आप दिख ही नहीं रहे हो, बोलें तो। शिव ने कहा- पहले तो ये कि मैं एक्टर नहीं बल्कि रॉ हूं, मुझे एक्टर बनना है। मुझे पता नहीं था कि स्टैन कौन है, इससे मेरी दोस्ती हुई। जो किसी की थॉट या ओपनियन पर चलते हैं वो घर चले गए, कभी-कभी मैने उन्हें एक डायरेक्टर के तौर पर नहीं देखा है बल्कि एक फ्रेंड के तौर पर देखा है। आपने ये नहीं देखा होगा कि उनके कुछ थॉट नहीं मिलते थे तो हमारी अनबन होती थी।

प्रियंका और शिव से एक सवाल

इसके बाद शिव और प्रियंका से पूछा गया कि क्या उन्हें ये कभी नहीं लगा कि दोनों को मिलकर खेलना चाहिए? शिव और प्रियंका ने कहा- हम दोनों का तरीका अलग-अलग था। प्रियंका ने कहा- ये अपने दोस्तों को अलग तरह से डील करते हैं, ये उन्हें अलग तरह से सपोर्ट करते हैं और मैं उन्हें मुंह पर बोल देती हूं कि नहीं यार मत कर ऐसे, तू गलत है। शिव ताना मारते हुए दिखाते हैं कि उन दोनों का अपने-अपने दोस्तों से डील करने का तरीका कितना अलग है।

शालीन क्या आप पनौती का टैग लेकर खुश हैं?

अर्चना ने शालीन को लेकर कहा- ये पनौती है, इसकी कुंडली ऐसी है कि जिसके साथ मिल जाए तो उसकी कुंडली बैठ जाती है। इसपर जर्नलिस्ट ने पूछा- शालीन क्या आप पनौती का टैग लेकर खुश हैं? स्टैन से पूछा गया कि वह अक्सर कमरे में बैठकर प्रियंका की तारीफ करते थे उनके सामने क्यों नहीं किया कभी? स्टैन ने कहा- झगड़े चालू थे।

अर्चना को लेकर सवाल पूछते हुए उनकी तुलना राखी सावंत और डॉली बिंद्रा से की गई। अर्चना ने कहा- राखी से मतलब नहीं समझी। प्रियंका ने कहा- तेरी तारीफ हो रही है। अर्चना ने जवाब देते हुए कहा- मैं रपाखी नहीं बनना चाहती।

शिव से पूछा- फी स्टैन के लिए त्याग करोगे?

इस शो में जर्नलिस्ट ने शिव से सवाल किया और पूछा कि ‘बिग बॉस 16’ की ट्रोफी स्टैन के लिए त्याग करोगे? उसे दोगे? इसपर शिव ने जवाब दिया और कहा- हीरो बनने के लिए मैं हां भी कह दूं तो मेरा सपना है कि स्टेज पर सलमान सर का हाथ पकड़कर मैं और स्टैन रहूं। ये मेरा दोस्त है, एमसी होता है तो मुझे अच्छा लगेगा लेकिन अगर मैं होता हूं तो मुझे ज्यादा अच्छा लगेगा।

प्रियंका की आवाज पर भी हुआ सवाल

प्रियंका चाहर चौधरी से दूसरे के फट्टे में टांग अड़ाने को लेकर सवाल दागा गया। एक जर्नलिस्ट ने पूछा- दूसरों के फट्टे में टांग अड़ाने में आपकी आवाज बहुत बुलंद हो जाती थी, आपको लाउडस्पीकर तक कहा गया, इसपर आपका मुंहतोड़ जवाब क्या होगा? प्रियंका ने कहा- उस पल मुझे ऐसा लगने लगा था कि यार मेरी आवाज मेरी कमजोरी बन रही है यहां पर। फिर मुझे एहसास हुआ कि ये लोग मिलकर इसे मेरी कमजोरी बना रहे हैं, जबकि ये तो मेरी ताकत है। बिग बॉस हाउस में भी आपकी आवाज बुलंद न हो, दिखे न तो फिर क्या फायदा।

अर्चना की बातें सुनकर हंस पड़े सभी पत्रकार

इसके बाद प्रियंका और अर्चना दोनों से सवाल किया गया और पूछा गया- ऐसा लगा कि ये दोस्ती कन्विनिएंस की थी जिस तरह से हमेशा ये ऑन एंड ऑफ रही है। अर्चना ने कहा- मैं ये अब जाकर समझी हूं कि मैं छोटी-छोटी चीजों पर बहुत ज्यादा रिएक्ट करती थी तो मुझे इसकी… ये मुझे बहुत अच्छी लगती थी और लेकिन इसकी छोटी-छोटी चीजें जो हैं न… । ये सुनते हैं वहां मौजूद मीडिया के लोग हंस पड़ते हैं।शिव कहते हैं- अभी समझा, अब चार ही दिन बचे हैं।

स्टैन ने पूछा गया- जब गेम अब समझ आया तो यहां तक कैसे पहुंचे?

इसके बाद स्टैन से भी सवाल किया है और पूछा गया- अभी कुछ हाल-फिलहाल में आप कहते आ रहे हो कि मुझे गेम बहुत देर से समझ आई, क्या लगता है कि कौन सी चीज थी जो आपको यहां तक लेकर आई? इसपर स्टैन कहते हैं- एक ही रीजन है, चाहने वाले। स्टैन अपनी बातों को क्लियर करते हुए कहते हैं- गेम समझ आना मतलब इन लोगों का गेम। उनसे फिर पूछा गया कि जब भी ट्रोफी की बात आती है तो आप कहते हैं कि मंडली जीते तो फिर वही ऑडियंस आपके लिए क्यों वोट कर रही है? स्टैन कहते हैं- भाई मैं मंडली का हिस्सा ही है तो मैं मेरी भी बात कर रहा था। फिर वह कहते हैं- मैंने इधर ही सीखेला है ये सब।

घर के अंदर आने के बाद एमसी स्टैन औऱ शालीन के बीच बहस शुरू हो गई। शालीन चीखते हुए बात करते हैं तो स्टैन कहते हैं- मुझे राग नहीं पसंद। स्टैन आखिरकार कहते हैं कि चार दिन बचे हैं, क्यों ऐसे कर रहे। स्टैन शालीन की चीख सुनकर इरीटेट होते हैं। स्टैन कहते हैं- रिपोर्टन ने विक्टिम कार्ड बोला तो उसको बोलने का था न।