BHOPAL प्रति एक किलोमीटर के दायरे में औसतन 59 तंबाकू की दुकानें | There are an average of 59 tobacco shops per one kilometer in bhopal | News 4 Social h3>
भोपालPublished: Feb 05, 2024 11:32:00 pm
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स्लम इलाके के 31 सेे 44 साल के 40 फीसदी लोग तंबाकू खाते हैं। शहर में प्रति एक किलोमीटर के दायरे में औसतन 59 तंबाकू की दुकानें हैं। यह दुकानें ही कैंसर मरीज बना रही हैं।
भोपाल. यह आंकड़े डराने वाले हैं। भोपाल तेजी से कैंसर की राजधानी बनता जा रहा है। जितनी ज्यादा तंबाकू की दुकानें उतने ज्यादा इसके लती। लेकिन, इन दुकानों को बंद करने का कोई कानून नहीं। शहर के स्लम इलाके के 31 सेे 44 साल के 40 फीसदी लोग तंबाकू खाते हैं। शहर में प्रति एक किलोमीटर के दायरे में औसतन 59 तंबाकू की दुकानें हैं। यह दुकानें ही कैंसर मरीज बना रही हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंवायरमेंटल हेल्थ (निरेह) और एम्स भोपाल के एक सर्वे में यह चिंताजनक बात सामने आयी है। यह स्थिति तब है जब भोपाल कैंसर रजिस्ट्री की हालिया रिपोर्ट में यहां मुंह के कैंसर के मामलों में 3.8 फीसदी की वृद्धि हुई है। पुरुषों के कुल कैंसर में 16.3 फीसदी मामले इसी कैंसर के हैं।
6 हजार लोगों और 194 दुकानों पर सर्वे
शहर के 32 स्लम एरिया के 6 हजार 214 लोगों पर सर्वे हुआ। इसमें 31 से 44 साल की आयु के बीच के लोग शामिल थे। जो क्षेत्र में 6 माह से अधिक से रह रहे थे। 194 दुकानों को भी सर्वे में शामिल किया गया। इनमें से सिर्फ 35 यानी 18 फीसदी दुकानों के पास ही शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत लाइसेंस था। महज दो दुकानों में ही नो स्मोकिंग का साइन लगा था।
43 फीसदी दुकानें शैक्षणिक संस्थानों के पास
सर्वे में पता चला कि 43 फीसदी दुकानें एजुकेशनल संस्थानों के सौ मीटर के दायरे में हैं। इससे बच्चे भी तंबाकू के लती बन रहे हैं। सर्वे के शोध के मुताबिक न्यूयार्क में 10 किमी के दायरे में ज्यादा से ज्यादा 4 दुकानें ही तंबाकू-सिगरेट की हैं।
इन्होंने किया शोध
शोध में आईसीएमआर के योगेश दामोदर साबडे, विकास यादव, अभीजित पी. पाखारे के साथ एम्स भोपाल के संजीव कुमार, अंकुर जोशी और रजनीश जोशी शामिल थे।
सर्वे के मुख्य बिंदु
-तंबाकू की लत बढऩे के पीछे वातावरण जिम्मेदार
-महिलाओं में चबाने वाले तंबाकू की लत ज्यादा
-पुरुषों में धूम्रपान की लत ज्यादा
-दुनिया में तंबाकू के सेवन से हर साल 80 लाख मौतें
– कैंसर, फेफड़ों की बीमारी, दिल की बीमारी, स्ट्रोक जैसे रोग
यह आंकड़े भी चिंतनीय
-भोपाल में एक लाख की आबादी में 12.5 लोग ओरल कैंसर के शिकार
-भोपाल में दांतों की बीमारी के सबसे ज्यादा मरीज
-भोपाल के 7० प्रतिशत लोग खाते हैं तंबाकू और गुटखा
-भोपाल में 19 फीसदी छात्राएं भी करती हैं तंबाकू का सेवन
-मप्र में 50.20 प्रतिशत पुरूष और 17.30 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं
-भोपाल में मुंह के कैंसर के मरीज हर साल करीब 3.8 फीसदी की दर से बढ़ रहे
-प्रति एक लाख की आबादी पर 9.4 बच्चों को कैंसर
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भोपालPublished: Feb 05, 2024 11:32:00 pm
स्लम इलाके के 31 सेे 44 साल के 40 फीसदी लोग तंबाकू खाते हैं। शहर में प्रति एक किलोमीटर के दायरे में औसतन 59 तंबाकू की दुकानें हैं। यह दुकानें ही कैंसर मरीज बना रही हैं।
भोपाल. यह आंकड़े डराने वाले हैं। भोपाल तेजी से कैंसर की राजधानी बनता जा रहा है। जितनी ज्यादा तंबाकू की दुकानें उतने ज्यादा इसके लती। लेकिन, इन दुकानों को बंद करने का कोई कानून नहीं। शहर के स्लम इलाके के 31 सेे 44 साल के 40 फीसदी लोग तंबाकू खाते हैं। शहर में प्रति एक किलोमीटर के दायरे में औसतन 59 तंबाकू की दुकानें हैं। यह दुकानें ही कैंसर मरीज बना रही हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंवायरमेंटल हेल्थ (निरेह) और एम्स भोपाल के एक सर्वे में यह चिंताजनक बात सामने आयी है। यह स्थिति तब है जब भोपाल कैंसर रजिस्ट्री की हालिया रिपोर्ट में यहां मुंह के कैंसर के मामलों में 3.8 फीसदी की वृद्धि हुई है। पुरुषों के कुल कैंसर में 16.3 फीसदी मामले इसी कैंसर के हैं।
6 हजार लोगों और 194 दुकानों पर सर्वे
शहर के 32 स्लम एरिया के 6 हजार 214 लोगों पर सर्वे हुआ। इसमें 31 से 44 साल की आयु के बीच के लोग शामिल थे। जो क्षेत्र में 6 माह से अधिक से रह रहे थे। 194 दुकानों को भी सर्वे में शामिल किया गया। इनमें से सिर्फ 35 यानी 18 फीसदी दुकानों के पास ही शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत लाइसेंस था। महज दो दुकानों में ही नो स्मोकिंग का साइन लगा था।
43 फीसदी दुकानें शैक्षणिक संस्थानों के पास
सर्वे में पता चला कि 43 फीसदी दुकानें एजुकेशनल संस्थानों के सौ मीटर के दायरे में हैं। इससे बच्चे भी तंबाकू के लती बन रहे हैं। सर्वे के शोध के मुताबिक न्यूयार्क में 10 किमी के दायरे में ज्यादा से ज्यादा 4 दुकानें ही तंबाकू-सिगरेट की हैं।
इन्होंने किया शोध
शोध में आईसीएमआर के योगेश दामोदर साबडे, विकास यादव, अभीजित पी. पाखारे के साथ एम्स भोपाल के संजीव कुमार, अंकुर जोशी और रजनीश जोशी शामिल थे।
सर्वे के मुख्य बिंदु
-तंबाकू की लत बढऩे के पीछे वातावरण जिम्मेदार
-महिलाओं में चबाने वाले तंबाकू की लत ज्यादा
-पुरुषों में धूम्रपान की लत ज्यादा
-दुनिया में तंबाकू के सेवन से हर साल 80 लाख मौतें
– कैंसर, फेफड़ों की बीमारी, दिल की बीमारी, स्ट्रोक जैसे रोग
यह आंकड़े भी चिंतनीय
-भोपाल में एक लाख की आबादी में 12.5 लोग ओरल कैंसर के शिकार
-भोपाल में दांतों की बीमारी के सबसे ज्यादा मरीज
-भोपाल के 7० प्रतिशत लोग खाते हैं तंबाकू और गुटखा
-भोपाल में 19 फीसदी छात्राएं भी करती हैं तंबाकू का सेवन
-मप्र में 50.20 प्रतिशत पुरूष और 17.30 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं
-भोपाल में मुंह के कैंसर के मरीज हर साल करीब 3.8 फीसदी की दर से बढ़ रहे
-प्रति एक लाख की आबादी पर 9.4 बच्चों को कैंसर