भाईजान के दादा को घर के नीचे गड़ा मिला था खजाना, 57 साल के सलमान से जुड़े 57 अनसुने किस्‍से

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भाईजान के दादा को घर के नीचे गड़ा मिला था खजाना, 57 साल के सलमान से जुड़े 57 अनसुने किस्‍से

भाईजान के दादा को घर के नीचे गड़ा मिला था खजाना, 57 साल के सलमान से जुड़े 57 अनसुने किस्‍से

वो किसी के ‘भाई’ हैं तो किसी की ‘जान’, ऊपर अल्‍लाह और नीचे धरती है तो इसके बीच में सलमान के फैंस का अपने ‘भाईजान’ के लिए उनका जुनून है। वो जुनून जो बहुतों को पागलपन भी लगता है। लेकिन न तो इससे सलमान के फैंस को और न ही सलमान को कोई फर्क पड़ता है। 27 दिसंबर 1965 को पैदा हुए सलमान खान मंगलवार को 57 साल के हो गए हैं। सोमवार देर रात मुंबई के बांद्रा में पार्टी हुई। शाहरुख खान से लेकर संगीता बिजलानी तक सलमान की इस बर्थडे पार्टी में पहुंचे थे। साल 1965 में पैदा हुए सलमान अपने जीवन के 499,656 से अध‍िक घंटे बिता चुके हैं। वह बीते 34 साल से स‍िनेमा के पर्द पर एंटरटेनमेंट का तड़का लगा रहे हैं। सलमान खान ने डेब्‍यू कब किया, किन फिल्‍मों ने उन्‍हें स्‍टार बनाया, ये सब तो हर किसी को पता हैं। बीते 12 साल से उनकी लगातार 15 फिल्‍में 100 करोड़, 200 करोड़ और 300 करोड़ क्‍लब में हैं, ये भी आपको पता होंगी। लेकिन इंदौर में पैदा हुए सलमान के बारे में ऐसी कई बातें हैं, जो उनके सुपरफैन्‍स ही जानते होंगे, या शायद वो भी नहीं! तो आइए, आज 57 के सलमान की जिंदगी से जुड़ी ऐसी 57 बातें आपको बताते हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।

शुरू से शुरू करते हैं, क्‍योंकि अपने भाई का बर्थडे है | Salman Khan 57 Lesser Known Facts:

1. इंदौर में सोमवार, 27 दिसंबर 1965 की वह सर्द सुबह थी। 10 बजकर 45 मिनट पर कल्‍याणमल नर्सिंग होम में सलमा सलीम ने बेटे को जन्‍म दिया। यह नर्सिंग होम महाराजा होल्‍कर ने बनवाया था। सलमान का जन्‍म नर्सिंग होम के वार्ड नंबर-1 में हुआ था। सलमा सलीम को 26 दिसंबर की रात अस्पताल लेकर आए थे।

2. नर्सिंग होम के रजिस्‍टर में मां सलमा सलीम और पिता सलीम खान का पता ओल्‍ड पलासिया, इंदौर लिखा हुआ है। सलमान की डिलिवरी अस्‍पताल में दाई रुकमणि भाटी ने करवाई थी। बख्‍शीश में खुश होकर सलीम खान ने उन्‍हें उस दौर में 100 रुपये दिए थे। उनके पिता सलीम का पैतृक घर इस नर्सिंग होम से कुछ ही कदम की दूरी पर है।

अब ऐसा द‍िखता है इंदौर का कल्‍याणमल नर्सिंग होम

3. कल्‍याणमल नर्सिंग होम में आज भी वो वजन करने वाली मशीन मौजूद है, जिस पर जन्‍म के वक्‍त सलमान को रखा गया था। सलमान जब पैदा हुए थे, तब उनका वजन 6.5 पाउंड था। सलमान के जन्म के बाद 12 दिनों तक सलमा और सलमान अस्पताल में ही रहे थे।

4. सलमान खान के पूर्वज अफगानिस्‍तान के पठान थे, जो बेहतर जीवन की तलाश में एक बाबा (धर्मगुरु) के साथ इंदौर आ गए थे। सलमान के दादा अब्दुल रशीद खान और उनके भी दादा अब्दुल लतीफ खान थे। उनके परिवार की तीन पीढ़ियां सेना में भर्ती हुईं।

5. सलमान की मां सलमा महाराष्‍ट्र की हैं। उनका असली नाम सुशीला चरक है। उनके पिता यानी सलमान के नाना बलदेव सिंह चरक जम्‍मू-कश्‍मीर से ताल्‍लुक रखते थे।

6. अब थोड़ा और पीछे चलते हैं। सलमान से पहले, सलीम खान से भी पहले। बात सलमान खान के पूर्वजों की। सलमान खान मूल रूप से अफगानी पठान हैं। उनके पूर्वज 18वीं शताब्‍दी में अफगानिस्‍तान के खैबर पख्‍तूनख्‍वा के मालकंद से हिंदुस्‍तान आए थे।

7. सलमान खान के पूर्वज अलाकोजाई पश्तून थे। इन्हें अलाकोजाई युसुफजई समाज से जुड़ा हुआ माना जाता है। 18वीं शताब्‍दी में एक सूफी संत के अनुयायी बनकर उनके साथ हजारों की संख्‍या में लोग भारत आए थे। इंदौर के महाराजा होल्कर ने उनके पूर्वजों को शरण दी थी।

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सलमान खान के दादा अब्‍दुल राश‍िद खान

8. सलमान खान और उनकी फैमिली आज सिनेमा की दुनिया का अहम हिस्‍सा है। लेकिन उनके दादा-परदादा इससे कहीं दूर एक अलग रुआब वाली शख्‍स‍ियत थे। सलमान खान के परदादा का नाम अनवर खान था। वह ब्रिटिश भारतीय सेना के घुड़सवार दल में थे।

9. सलमान खान के दादाजी यानी सलीम खान के पिता अब्‍दुल राश‍िद खान एक रसूखदार इंसान थे। अब्‍दुल राश‍िद खान इंदौर के डीआईजी पद से रिटायर हुए थे। वह होल्‍कर राम में डीआईजी के पद पर थे। महाराजा यशवंत राव होल्‍कर ने उन्हें ‘दिलेर जंग’ की उपाधि दी थी।

10. सलमान खान के दादा अब्दुल राशिद खान के हाथ एक खजाना भी लगा था। जी हां, अपनी किताब ‘बीइंग सलमान’ में जसीम खान लिखते हैं कि इंदौर के बड़वाली चौकी इलाके में अब्‍दुल राश‍िद खान ने एक बिल्‍ड‍िंग खरीदी थी। जब वह उसे तोड़कर घर बना रहे थे, तब वहां एक खजाना मिला। सलमान के दादा ने खजाना मिलने के बाद वह इमारत बेच दी और फिर पलासिया इलाके में एक बड़ी जमीन खरीदकर वहां घर बनाया।

11. सलमान खान का दबंग अंदाज मशहूर है। लेकिन लगता है कि उनका यह रुतबा उन्‍हें अपने दादा जी से ही मिला है। इंदौर के पुराने लोग और परिवार के करीबी बताते हैं कि सलमान के दादा यानी डीआईजी अब्‍दुल राश‍िद खान भी काफी रौबदार और दबंग इंसान थे। उन्‍हें लोग ‘सर’ नहीं, ‘मियां’ कहकर पुकारते थे।

12. सलमान के चाचा नईम खान बताते हैं कि अब्‍दुल राश‍िद बड़े सख्‍त मिजाज के थे। वह डीआईजी थे, लेकिन घर पर कोई नौकर नहीं रखते थे। घरवालों को सारे काम खुद ही करने पड़ते थे। घर में बिजली तक नहीं थी। ना ही वह घर में कभी ताला भी लगाते थे। डीआईजी होकर भी वह कभी साथ में रिवॉल्वर नहीं रखते थे। डंडे से ही उनका काम चलता था।

13. सलमान के पिता सलीम खान का जन्‍म इंदौर में ही हुआ है। 24 नवंबर 1935 को सलीम खान पैदा हुए। जबकि इसके ठीक 30 साल बाद 27 दिसंबर 1965 को सलमान खान पैदा हुए।

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सलमान खान के बचपन की फोटो

14. जैसे हमारे देश में विविधता में भी एकता है, कुछ वैसा ही सलमान खान का परिवार भी है। सलमान के पिता सलीम खान मुसलमान हैं। सलमान की मां से उन्‍होंने लव मैरिज की थी। 18 नवंबर 1964 को सलीम खान ने महाराष्‍ट्र के राजपूत परिवार की सुशीला चरक से निकाह किया। सुशीला इसके बाद सलमा बन गईं। सलीम खान ने 1981 में हेलेन से शादी की। सलमान के सबसे छोटे भाई सोहेल खान की पूर्व पत्‍नी सीमा सचदेव सिख परिवार से ताल्‍लुक रखती थीं। जबकि अरबाज की पूर्व पत्‍नी मलाइका अरोड़ा एक पंजाबी खत्री परिवार से थीं।

15. सलमान खान की चाची सुफिया खान बताती हैं कि बचपन से ही सलमान को घर का खाना बहुत पसंद है। वह आज भी घर की बनी पीली दाल सबसे ज्‍यादा पसंद करते हैं। इसके अलावा वह राजमा-चावल भी बड़े चाव से खाते हैं। सलमान को खीर बहुत पसंद है और गोल-गप्‍पे के तो वो दीवाने हैं।

16. सलमान खान के हाथों में हम भी ने उनका आइकॉनिक ब्रेसलेट देखा है। लेकिन क्‍या आपको पता है कि इसके पीछे भी एक किस्‍सा है। उनके ब्रेसलेट में जो पत्‍थर है उसका नाम फिरोजा है। सलमान को यह ब्रेसलेट उनके चाचा ने दिया था। सलमान जब लगातार फ्लॉप हो रही फिल्‍मों और कोर्ट केसेज से परेशान थे, तब चाचा ने यह ब्रेसलेट गुडलक के तौर पर दिया था। यह सलमान के लिए लकी साबित हुआ। उनके डूबते करियर को 2003 में आई ‘तेरे नाम’ ने उबारा। तब से ही यह ब्रेसलेट उनके पास है।

17. सलमान खान को एक ऐसा ही गिफ्ट ग्‍वालियर में सिंध‍िया स्‍कूल के दिनों में भी मिला था। सलमान के चाचा ने उन्‍हें रैंगलर का एक डेनिम जींस गिफ्ट किया था। यह गिफ्ट उन्‍हें इस कदर पसंद आया कि वह सेंट जेवियर्स में कॉलेज के दिनों में भी वह जींस पहनते थे। सलमान का मानना था कि वह जींस उनका लकी चार्म है।

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अपने भाई-बहनों के साथ सलमान खान (पीछे सबसे बाएं)

18. सलमान के बारे में यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि वह साबुन के शौकीन हैं। उनके बाथरूम में 10 से अध‍िक तरह के साबुन रहते हैं। खास बात यह है कि ये सभी साबुन फूलों और फलों के रस से बनते हैं, जिन पर एक एक्‍सपायरी डेट भी रहती है।

19. सलीम खान ने सलमान को सीख दी थी कि वह अपने बूते अपना मुकाम बनाए। यही कारण है कि स्‍ट्रगल के दिनों में जब सलमान इंडस्‍ट्री में आए, तब वह कभी अपने पिता की कार लेकर शूट पर नहीं गए। अपनी कमाई से सलमान ने पहली गाड़ी खरीदी। यह एक ओपन हुड वाली स्‍टैंडर्ड हेराल्‍ड कार थी।

20. सलमान खान को बचपन से ही बाइक्‍स का भी शौक रहा है। करियर के शुरुआती दिनों में जब सलमान ने कई फिल्‍में साइन कीं, तब उन्‍होंने अपनी कमाई से एक डर्ट बाइक भी खरीदी थी। लेकिन पिता सलीम खान को सलमान के बाइक चलाने से डर लगता था। ऐसे में एक बार जब वह एक फिल्‍म की शूटिंग के लिए बाहर गए तो पीछे से सलीम खान ने वह बाइक बेच दी थी।

21. सलीम खान की फैमिली इंदौर में रहती थी। वह 70 रुपये लेकर हीरो बनने के लिए मुंबई आए थे। लेकिन किस्‍मत ने उन्‍हें सुपरस्‍टार स्‍क्रीनप्‍ले राइटर बना दिया। हालांकि उन्‍होंने कुछ फिल्‍मों में एक्‍ट‍िंग भी की। दिलचस्‍प है कि 1965 में जिस साल सलमान खान पैदा हुए, उसी साल सलीम खान की बतौर लीड हीरो पहली फिल्‍म ‘राका’ भी रिलीज हुई थी। सलमान का अध‍िकतर बचपन मुंबई में बीता। लेकिन इंदौर से उनका खास लगाव रहा है। वह हर गर्मियों की छुट्टी में इंदौर चले जाते थे।

22. सलीम खान का परिवार इंदौर से मुंबई आ गया। सलमान बचपन से ही बड़े शैतान रहे हैं। एक बार सलमान की नादानी से घर में ऐसा कुछ हुआ कि पूरा परिवार बाल-बाल बच गया। सलमान ने बाथरूम का गीजर ऑन छोड़ दिया। इसी बीच वॉल्‍टेज अप-डाउन हुआ और गीजर फट गया। खुशकिस्‍मती थी कि तब बाथरूम में कोई नहीं था। सलीम खान ने सलमान को खूब फटकार लगाई। मां के लाडले सलमान को संभालना मुश्‍क‍िल हो रहा था। फैसला किया गया क‍ि उन्‍हें बोर्डिंग स्‍कूल भेजा जाएगा।

23. सलमान और उनके छोटे भाई अरबाज खान को माता-पिता ने ग्‍वालियर के मशहूर सिंध‍िया बोर्डिंग स्‍कूल में दाख‍िला दिलवाया। यह अभी भी देश के सबसे मशहूर स्‍कूलों में से है। सलमान तब 8वीं में पढ़ते थे और अरबाज 6ठी क्‍लास में। दोनों ने वहां दो साल पढ़ाई की। सलमान स्‍कूल के पॉप्‍युलर रानोजी हाउस में थे।

24. सलमान का दिल पढ़ाई में कभी नहीं लगा। सिंध‍िया स्‍कूल में अनुशासन अध‍िक था। कैंपस से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। दोनों भाइयों ने हर तरह के नखरे दिखाए। अरबाज ने तो एक चिट्ठी में यहां तक लिखा कि यदि उन्‍हें इस स्‍कूल से नहीं निकाला गया तो वह कूदकर आत्‍महत्‍या कर लेंगे। साल 1979 में सलमान-अरबाज ग्‍लवालियर से मुंबई आ गए। बांद्रा के सेंट स्टेनिस्लॉस हाई स्कूल में उनका एडमिशन करवाया गया।

25. सलमान का दिल इंदौर में खूब लगता था। वहां उन्‍हें अपने कजिन भाइयों के साथ बदमाशी का पूरा मौका मिलता था। स्‍कूटर चलाना, स्‍टंट करना, ये सब सलमान का टाइमपास था। एक बार इसी चक्‍कर में इंदौर के निकट बरदारी गांव में बाइक स्‍टंट के दौरान सलमान फिसल गए और हाथ की हड्डी टूट गई।

26. सलमान के बचपन में उनके पार्टनर इन क्राइम थे मातिन खान और एक साथी जिनका नाम दल्‍ला है। दल्‍ला बरदारी के खेतों में मजदूर का काम करते हैं। वह बताते हैं कि सलमान आज भी जब इंदौर जाते हैं तो समय मिलने पर उनसे जरूर मिलते हैं। दल्‍ला कहते हैं कि सलमान का निशाना बहुत तगड़ा था। वह बचपन से ही उड़ती चिड़‍िया को गुलेल से मार गिराते थे। खेतों में ट्रैक्‍टर चलाना, घुड़सवारी करना, थक जाने पर नदी और झील में नहाना, यह सब सलमान को बहुत बचपन से बहुत पसंद है।

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अपनी डेब्‍यू फिल्‍म ‘बीवी हो तो ऐसी’ में सलमान खान

27. मुंबई आने पर बांद्रा के जिस सेंट स्टेनिस्लॉस हाई स्कूल में सलमान और अरबाज का एडमिशन हुआ, वह गैलेक्‍सी अपार्टमेंट के पास ही है। सलमान पढ़ाई में भले ही फिसड्डी थे, लेकिन खेलकूद से लेकर बाकी ऐक्‍ट‍िविटीज में वह अव्‍वल थे। पर शैतानी भी बहुत करते थे इसलिए प्रिंसिपल से डांट खाते थे।

28. सेंट स्टेनिस्लॉस में सलमान से दो साल सीनियर रहे डॉ. सुधीर चोपड़ा बताते हैं कि सलमान हमेशा से यारों के यार रहे हैं। एक बार उन्‍होंने स्‍कूल के दोस्‍तों से वादा किया कि लंच में सभी को अपने घर खाने पर ले चलेंगे। खुद जाकर स्‍कूल प्रिंसिपल से बात की। तय हुआ 7 दोस्‍त लंच पर सलमान के घर जाएंगे। स्‍कूल से दोस्‍तों संग लंच में घर आने का यह सिलसिला धीरे-धीरे रोज की बात हो गई।

29. सलमान खान को 10वीं के बोर्ड एग्‍जाम में 68 परसेंट नंबर आए थे। सेंट स्टेनिस्लॉस के प्रिंसिपल को भी यकीन नहीं हुआ कि सलमान ने इतने नंबर लाए हैं। मजेदार बात यह है कि बोर्ड के बाद जब सलमान ने सेंट जेवियर्स कॉलेज में दाख‍िला लिया, तब सेंट स्टेनिस्लॉस के यही प्रिंसिपल साहब वहां भी मौजूद थे। हालांकि, सलमान ने कॉलेज की पढ़ाई पूरी नहीं की और फिल्‍मी दुनिया में करियर बनाने निकल पड़े।

30. सलमान अपनी गर्लफ्रेंड्स की वजह से खूब चर्चा में रहे हैं। लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि उनकी पहली गर्लफ्रेंड संगीता बिजलानी नहीं थीं। सलमान को कॉलेज के दिनों में एक लड़की से प्‍यार हुआ। नाम था शाहीन जाफरी। शाहीन जाफरी अब शाहीन बानो हैं। उनका एक परिचय यह है कि वह कियारा आडवाणी की मौसी हैं। यही नहीं, अजय देवगन की फिल्‍म ‘श‍िवाय’ की हीरोइन सायशा सहगल इन्‍हीं शाहीन की बेटी हैं।

31. शाहीन से सलमान की मुलाकात कियारा की मां जेनेविव आडवाणी ने करवाई थी। सलमान और जेनेव‍िव दोस्‍त थे। दोनों साथ में साइकिलिंग किया करते थे। शाहीन का एक परिचय और है। वह दिग्‍गज ऐक्‍टर अशोक कुमार की नातिन हैं। सलमान उन दिनों अपनी लाल रंग की स्‍पोर्ट्स कार में कॉलेज के खूब चक्‍कर लगाया करते थे। जाहिर तौर पर यह शाहीन को इम्‍प्रेस करने के लिए था। हालांकि, यह कॉलेज वाला प्‍यार गहरा होने से पहले ही खत्‍म हो गया।

‘मैंने प्‍यार क‍िया’ फ‍िल्‍म के ल‍िए सलमान खान का ऑड‍िशन वीडियो-

32. सलमान खान आज बॉलिवुड के न सिर्फ सबसे मशहूर सुपरस्‍टार हैं, बल्‍क‍ि कमाई के मामले में भी वह नंबर-1 हैं। 2019 में फोर्ब्‍स की लिस्‍ट के मुताबिक, सलमान खान की नेट वर्थ 293 मिलियन डॉलर थी। 2021 में एक अपुष्‍ट आंकड़े के मुताबिक यह 380 मिलियन डॉलर है। जाहिर है यह सब एक दिन में नहीं हुआ। सलमान ने 34 साल के करियर में 118 फिल्‍मों में छोटे-बड़े रोल किए हैं। टीवी पर भी वह ‘दस का दम’ से लेकर ‘बिग बॉस’ तक उनकी मेहनत न सिर्फ पॉप्‍युलैरिटी, बल्‍क‍ि कमाई के मामले में भी रंग लाई है।

33. सलमान ने जब करियर की शुरुआत की थी तब एक टारगेट बनाया था। उन्‍होंने अपने एक इंटरव्‍यू में कहा था कि उनका टारगेट 10 लाख रुपये कमाना था। यह टारगेट उन्‍होंने अपनी दूसरी फिल्‍म की रिलीज तक ही पूरा कर लिया था।

34. स्‍ट्रगल के दिनों में सलमान का अध‍िकतर वक्‍त सी-रॉक होटल के जिम और स्‍व‍िमिंग पूल में बीतता था। इसके अलावा वह हर दिन बांद्रा में ‘ओल्‍ड बंगला’ के पास बने पार्क में अपनी शाम बिताते थे। दिलचस्‍प बात यह है कि इसी ‘ओल्‍ड बंगले’ को आज पूरी दुनिया शाहरुख खान के घर ‘मन्‍नत’ के रूप में पहचानती है।

35. सलमान खान ने खुद अपने उन दिनों को लेकर एक वाकया सुनाया था। सलमान ने बताया था कि उन दिनों हर रोज होटल में अच्‍छा खाना खाने के पैसे नहीं होते थे। ऐसे में कई बार वह जिम के दोस्‍तों के साथ पार्टियों में गेट क्रैश किया करते थे। सलमान कहते हैं, ‘हम जिम से निकलते थे। देखते थे कि पास में कहीं पार्टी हो रही है, हम तुरंत ब्‍लैजर डालकर घुस जाते थे पार्टी में। फिर खाकर सबसे मिलकर निकल जाते थे।’

36. सलमान ने 1988 में फिल्‍मों में डेब्‍यू किया। लेकिन क्‍या आपको पता है कि वह पहली बार कैमरे के सामने इससे करीब 1-2 साल पहले एक टीवी विज्ञापन में आए थे। जी हां, सलमान फिल्‍मों से पहले मॉडलिंग की दुनिया में हाथ-पैर मार रहे थे। उन्‍हें टीवी ऐड फिल्‍म की दुनिया में पहला काम ‘कैम्‍पा कोला’ सॉफ्ट ड्रिंक के विज्ञापन में मिला था। मजेदार बात है कि यह काम उन्‍हें न तो उनकी सूरत और न पर्सनैलिटी या बॉडी देखकर, बल्‍क‍ि किसी और खूबी की वजह से मिला था।

37. सलमान खान बचपन से ही स्‍व‍िमिंग करते हैं। एक दिन वह सी-रॉक होटल के पूल में अंडरवाटर स्‍व‍िमिंग कर रहे थे। तभी ऐड फिल्‍म से जुड़े मेकर्स ने उन्‍हें देखा। मेकर्स को एक ऐसा आर्टिस्‍ट चाहिए था जो ऐड फिल्‍म में बोट से समंदर के अंदर कूदकर अंडरवाटर स्‍व‍िमिंग कर सके। सलमान कहते हैं, ‘मुझे शुरू में लगा कि वो लोग मुझसे इम्‍प्रेस हुए हैं। बाद में पता चला कि यह काम मुझे मेरी पर्सनैलिटी की वजह से नहीं, बल्‍क‍ि स्‍व‍िमिंग स्‍क‍िल की वजह से मिला है।’

38. सलमान अब पढ़ाई छोड़ चुके थे। इंडस्‍ट्री से जुड़ना चाहते थे। फिल्‍मी दुनिया में उन्‍हें पहला काम मिला असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर का। डायरेक्‍टर शश‍िलाल नायर की फिल्‍म ‘फलक’ शूट हो रही थी। जैकी श्रॉफ फिल्‍म में लीड रोल में थे। सलीम खान ने फिल्‍म के लिए कहानी लिखी है। सलमान ने इस फिल्‍म में असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर की भूमिका निभाई है। यह फिल्‍म भी 1988 में ही रिलीज हुई।

39. मुंबई का होटल सी-रॉक सलमान की जिंदगी में अहम रहा है। वह वहां जिम और स्‍व‍िमिंग करते थे। लिम्‍का का विज्ञापन भी उन्‍हें वहीं मिला। इतना नहीं, संगीता बिजलानी से लेकर सोमी अली तक से सलमान की मुलाकात उसी होटल में हुई। यही नहीं, सलमान की अपने बहनोई अतुल अग्‍न‍िहोत्री, फैशन डिजाइनर शबीना खान और मोहनीश बहल से दोस्‍ती भी इसी सी-रॉक होटल में हुई। हालांकि, 1993 के मुंबई बम धमाकों में यह होटल भी निशाना बनकर इतिहास बन गया।

40. सलमान को ‘बीवी हो तो ऐसी’ में डेब्‍यू का मौका मिला। रेखा और फारुख शेख की इस फिल्‍म में वह सपोर्टिंग रोल में हैं। डायरेक्‍टर जेके बिहारी की फिल्‍म में सलमान का कास्‍ट होना भी एक मजेदार किस्‍सा है। जेके बिहारी ऑड‍िशन ले लेकर थक गए थे। अपने गराज जैसे ऑफिस में वह बैठे थे। अपनी टीम से कहा कि अब इस बिल्‍ड‍िंग में जो भी इस रोल के लिए एंट्री करेगा, उसे साइन कर लेंगे। यही हुआ। सलमान ऑडिशन देने आए और उन्‍हें ‘विक्‍की’ का रोल मिल गया। डायरेक्‍टर साहब लगे हाथ कह भी दिया कि वह सलमान से इम्‍प्रेस नहीं हुए हैं, बस उन्‍हें किसी को देना था तो उन्‍होंने रोल दे दिया।

41. सलीम खान को सलमान के एक्‍ट‍िंग के हुनर पर भरोसा नहीं था। यही कारण है कि उन्‍होंने कभी स्‍ट्रगल कर रहे बेटे के लिए किसी को फोन नहीं किया। एक बार किसी ने उनसे कहा भी वह खुद सलमान को लेकर कोई फिल्‍म क्‍यों नहीं बनाते। इससे सलमान को एक अच्‍छा डेब्‍यू मिल जाएगा। खुद सलमान ने भी पिता से यह बात कही। इस पर सलीम खान ने तब कहा कि जब उनके बेटे पर कोई और पैसे नहीं लगाना चाह रहा तो भला वो अपनी सारी पूंजी कैसे दांव पर लगा दें।

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राजश्री के दफ्तर में सूरज बड़जात्‍या और मोहनीश बहल के साथ सलमान खान

42. सलमान की जिस बॉडी पर दुनिया फ‍िदा है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सलीम खान या सलमान की फैमिली शुरुआत में उनके इस शौक से खुश नहीं थी। यही कारण है कि सलमान सबसे छुपाकर मुंबई में जिम जाते थे। मोहनीश बहल इस बारे में खुलासा करते हैं। वह कहते हैं कि सलमान फैमिली से छिपकर सी-रॉक के जिम आते थे। कभी अगर कोई जानने वाला उन्‍हें वहां देख लेता था तो सलमान उसे 100 रुपये का रिश्‍वत देकर उनका यह राज छुपाने के लिए कहते थे। असल में सलीम साहब को नहीं लगता था कि सलमान हीरो बन सकते हैं, इसलिए वह नहीं चाहते थे कि सलमान जिम में अपना टाइम वेस्‍ट करें।

43. बीते दिनों आयुष शर्मा ने सलमान के बारे में खुलासा किया था कि वह घर पर किसी सुपरस्‍टार की तरह नहीं रहते। फर्श पर ही सो जाते हैं। न तो कपड़ों, न ही गाड़ी या मोबाइल का शौक रखते हैं। यह बात नई नहीं है। मोहनीश ने एक बार बताया था कि स्‍ट्रगल के दिनों में सलमान ने उनसे कहा था कि उन्‍हें महीने के बस 10 हजार रुपये की कमाई करनी है। इससे आगे उन्‍हें उस वक्‍त कुछ नहीं चाहिए था।

44. सलमान खान ने मेहनत की। किस्‍मत भी उन पर मेहरबान हुई। लेकिन इसकी शुरुआत यानी ‘मैंने प्‍यार किया’ में उनकी एंट्री का किस्‍सा भी कम दिलचस्‍प नहीं है। यह फिल्‍म न सिर्फ बतौर ऐक्‍टर सलमान की पहली फिल्‍म थी। बल्‍क‍ि सूरज बड़जात्‍या की भी बतौर डायरेक्‍टर यह एक डेब्‍यू फिल्‍म थी। फिल्‍म की ऐक्‍ट्रेस भाग्‍यश्री की भी यह पहली फिल्‍म थी।

45. आपको जानकर हैरानी होगी कि ‘मैंने प्‍यार किया’ के लिए राजश्री प्रोडक्‍शन ने पहले मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्‍वामी और दीपक तिजोरी को अप्रोच किया था। यही नहीं, ये दोनों ऐक्‍टर्स शॉर्टलिस्‍ट हो गए थे। खुद सूरज बड़जात्‍या ने ये बात सलमान खान को बताई थी।

46. सलमान को ‘मैंने प्‍यार किया’ मिलने की कहानी में एक नहीं कई लोगों ने उन्‍हें सपोर्ट किया था। सलीम खान के राइटिंग असिस्‍टेंट हनी गुप्‍ता इनमें से सबसे अहम थे, जिन्‍होंने जिद कर सलमान को राजश्री के दफ्तर भेजा था। इसके अलावा राजश्री के लिए काम कर रहे राइटर कमर नकवी ने भी सलमान की पैरवी की थी। सलमान से नकवी साहब एक रेस्‍त्रां में मिले थे और पहली मुलाकात में ही उन्‍हें लगा था कि सिनेमा की समझ के हिसाब से उन्‍हें ऐक्‍ट‍िंग का मौका मिलना चाहिए। इन सब के अलावा मॉडल शबाना दत्ता ने भी सूरज के सामने सलमान का नाम रेकेमंड किया था। शबाना खुद फिल्‍म में भाग्‍यश्री वाले रोल के लिए ऑडिशन देने पहुंची थीं।

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सनम बेवफा फ‍िल्‍म में चांदनी के साथ सलमान खान

47. आख‍िरकार सलमान को राजश्री के दफ्तर से फोन आया। स्‍क्रीन टेस्‍ट के लिए बुलाया गया। सलमान सुबह 6 बजे अपने दोस्‍त बंटी वालिया के पास पहुंचे। उनके वार्डरॉब से कपड़े उधार लिए। फिर बंटी और दोस्‍त-कोरियोग्राफर फराह खान के साथ वर्ली स्‍थ‍ित राजश्री के दफ्तर पहुंचे। वहां दिनभर ऑडिशन दिया। इस दौरान सलमान को डांस करने के लिए भी कहा गया। फराह बताती हैं कि उन्‍होंने जब सलमान को डांस करते देखा तो वहां से भाग निकलीं, क्‍योंकि उनके स्‍टेप्‍स बहुत अजीब थे।

48. सूरज बड़जात्‍या को सलमान का ऑडिशन बहुत पसंद आया। उन्‍होंने तय किया कि वह उन्‍हें ही हीरो बनाएंगे। लेकिन एक दुविधा थी। राजश्री की चाहत थी कि ‘मैंने प्‍यार किया’ सलमान की डेब्‍यू फिल्‍म हो। लेकिन उनकी ‘बीवी हो तो ऐसी’ रिलीज को तैयार थी। तमाम कशमकश के बाद आख‍िरकार एक दिन सूरज अपनी कार से सलमान के पास पहुंचे और कॉन्‍ट्रैक्‍ट साइन करवाते हुए कहा, ‘मुझे फर्क नहीं पड़ता आपकी कौन सी फिल्‍म पहले रिलीज होगी। आप शानदार हो और मुझे ये फिल्‍म आपके साथ ही करनी है।’

49. सलमान तब महज 23 साल के थे। आप समझ सकते हैं कि एक अच्‍छे डेब्‍यू के लिए कोई न्‍यूकमर किस तरह तरसता है। लेकिन सलमान सबके दिलों पर राज क्‍यों करते हैं, इसका अंदाजा आपको इस वाकये से आ जाएगा। जब सलमान ने ‘मैंने प्‍यार किया’ साइन की, तब तक मोहनीश बहल की 6 फिल्‍में रिलीज हो चुकी थीं। इनमें से एक हिट थीं और बाकी 5 फ्लॉप। करियर डूबने की कगार पर था। लेकिन बीच में आए सलमान खान। उन्‍होंने सूरज बड़जात्‍या से कहा कि वह मोहनीश को फिल्‍म में विलन का रोल दें। यही नहीं, सलमान ने यहां तक कहा था कि यदि मोहनीश फिल्‍म में नहीं होंगे तो वह भी फिल्‍म नहीं करेंगे।

50. सलमान पर्दे पर कभी बोल्‍ड सीन नहीं करते। अपनी किसी ऐक्‍ट्रेस को होंठों पर किस नहीं करते। वह 33 साल से अपनी इस बात पर कायम हैं। ‘मैंने प्‍यार किया’ के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था। सलमान खान और भाग्‍यश्री होरिजन होटल में फिल्‍म के लिए फोटोशूट करने पहुंचे थे। फोटोग्राफर ने सलमान से आकर कहा कि वह भाग्‍यश्री को अब बांहों में भरकर फोटो ख‍िंचवाए। सलमान ने तत्‍काल इनकार कर दिया। कहा कि पहले ऐक्‍ट्रेस से पूछ‍िए, हम उनसे बिना पूछा ऐसा कोई पोज कैसे डिसाइड कर सकते हैं।

51. सलमान खान को ‘मैंने प्‍यार किया’ से जो भी मेहताना मिला, उसका एक बड़ा हिस्‍सा उनकी एक गलती के कारण खर्च हो गया। जी हां, फिल्‍म की शुरुआती सीन में ही सलमान कार रेसिंग करते हुए नजर आते हैं। यह कार सलमान के हाथों दुर्घटनाग्रस्‍त हो गई थी। बाद में सलमान ने अपने मेहनताने में से एक बड़ा हिस्‍सा खर्च कर उसे ठीक करवाया था।

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52. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ‘मैंने प्‍यार किया’ के सुपर-डुपर हिट होने के बाद सलमान के पास कोई काम नहीं था। जी हां, फिल्‍म में भाग्‍यश्री की क्‍यूटनेस ने लोगों को ज्‍यादा रिझाया था। हालांकि, भाग्‍यश्री अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से इसके बाद फिल्‍मों से गायब हो गए। जबकि सलमान को किसी डायरेक्‍टर-प्रड्यूसर ने कोई नया ऑफर नहीं दिया।

53. ‘मैंने प्‍यार किया’ के हिट होने के बाद सलीम खान का अपने ऐक्‍टर बेटे पर विश्‍वास बढ़ा। ऐसे में जब सलमान के पास फिल्‍मों के ऑफर नहीं आ र‍हे थे, तब सलीम खान ने जीपी सिप्‍पी से आग्रह किया कि वह सलमान के नाम से बस यह घोषणा कर दे कि वह उनकी अगली फिल्‍म के हीरो हैं। ऐसा इसलिए कि सलमान मार्केट में बने रहे। दिलचस्‍प है कि इस घोषणा के ठीक बाद सलमान के पास फिल्‍मों की लाइन लग गई। असल में दूसरे डायरेक्‍टर्स-प्रड्यूर्स को लगने लगा था कि सलमान सुपरस्‍टार बन गए हैं और इसलिए उनकी फीस भी बहुत बढ़ गई होगी। लिहाजा, बजट के चक्‍कर में कोई सलमान तक नहीं पहुंचा।

54. सलमान की फिल्‍म की फीस को बढ़ाने का बड़ा श्रेय सावन कुमार टाक को जाता है। ‘सनम बेवफा’ के लिए सावन कुमार ने सलमान को छह गुना अध‍िक फीस पर साइन किया था। सावन कुमार असल में सलमान को बहुत पसंद करते थे। उन्‍होंने उस दौर में यहां तक कहा था कि उनके लिए अमिताभ बच्‍चन के बाद सलमान खान सबसे पॉप्‍युलर सुपरस्‍टार हैं। इसी साल 25 अगस्‍त 2022 को सावन कुमार टाक का निधन हो गया।

55. साल 1989 में ‘मैंने प्‍यार किया’ रिलीज हुई थी। 1990 में सलमान की ‘बागी’ रिलीज हुई। इसके बाद उन्‍हें धड़ाधड़ फिल्‍मों के ऑफर आने लगे थे। एक दिन सलमान 2-3 लाख रुपये लेकर घर पहुंचे। पिता को बताया कि एक और फिल्‍म साइन की है। सलीम खान ने सलमान को डांट लगा दी। कहा कि जाकर पैसे लौटा दो। सलीम खान नहीं चाहते थे कि सलमान पैसों के चक्‍कर में कोई भी फिल्‍म साइन कर लें। न चाहते हुए भी सलमान को वह पैसे लौटाने पड़े थे।

56. सलमान खान एक ऐक्‍टर, जबरदस्‍त एंटरटेनर, एंटरप्रेन्‍योर, प्रड्यूसर और सबकी मदद करने वाले दरियाद‍िल भाईजान हैं। लेकिन इन सब के आगे वह कुछ और भी हैं। सलमान एक बेहतरीन पेंटर हैं। हम सभी ने उनकी पेंटिंग्‍स देखी हैं। लेकिन क्‍या आपको पता है कि सलमान को पेंटिंग का शौक कैसे चढ़ा और उन्‍होंने इसमें कब और कैसे महारथ हासिल की। सलमान की मां सलमा पेंटिंग्‍स का शौक रखती हैं। मां के कारण उन्‍हें इस आर्ट में दिलचस्‍पी हमेशा से थी। लेकिन घर में एक बार रेनोवेशन का काम चल रहा था। सलमान को पता चला कि सजावट के लिए पेंटिंग्‍स खरीदे जाने हैं। पेंटिंग्‍स की महंगी कीमत सुनकर उनके होश उड़ गए। उन्‍होंने तब तय किया है कि वह पेटिंग सीखेंगे। इसके लिए उन्‍होंने अपनी भांजी अलीजेह को पेंटिंग की ट्रेनिंग देने वाले आर्टिस्‍ट से इस आर्ट की बेसिक ट्रेनिंग भी ली।

57. सलमान खान 57 साल के हो गए हैं। अब ‘बीइंग ह्यूमन’ का जिक्र नहीं करना भी बेमानी होगी। 2006 के दिसंबर में इस NGO की शुरुआत हुई। 2007 की फरवरी से सलमान खान का यह फाउंडेशन पूरी तरह से ऐक्‍ट‍िव हो गया। लेकिन क्‍या आपको पता है कि इसकी शुरुआत हुई कैसे? सलमान के बहनाई अतुल अग्‍न‍िहोत्री बताते हैं कि ‘बीइंग ह्यूमन’ की शुरुआत कैंसर के रोगियों के मदद के लिए की गई थी। दरअसल, हर दिन सलमान के घर 40-50 लोग मदद के लिए आते थे। इनमें कैंसर के इलाज के लिए मदद की चाह वालों की तादाद अध‍िक थी। यह तय कर पाना मुश्‍क‍िल था कि इनमें से कौन जरूरतमंद है और कौन नहीं। यहीं से ‘बीइंग ह्यूमन’ को शुरू करने का आइडिया आया। आज यह एनजीओ हर तरह के जरूरतमंद की हर तक से मदद करता है।

अब सलमान खान के बारे में 58वें बात की चर्चा उनके अगले जन्‍मदिन पर करेंगे। उम्‍मीद है, भाई फैंस, सुपरफैंस और उनके बारे कुछ नया जानने की चाह रखने वालों को यह आर्टिकल पसंद आया होगा। नवभारत टाइम्‍स की तरफ से भी जन्‍मदिन बहुत-बहुत मुबारक हो भाईजान।