नई दिल्ली: फेसबुक आए दिन किसी ना किसी विवाद में फंसता नजर आ रहा है. इस बार सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के सोफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण करीब डेढ़ करोड़ यूजर्स की प्राइवेसी से छेड़छाड़ हो गई. जिस वजह से फेसबुक एक बार फिर से विवाद में फंस गया है. फेसबुक की साइट ने स्वीकार किया है कि फेसबुक की सेटिंग में एक बग पाया गया है, जिसके कारण फेसबुक की शेयरिंग सेटिंग में कुछ गड़बड़ी हो गई और इसके वजह से करीब 1.4 करोड़ यूजर्स का डेटा पब्लिक हो गया है.
फेसबुक ने यूजर्स का डेटा पब्लिक होने पर खेद जताया है. फेसबुक ने अपने एक बयान में कहा कि यह गड़बड़ी 18 मई से शुरू होकर 27 मई तक थी, जिसमें कुछ यूजर्स का प्राइवेट पोस्ट पब्लिक हो गया था. इस पर फेसबुक ने आगे कहा कि सॉफ्टवेयर गड़बड़ी अब दूर कर कर ली गई है, जो यूजर्स इस समस्या से परेशान हुए उन्हें इसकी जानकारी दी गई है. वहीं कंपनी के प्राइवेसी ऑफिसर ईरिन इग्न ने बयान जारी कर सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की बात को स्वीकार की है.
फेसबुक ने दावा किया की कोई भी पोस्ट पब्लिक नहीं हुआ
इस बात पर फेसबुक कंपनी के प्राइवेसी ऑफिसर ईरिन इग्न ने बताया है की हमने कुछ वक्त पहले ही फेसबुक में एक खराबी पकड़ी है जिसमें फेसबुक पोस्ट लिखते समय यूजर्स को पब्लिक करने का सुझाव अपने आप ही आने लगा. इस बारे में फेसबुक ने इस चीज से परेशान यूजर्स को इस बारे में सूचित किया. साथ ही साथ उनसे कहा गया कि जो उन्होंने मई में पोस्ट शेयर किए थे वो अपने पोस्ट की समीक्षा कर ले. हम बात दे कि 18 मई से शेयर किए गए फेसबुक पोस्ट में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है. फेसबुक का दावा है कि बग से किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई. अब भी यूजर को पोस्ट शेयर करने का फीचर मिलता रहेगा.
बता दें कि इससे पहले भी फेसबुक ने ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट समेत करीब 60 हैंडसेट बनाने वाली कंपनियों के साथ डेटा साझा करने के लिए साझेदारी की है. इन कंपनियों की पहुंच यूजर्स और उनके दोस्तों के डेटा तक होगी. फेसबुक ने कहा कि यह सॉफ्टवेयर गड़बड़ी उस समय पैदा हुई जब वह फीचर्ड पोस्ट शेयर करने के तरीके में बदलाव कर रही थी.