BCCI को मेल कर UPCA पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप: नियमों और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का बताया गया उल्लंघन – Kanpur News h3>
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का ऑफिस।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट में व्याप्त भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितताएं की जांच की मांग को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को एक मेल भेजकर शिकायत दर्ज कराई गई है। इस मेल में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) में भ्रष्टाचार व्याप्त
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BCCI संविधान का उल्लंघन
ये मेल गोरखपुर निवासी उपेंद्र यादव ने की है। उस मेल में लिखा है कि BCCI के संविधान और आचरण संहिता के अनुसार, क्रिकेट संघों में पारदर्शिता और जवाबदेही अनिवार्य है। और हितों का टकराव को रोकने के लिए कड़े नियम लागू है।
बीसीसीआई को भेजा गया मेल।
खिलाड़ियों के चयन में निष्पक्षता और पारदर्शिता का पालन होना चाहिए, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लंघन किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लोढ़ा समिति ने स्पष्ट रूप से पारदर्शी प्रशासन और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था का आह्वान किया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा BCCI में हितों के टकराव को समाप्त करने और पारदर्शिता लाने के लिए प्रशासकों की समिति (COA) द्वारा कड़े निर्देश जारी किए गए थे। इन निर्देशों के बावजूद UPCA में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का बोलबाला है।
मेल में कई आरोप लगाए गए।
मुख्य आरोप और अनियमितताएं
मेल में ये भी कहा गया है कि मेरठ गैंग बनाम UPCA विवाद भी चल रहा है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ में मेरठ गैंग का बोलबाला है, जो अपने खिलाड़ियों को प्रमोट करने में लगा है। मेरठ गैंग केवल मेरठ के खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने की वकालत कर रहे हैं, भले ही वे प्रदर्शन में कमजोर हों।
मेल करके जांच की करी मांग।
इसके अलावा मेरठ गैंग के एक प्रमुख सदस्य ने अपने ड्राइवर के बेटे की “बैंक डोर एंट्री कराई थी। बाहरी कोचों पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन कोई ठोस परिणाम टीम में नहीं दिखा।
वित्तीय अनियमितताओं पर ही खड़े किए सवाल
उपेंद्र यादव ने मेल पर लिखते हुए आरोप लगाए है कि गाजियाबाद स्टेडियम में 80 करोड़ रुपए का घोटाला और BCCI से 22.60 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। उन्नाव भूमि पर लगभग 4 करोड़ रुपए के भवन पर फर्जी खर्च दिखाया है।
इसके साथ ही नए लाइफ मेंबर बनाना और नियुक्तियों में पारदर्शिता का अभाव है। कोर्ट केस पर हर साल लगभग 90 लाख रुपए वकीलों को भुगतान दिखाया गया है। ये की मांग
उपेंद्र यादव ने मेल आखिरी में मांग करते हुए लिखा है कि उपरोक्त सभी भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं की व्यापक और स्वतंत्र जांच कराई जाए। BCCI की ओर से एक विशेष जांच कमेटी का गठन किया जाए। MCA, आयकर विभाग, ED और CBI से अनुरोध है कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांचकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करें।
इस संबंध में यूपीसीए के सचिव अरविंद श्रीवास्तव का फोन लगाया लेकिन उनका स्विच ऑफ जा रहा था। वहीं, सीईओ अंकित चटर्जी को फोन लगाया तो उनका फोन उठा नहीं।