BB15: प्रतीक सेहजपाल से हुई लड़ाई, तो देलोवी भट्टाचार्जी ने कहा-अभिजीत बिचुकले ही हैं, जो उन्हें समझते हैं
बिग बॉस 15 (Bigg Boss 15) में रिश्ते दिन-ब-दिन बदलते दिखाई देते हैं। जहां एक एपिसोड में देवोलीना (Devoleena) और अभिजीत बिचुकले (Abhijit Bichukale) के बीच भयंकर लड़ाई हुई थी। वहीं अब दोनों पास बैठकर सुख-दुख की बातें करते नजर आ रहे हैं। मतलब कब दोस्ती दुश्मनी में और दुश्मनी दोस्ती में बदल जाती है, पता ही नहीं चलता। पहले तो दोनों के बीच ‘किस’ वाला मुद्दा उठा था। इसमें बिचुकले ने देवो से गाल पर ‘किस’ करने को कहा था, जिसको लेकर घर में बवाल हुआ था। इसके बाद ‘टिकट टू फिनाले’ टास्क में गुस्साई देवो ने बिचुकले को ‘कुत्ता’ तक कह दिया था। तब भी बहुत तू-तू, मैं-मैं हुई थी। लेकिन इन सब को भुलाकर दोनों की एक बार फिर से दोस्ती होती दिख रही है।
बीते एक एपिसोड में देवो का ‘टिकट टू फिनाले’ टास्क में इमोशनल ब्रेकडाउन हो गया, जिसके बाद उन्होंने दावा किया था कि पूरे घर में सिर्फ एक अभिजीत ही हैं, जो उन्हें समझते हैं। दरअसल, उन्होंने पहले प्रतीक सेहजपाल से पूछा, ‘मेरी किस बात से तेरे तो प्रॉबलम है? परफ्यूम डालने से?’ तो इस पर प्रतीक कहते हैं कि ऐसा कुछ नहीं है। ‘कल इतना कलेश हुआ, इतना झगड़ा हुआ, इतना ड्रामा हुआ कि आज बात तक नहीं कर रहे और अभी अचानक से निशांत भी बात करने लग जाता है। मैं तो खुद कंफ्यूज हो जाता हूं कि भैया हो क्या रहा है इधर।’
हालांकि इस दौरान देवो तो कुछ नहीं कहतीं। लेकिन बाद में वह अभिजीत से जाकर बताती हैं, ‘लोग मुझे पूछते हैं कि इतना झगड़े के बाद दूसरे दिन मैं साथ में बैठकर बात कर रही हूं।’ इस पर वह बोलते हैं, ‘हम घरवाले हैं, हम यहां एक-दूसरे से बात करने के लिए ही यहां हैं।’
मतलब यहां प्रतीक का कहना है कि देवोलीना का बिचुकले से गंदा वाला झगड़ा हुआ, उसके बावजूद वह उनसे बात कर रही हैं। हालांकि बिचुकले से बात करने के बाद देवो रोती हुईं वहां से चली जाती हैं। फिर बाद में कहती हैं, ‘लोगों को ये दिक्कत है कि मैं आपको जोक्स पर हंसती हूं।’ इस पर बिचुकले उन्हें समझाते हैं कि न तो उन्हें दिक्कत है औ न ही उनकी पत्नी को इस बात से परेशानी है। वह रोना बंद कर दें। लेकिन देवो चुप नहीं होतीं।
फिर तेजस्वी आती हैं और कहती बिचुकले को लेकर उनसे कहती हैं, ‘मैं केसे नाराज रह सकती हूं इस आदमी से यार। मुझे पता है कि यह आदमी दिल का बुरा नहीं है। मुझे ऐसा लगता है कि सिर्फ यही है घर में जो मुझे समझता है। और शायद इसी वजह से यह मेरे पास बार-बार वापस आता है, जबकि मैं इसे कितना भला-बुरा कहती हूं।’
तेजस्वी उन्हें शांत कराने की कोशिश करती हैं। लेकिन प्रतीक का जिक्र करते हुए देवो कहती हैं, ‘शायद सभी घरवाले नहीं, बल्कि सिर्फ प्रतीक ही मुझे जज कर रहा है, और ये मेरे लिए मैटर करता है।’
हालांकि इस दौरान देवो तो कुछ नहीं कहतीं। लेकिन बाद में वह अभिजीत से जाकर बताती हैं, ‘लोग मुझे पूछते हैं कि इतना झगड़े के बाद दूसरे दिन मैं साथ में बैठकर बात कर रही हूं।’ इस पर वह बोलते हैं, ‘हम घरवाले हैं, हम यहां एक-दूसरे से बात करने के लिए ही यहां हैं।’
मतलब यहां प्रतीक का कहना है कि देवोलीना का बिचुकले से गंदा वाला झगड़ा हुआ, उसके बावजूद वह उनसे बात कर रही हैं। हालांकि बिचुकले से बात करने के बाद देवो रोती हुईं वहां से चली जाती हैं। फिर बाद में कहती हैं, ‘लोगों को ये दिक्कत है कि मैं आपको जोक्स पर हंसती हूं।’ इस पर बिचुकले उन्हें समझाते हैं कि न तो उन्हें दिक्कत है औ न ही उनकी पत्नी को इस बात से परेशानी है। वह रोना बंद कर दें। लेकिन देवो चुप नहीं होतीं।
फिर तेजस्वी आती हैं और कहती बिचुकले को लेकर उनसे कहती हैं, ‘मैं केसे नाराज रह सकती हूं इस आदमी से यार। मुझे पता है कि यह आदमी दिल का बुरा नहीं है। मुझे ऐसा लगता है कि सिर्फ यही है घर में जो मुझे समझता है। और शायद इसी वजह से यह मेरे पास बार-बार वापस आता है, जबकि मैं इसे कितना भला-बुरा कहती हूं।’
तेजस्वी उन्हें शांत कराने की कोशिश करती हैं। लेकिन प्रतीक का जिक्र करते हुए देवो कहती हैं, ‘शायद सभी घरवाले नहीं, बल्कि सिर्फ प्रतीक ही मुझे जज कर रहा है, और ये मेरे लिए मैटर करता है।’