Balasaheb Thorat Resigns: महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं! अपने जन्मदिन पर थोरात ने दिया पद से इस्तीफा

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Balasaheb Thorat Resigns: महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं! अपने जन्मदिन पर थोरात ने दिया पद से इस्तीफा

Balasaheb Thorat Resigns: महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं! अपने जन्मदिन पर थोरात ने दिया पद से इस्तीफा


मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस ने फिलहाल सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अपने जन्मदिन के मौके पर ही कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो थोरात ने यह इस्तीफा पार्टी आलाकमान को दिया है। हालांकि, इस मुद्दे पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से बातचीत में कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पटोले ने कहा कि मैंने तो थोरात को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी हैं। भले ही थोरात के इस्तीफे की बात को महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता खुले रूप से स्वीकार न कर रहे हो। लेकिन यह बात बिल्कुल सच है कि महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बालासाहेब थोरात के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत एक तरह से नासिक विधान परिषद चुनाव के बाद से शुरू हुई थी।

हालांकि, उस समय बालासाहेब थोरात की तबीयत नासाज थी और वह अस्पताल में भी भर्ती हुए थे। नासिक विधान परिषद चुनाव में उनके भांजे सत्यजीत तांबे ने पार्टी के खिलाफ जाकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था। साथ ही उन्होंने बीजेपी से समर्थन भी मांगा था। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी की जबरदस्त किरकिरी हुई थी। कांग्रेस पार्टी के लिए वह क्षण भी शर्मिंदगी भरे थे। जब सत्यजीत तांबे के पिता सुधीर तांबे को पार्टी ने विधान परिषद चुनाव के लिए टिकट तो दिया लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने नामांकन दाखिल करने से इंकार कर दिया। उसके बाद से ही यह कहा जा रहा था कि तांबे पिता-पुत्र पर कार्रवाई हो सकती है। पार्टी ने बिल्कुल ऐसा ही किया कांग्रेस आलाकमान ने सत्यजीत तांबे और उनके पिता सुधीर तांबे पर एक्शन लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। हालांकि, बालासाहेब थोरात पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।

थोरात महाराष्ट्र कांग्रेस के सबसे सीनियर लीडर हैं जो आठ बार से लगातार विधायक हैं। महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री पद (राजस्व मंत्री) को संभाल चुके हैं। बालासाहेब थोरात का परिवार और पुरखे जमाने से कांग्रेसी रहे हैं। बावजूद इसके सत्यजीत तांबे के मामले में थोरात की खामोशी पार्टी को खल रही थी। आखिरकार सोमवार को बालासाहेब थोरात ने नाना पटोले के खिलाफ आलाकमान से शिकायत की और कहा कि पटोले के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है। इस मुद्दे पर नाना पटोले ने कहा था कि हमारे बीच में कोई मनमुटाव नहीं है। हालांकि, मंगलवार की सुबह इस खबर ने सबको चौंका दिया। जिसमें यह पता चला कि बालासाहेब थोरात ने पद से इस्तीफा दे दिया है।

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