Arjun Tendulkar Century: अच्छा हुआ यह सवाल पूछा… अर्जुन के शतक क्या बोले पिता सचिन तेंदुलकर
नई दिल्ली: अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के डेब्यू मुकाबले में बुधवार को शतकीय पारी खेली। गोवा के लिए खेलते हुए 23 साल के अर्जुन ने राजस्थान के खिलाफ 120 रन बनाए। अर्जुन के पिता सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने 1988 में रणजी डेब्यू किया था। सचिन ने भी अपने पहले मुकाबले में शतकीय पारी खेली थी। मुंबई के लिए मौका नहीं मिलने के बाद अर्जुन ने गोवा के लिए खेलने का फैसला किया। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले सचिन के लिए इससे ज्यादा खुशी का पल नहीं हो सकता है।
अर्जुन के शतक पर क्या बोले सचिन
बेटे अर्जुन के शतक पर सचिन तेंदुलकर ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने पिता से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हुए एक इवेंट में कहा, ‘अच्छा हुआ आपने यह सवाल पूछा। मुझे याद है कि मैंने अपने पिता को किसी से यह कहते हुए सुना था, यह तब की बात है जब मैंने भारत के लिए खेलना शुरू किया था, किसी ने उन्हें ‘सचिन के पिता’ बोलकर बुलाया था।’
सचिन ने आगे बात करते हुए कहा- उन्होंने यह सुना और फिर मेरे पिता के दोस्त ने उससे पूछा ‘तुम्हें कैसा लग रहा है?’ उन्होंने कहा- यह मेरे जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण है। हर पिता चाहते हैं कि उन्हें अपने बच्चों के काम से पहचाना जाए।’
तुम शतक बना सकते हो
सचिन तेंदुलकर ने यह बात मानी कि उनका बेटा होने की वजह से अर्जुन पर अतिरिक्त दबाव होता है। जब सचिन खेलते थे तो ऐसी स्थिति नहीं थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मैच के पहले दिन के बाद उनकी अर्जुन से क्या बात हुई थी। उस समय अर्जुन क्रीज पर नाबाद थे।
सचिन ने कहा, ‘मैंने उसे शतक के लिए जाने के लिए कहा था। वह 4 नॉट आउट पर बल्लेबाजी कर रहा था, उसे नाइटवॉचमैन के रूप में भेजा गया था। उसने पूछा, ‘आपको क्या लगता है कि एक अच्छा टोटल होगा?’ वे 210/5 थे। मैंने कहा, ‘कम से कम 375 तक पहुंचना ही होगा। उन्होंने कहा, ‘क्या आप पक्के हैं?’ मैंने जवाब दिया, ‘हां।’ इसके साथ ही सचिन ने अर्जुन से कहा कि तुम्हें भरोसा रखना होगा कि तुम शतक बना सकते हो।
अर्जुन के शतक पर क्या बोले सचिन
बेटे अर्जुन के शतक पर सचिन तेंदुलकर ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने पिता से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हुए एक इवेंट में कहा, ‘अच्छा हुआ आपने यह सवाल पूछा। मुझे याद है कि मैंने अपने पिता को किसी से यह कहते हुए सुना था, यह तब की बात है जब मैंने भारत के लिए खेलना शुरू किया था, किसी ने उन्हें ‘सचिन के पिता’ बोलकर बुलाया था।’
सचिन ने आगे बात करते हुए कहा- उन्होंने यह सुना और फिर मेरे पिता के दोस्त ने उससे पूछा ‘तुम्हें कैसा लग रहा है?’ उन्होंने कहा- यह मेरे जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण है। हर पिता चाहते हैं कि उन्हें अपने बच्चों के काम से पहचाना जाए।’
तुम शतक बना सकते हो
सचिन तेंदुलकर ने यह बात मानी कि उनका बेटा होने की वजह से अर्जुन पर अतिरिक्त दबाव होता है। जब सचिन खेलते थे तो ऐसी स्थिति नहीं थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मैच के पहले दिन के बाद उनकी अर्जुन से क्या बात हुई थी। उस समय अर्जुन क्रीज पर नाबाद थे।
सचिन ने कहा, ‘मैंने उसे शतक के लिए जाने के लिए कहा था। वह 4 नॉट आउट पर बल्लेबाजी कर रहा था, उसे नाइटवॉचमैन के रूप में भेजा गया था। उसने पूछा, ‘आपको क्या लगता है कि एक अच्छा टोटल होगा?’ वे 210/5 थे। मैंने कहा, ‘कम से कम 375 तक पहुंचना ही होगा। उन्होंने कहा, ‘क्या आप पक्के हैं?’ मैंने जवाब दिया, ‘हां।’ इसके साथ ही सचिन ने अर्जुन से कहा कि तुम्हें भरोसा रखना होगा कि तुम शतक बना सकते हो।