नौ तरह के प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन कर सकेंगे आवेदन

1907

शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने भ्रष्टाचार को रोकने को की व्यवस्था सीएमओ व जिला अस्पताल कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी विकलांग, आयु या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों को अब सीएमओ कार्यालय में अब बाबुओं के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

जनवरी से जनहित गारंटी योजना पोर्टल पर नौ तरह के प्रमाण पत्रों के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद एक महीने में प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा। ऐसा न होने पर जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कि स्वास्थ्य विभाग ने यह कदम भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उठाया है। बताया कि वेबसाइट पर 11 तरह के प्रमाण पत्र बनवाने के लिए विकल्प दिए गए हैं। इसमें से 9 विकल्प जनवरी में शुरू हो जाएंगे। फिलहाल 9 तरह के प्रमाण पत्र आवेदन के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। अगर किसी को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की जरूरत है तो उसे बार-बार जिला अस्पताल अथवा स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। अब जरूरत मंद लोग नजदीक के जन सेवा केंद्र पर जाकर ई डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सेवा का लाभ ले सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए जाने वाले नौ तरह के प्रमाण पत्र ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्लीनिक व मेडिकल अधिष्ठानों के पंजीकरण, मेडिकल सर्टिफिकेट, विकलांगता प्रमाण पत्र, असफल परिवार नियोजन के क्लेम के भुगतान, सफल टीकाकरण प्रमाण पत्र के निर्गमन, उम्र प्रमाण पत्र, अस्पताल में निधन होने पर मृत्यु प्रमाण पत्र और मेडिको लीगल प्रमाण पत्र की सेवा ऑनलाइन कर दी गई है।

Medical fitness -

इस सेवा का लाभ जरूरतमंद जन सेवा केंद्रों, लैपटॉप या मोबाइल से ई डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से ले सकते हैं। अगर कोई नागरिक सीधे विभागीय पोर्टल पर सेवा का लाभ लेने के लिए आवेदन करता है तो उसे किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना पड़ेगा। हालांकि जन सुविधा केंद्रों पर इन सेवाओं के लिए निर्धारित शुल्क 15 रुपये देने पड़ेंगे। पोर्टल पर प्राप्त होने वाले आवेदन के निस्तारण विभागीय अधिकारी इसी प्रक्रिया के माध्यम से कर रहे हैं। ऑनलाइन सेवा का लाभ लेने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। भविष्य में कुछ और सेवाएं ऑनलाइन किए जाने की संभावना है।

सीएमओ कार्यालय से मिलेंगे 5 प्रमाण पत्र

  • नर्सिंग होम का पंजीकरण
  • विकलांग प्रमाण पत्र
  • आयु प्रमाण पत्र
  • चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान निवारण
  • असफल परिवार नियोजन मामलों में भुगतान
  • जिला अस्पताल से 4 प्रमाण पत्र
  • मेडिको लीगल रिपोर्ट
  • मृत्यु प्रमाण पत्र
  • रोग प्रमाण पत्र
  • मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र

ऑनलाइन प्रक्रिया ने बिगाड़ा सेटिंग का खेल

सेटिंग से स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाने का खेल अब ऑन लाइन प्रक्रिया ने बिगाड़ दिया है। शासन ने जिला अस्पताल से उक्त प्रमाण पत्रों के जारी होने की प्रक्रिया ऑन लाइन कर दी है। अब तक जिला अस्पताल में मनमाने ढंग से रिपोर्ट लगवा हाथों-हाथ स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करा लिए जाते थे। नई व्यवस्था के तहत अब पीडि़त को ओपीडी से नया पर्चा बनवाना होगा। पर्चे पर बीमारी के हिसाब से संबंधित विशेषज्ञ को जांच करा उपचार का पूरा विवरण मय दवाओं के लिखना होगा। मरीज को प्रमाण पत्र लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसका कोई शुल्क नहीं लगेगा। आवेदन जनसुविधा केंद्र से किए जा सकेंगे। ओपीडी पर्चे को स्कैन कर साथ में लगाना होगा। इसकी जांच कराई जाएगी। चिकित्सक से भी सत्यापन रिपोर्ट मांगी जाएगी। इसके बाद आवेदक को ऑनलाइन सेंटर से ही मेडिकल सर्टिफिकेट मिल जाएगा।

चार प्रकार के प्रमाण पत्र होंगे जारी

नई व्यवस्था में मृत्यु प्रमाण पत्र, मेडिकोलीगल, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और बीमारी के प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। आवेदक को ऑनलाइन आवेदन के साथ आधार नंबर या दूसरा पहचान पत्र नंबर भरना होगा। सिर्फ आवेदक को ही प्रमाण पत्र मिलेगा। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के बाद सिर्फ  उन्हीं को प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे, जिसका मृतक के साथ खून का रिश्ता होगा।