Anupriya Patel: यूपी में हमारी राजनीति हैसियत लगातार बढ़ रही है…अनुप्रिया पटेल का यह बड़ा संकेत

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Anupriya Patel: यूपी में हमारी राजनीति हैसियत लगातार बढ़ रही है…अनुप्रिया पटेल का यह बड़ा संकेत

Anupriya Patel: यूपी में हमारी राजनीति हैसियत लगातार बढ़ रही है…अनुप्रिया पटेल का यह बड़ा संकेत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मिर्जापुर से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) ने अपना दल सोनेलाल (Apna Dal Sonelal) की राजनीतिक हैसियत पर बड़ी बात कही है। यूपी चुनाव 2022 के रिजल्ट को लेकर भी उन्होंने खुले मन से बात कही। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 2022 विधानसभा चुनावों के नतीजे जब आए तो ये नतीजे अपना दल(एस) के लिए खास थे। 2016 में बनी अपना दल(एस) महज 6 साल में ही प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। 12 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। लगातार पार्टी का विस्तार हो रहा है। नए-नए चेहरे पार्टी से जुड़ रहे हैं। इस विस्तार को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी क्या योजना है। 2024 लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी की क्या रणनीति है। क्या पारिवारिक विवाद का असर पार्टी पर पड़ेगा। इन सभी मुद्दों पर पार्टी अध्यक्ष और केन्द्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल से एनबीटी के साथ बातचीत की। पेश हैं इस बातचीत के प्रमुख अंश:

अपना दल(एस) के विस्तार को लेकर क्या योजनाएं हैं। पार्टी का विस्तार कैसे कर रहे हैं?
आज हमारे 12 विधायक हैं, 2 सांसद हैं। केंद्र-राज्य दोनों सरकारों में पार्टी का प्रतिनिधित्व है। हमारी पार्टी आज प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। हर जिले में पार्टी का संगठन है और संगठन को लगातार मजबूत करने पर काम किया जा रहा है।

2024 में क्या संभावनाएं देखती हैं? गठबंधन में आपकी हिस्सेदारी और बढ़ेगी?
बीजेपी के साथ हमने चार चुनाव साथ में लड़े हैं। हर चुनाव के परिणामों में अपना दल आगे ही बढ़ा है। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में जो हमारी राजनीतिक हैसियत है, वो लगातार बढ़ रही है। हर चुनाव के साथ हम कोशिश करते हैं कि हमारी पार्टी का आकार बड़ा हो। हमारी पार्टी का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। 2024 के लिए हमने अपने कार्यकर्ताओं को 24 घंटे काम करने का मंत्र दिया है। पार्टी 2024 में और अच्छा करेगी।

आपकी माताजी आपसे बहुत नाराज चल रही हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा-‘मेरे सामने आ जाए तो मैं दो चांटे लगाऊं उसको। मुंह तोड़ दूंगी नालायक का। इस हद तक नाराजगी की वजह क्या है?
उन्होंने ऐसा क्यों बोला, इसके पीछे का कारण मुझे नहीं पता। वह मेरी मां हैं, गुस्सा हो सकती हैं। उनका हर शब्द मेरे लिए आशीर्वचन है। उनके द्वारा कही किसी भी बात पर मैं टीका-टिप्पणी नहीं कर सकती। उनके लिए भविष्य में भी मुझे कुछ करने का मौका मिलेगा तो निश्चित ही करूंगी।

आप समाज को जोड़ने की राजनीति कर रही हैं। लेकिन परिवार को क्यों नहीं जोड़ पा रही हैं। इसके पीछे क्या वजह है?
परिवार को एक करने के लिए ने अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश की। विधानसभा चुनावों में हमने माताजी के लिए प्रतापगढ़ की सीट छोड़ी। हमारे पार्टी के किसी भी नेता ने उनके खिलाफ प्रचार नहीं किया। पहले भी हमारी पार्टी ने माताजी के लिए एमएलसी का प्रस्ताव दिया था। जो हमारे लिए संभव था, वो हमने किया। कई बार ईमानदारी से किए गए प्रयास भी फलीभूत नहीं होते हैं।

बहन पल्लवी ने आरोप लगाया कि आप लोगों के दबाव के चलते उनका कार्यक्रम नहीं होने दिया गया। इसमें कितनी सच्चाई है?
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हम हर वर्ष पिताजी की जयंती पर कार्यक्रम करते हैं। हम किसी को कार्यक्रम करने से क्यों रोकेंगे? कार्यक्रम करने के लिए सब स्वतंत्र हैं। अब उनको(पल्लवी) अनावश्यक विवाद करना था तो हमें इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहना।

आपकी मां का आरोप लगाया कि आप परिवार में किसी को आगे नहीं बढ़ने देना चाहती हैं?
कोई किसी को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता। बहुत से राजनीतिक विरोधी भी होंगे, जो चाहते होंगे कि मैं आगे न बढ़ूं। मैं फिर भी हर चुनाव जीत रही हूं। मेरी पार्टी आगे बढ़ रही है। आप काम करना चाहेंगे तो कर लेंगे। हमें जयंती मनानी थी तो हमने मना ली। जिसको तमाशा करना था, उन्होंने तमाशा कर लिया।

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