Amarnath Cloud burst: ठेके पर सफाई करने के लिए गए अमरनाथ, बादल फटने से मां-बेटे की मौत, 11 लोग किसी तरह बचे
हमीरपुर जिले के मौदहा क्षेत्र के इचौली नायकपुरवा गांव निवासी अरविन्द कुमार (22) पुत्र महेश कुमार अपनी मां राजकुमारी (42) के साथ ठेकेदार के जरिए अमरनाथ में सफाई का कार्य करने गए थे। मां और बेटे के अलावा उनके परिवार के वरदानी, रेखा, नेकराम, मीनू, बलराम, सोनी, विशाल, रोहित, सुरेन्द्र व सम्पत पत्नी फूलचन्द समेत 11 लोग भी ठेकेदार के कहने पर अमरनाथ गए थे।
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के रहने वाले मां और बेटे की अमरनाथ में बादल फटने से मौत होने से यहां परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मृतकों के परिवार के 11 लोग हादसे में किसी तरह से बचकर गए हैं, लेकिन उनमें अभी भी खौफ समाया है।
हमीरपुर जिले के मौदहा क्षेत्र के इचौली नायकपुरवा गांव निवासी अरविन्द कुमार (22) पुत्र महेश कुमार अपनी मां राजकुमारी (42) के साथ ठेकेदार के जरिए अमरनाथ में सफाई का कार्य करने गए थे। मां और बेटे के अलावा उनके परिवार के वरदानी, रेखा, नेकराम, मीनू, बलराम, सोनी, विशाल, रोहित, सुरेन्द्र व सम्पत पत्नी फूलचन्द समेत 11 लोग भी ठेकेदार के कहने पर अमरनाथ गए थे। ये सभी लोग सफाई का कार्य करते हैं। बताते हैं कि 17 जून से ये सभी लोग अमरनाथ गुफा से से कुछ किमी दूर शिविर में थे, तभी बादल फटने से शिविर और तमाम लंगर सैलाब में बह गए। इस हादसे में अरविन्द और उसकी मां राजकुमारी की मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य 11 लोग बच गए।
मृतकों के परिवार के लोग सोमवार को अब वहां से लौट रहे हैं। परिजनों ने बताया कि बादल फटने की घटना में मां और बेटे की मौत हो गई है। मृतकों के रिश्तेदार चन्द्रशेखर ने बताया कि बादल फटने के बाद वहां पानी का सैलाब आ गया, जिसकी बेग में सब कुछ बह गया। हादसे का मंजर याद कर ये लोग कांप उठे। बताया कि सेना और स्थानीय प्रशासन लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है। गांव के ग्राम प्रधान पति गंगादीन ने बताया कि नायकपुरवा से अरविन्द और उसकी मां राजकुमारी समेत 10 लोग अमरनाथ गए थे, जबकि एक व्यक्ति इचौली गांव से गया था। बताया कि बादल फटने की घटना में यहां के मां व बेटे की मौत से पूरे गांव में शोक है।
श्रीनगर में ही मां और बेटे का कर दिया अंतिम संस्कार
मृतकों के रिश्तेदार चन्द्रशेखर ने सोमवार शाम बताया कि गांव से तेरह लोग बांदा निवासी राकेश के जरिए सफाई का कार्य करने अमरनाथ गए थे। जहां अरविन्द व राजकुमारी की बादल फटने के हादसे में मौत हो गई है। वहीं, 11 अन्य लोग बच गए हैं। बताया कि श्रीनगर में ही मां और बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। अब मृतकों के परिवार के ग्यारह लोग वहां से हमीरपुर के लिए लौट रहे हैं।
इनपुट- पंकज मिश्रा
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हमीरपुर जिले के मौदहा क्षेत्र के इचौली नायकपुरवा गांव निवासी अरविन्द कुमार (22) पुत्र महेश कुमार अपनी मां राजकुमारी (42) के साथ ठेकेदार के जरिए अमरनाथ में सफाई का कार्य करने गए थे। मां और बेटे के अलावा उनके परिवार के वरदानी, रेखा, नेकराम, मीनू, बलराम, सोनी, विशाल, रोहित, सुरेन्द्र व सम्पत पत्नी फूलचन्द समेत 11 लोग भी ठेकेदार के कहने पर अमरनाथ गए थे।
मृतकों के परिवार के लोग सोमवार को अब वहां से लौट रहे हैं। परिजनों ने बताया कि बादल फटने की घटना में मां और बेटे की मौत हो गई है। मृतकों के रिश्तेदार चन्द्रशेखर ने बताया कि बादल फटने के बाद वहां पानी का सैलाब आ गया, जिसकी बेग में सब कुछ बह गया। हादसे का मंजर याद कर ये लोग कांप उठे। बताया कि सेना और स्थानीय प्रशासन लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है। गांव के ग्राम प्रधान पति गंगादीन ने बताया कि नायकपुरवा से अरविन्द और उसकी मां राजकुमारी समेत 10 लोग अमरनाथ गए थे, जबकि एक व्यक्ति इचौली गांव से गया था। बताया कि बादल फटने की घटना में यहां के मां व बेटे की मौत से पूरे गांव में शोक है।
श्रीनगर में ही मां और बेटे का कर दिया अंतिम संस्कार
मृतकों के रिश्तेदार चन्द्रशेखर ने सोमवार शाम बताया कि गांव से तेरह लोग बांदा निवासी राकेश के जरिए सफाई का कार्य करने अमरनाथ गए थे। जहां अरविन्द व राजकुमारी की बादल फटने के हादसे में मौत हो गई है। वहीं, 11 अन्य लोग बच गए हैं। बताया कि श्रीनगर में ही मां और बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। अब मृतकों के परिवार के ग्यारह लोग वहां से हमीरपुर के लिए लौट रहे हैं।
इनपुट- पंकज मिश्रा