Amarinder Singh: क्या पंजाब में चलेगा बीजेपी वाला गुजरात फॉर्म्युला? राहुल गांधी ने कर दिया इशारा
हाइलाइट्स
- पंजाब कांग्रेस में चल रहे विवाद के बीच विधायक दल की बैठक
- कांग्रेस आलाकमान ने चंडीगढ़ में बुलाई विधायकों की मीटिंग
- सूत्रों के मुताबिक सीएम अमरिंदर सिंह से मांगा गया है इस्तीफा
- 40 विधायकों ने अमरिंदर के खिलाफ आलाकमान को लिखा खत
चंडीगढ़
चंद दिनों पहले गुजरात में बीजेपी ने नया प्रयोग करते हुए मुख्यमंत्री बदल दिया। यही नहीं इसके बाद पूरी कैबिनेट भी एक झटके में नई-नवेली हो गई। पंजाब कांग्रेस में जबरदस्त उथल-पुथल चल रही है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि अब कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांग लिया गया है। सुनील जाखड़ ने इशारों में ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने बोल्ड फैसला लिया है। तो क्या चुनाव से कुछ महीने पहले अब पंजाब में कांग्रेस गुजरात बीजेपी वाला फॉर्म्युला अपनाएगी?
पंजाब से कैप्टन की विदाई तय हो गई है?
क्या पंजाब में कांग्रेस ने नया सीएम बनाना तय कर लिया है? राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव है और पार्टी लंबे समय तक विवाद की स्थिति को नहीं झेल सकती है। अगर पिछले कुछ दिन के घटनाक्रम को देखें तो साफ है कि अमरिंदर की कुर्सी खतरे में है और उनको जाना पड़ सकता है। कैप्टन की जानकारी के बगैर चंडीगढ़ में विधायकों की बैठक बुलाना इसकी अहम कड़ी माना जा रहा है। 40 विधायकों के दस्तखत वाले खत से शुरू हुआ विवाद निर्णायक मोड़ पर है। कांग्रेस आलाकमान ने इस बार बैठक बुलाने के लिए अमरिंदर की अनदेखी की। शुक्रवार को रातोंरात तय कर लिया गया कि शनिवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। इससे कहीं न कहीं साफ है कि पार्टी ने उनकी विदाई का मन बना लिया है।
कैप्टन के फार्म हाउस पर सिर्फ 2 मंत्री पहुंचे!
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के अलावा आलाकमान ने ऑब्जर्वर के रूप में अजय माकन को भेजा है। उनको एयरपोर्ट से लेने के लिए पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे। उधर कैप्टन के फार्म हाउस पर भी सिर्फ दो मंत्रियों के पहुंचने की खबर है। पहले दावा किया जा रहा था कि कैप्टन खेमे में कम से कम दो दर्जन विधायक हैं। राजनीति में नंबर गेम मायने रखता है और पंजाब की सियासी फिजाओं को समझने की कोशिश करें तो अभी हवा कैप्टन के खिलाफ चलती दिख रही है।
Saragarhi Battle: सारागढ़ी के शहीदों को पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कुछ ऐसे दी श्रद्धांजलि
‘राहुल गांधी ने लिया बोल्ड डिसीजन’
गुजरात बीजेपी की तरह क्या कांग्रेस पंजाब में चुनाव से पहले सीएम बदलने जा रही है? इस सवाल का जवाब शाम तक साफ हो सकता है लेकिन इशारों को अगर समझें तो ऐसा होना असंभव भी नहीं दिखता। पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ना ट्वीट बदलाव के संकेत दे रहा है। जाखड़ ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘पंजाब कांग्रेस में जटिल हो रही समस्या के बीच राहुल गांधी के रवैये की प्रशंसा करता हूं। आश्चर्यजनक रूप से पार्टी नेतृत्व की तरफ से लिए गए बोल्ड फैसले से पंजाब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश आया है और साथ ही अकाली दल को भी स्पष्ट संदेश गया है।’
आलाकमान ने मांगा इस्तीफा, अमरिंदर अड़े!
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को साफ कर दिया है कि वह सीएम का पद छोड़ दें। हालांकि अमरिंदर ने सोनिया गांधी से साफ कर दिया है कि इस तरह के अपमान के साथ कांग्रेस में बने रहना संभव नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि शाम को होने वाली बैठक के दौरान अगर कैप्टन को हटाने का फैसला होता है तो वह कांग्रेस से नाता तोड़ सकते हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी दोपहर में विधायकों की एक बैठक बुलाई है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके सिसवां फार्म हाउस पर सिर्फ दो मंत्री ही पहुंचे। इसके बाद कैप्टन सीएम आवास के लिए रवाना हो गए।
अमरिंदर, हरीश रावत और सिद्धू
हाइलाइट्स
- पंजाब कांग्रेस में चल रहे विवाद के बीच विधायक दल की बैठक
- कांग्रेस आलाकमान ने चंडीगढ़ में बुलाई विधायकों की मीटिंग
- सूत्रों के मुताबिक सीएम अमरिंदर सिंह से मांगा गया है इस्तीफा
- 40 विधायकों ने अमरिंदर के खिलाफ आलाकमान को लिखा खत
चंद दिनों पहले गुजरात में बीजेपी ने नया प्रयोग करते हुए मुख्यमंत्री बदल दिया। यही नहीं इसके बाद पूरी कैबिनेट भी एक झटके में नई-नवेली हो गई। पंजाब कांग्रेस में जबरदस्त उथल-पुथल चल रही है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि अब कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांग लिया गया है। सुनील जाखड़ ने इशारों में ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने बोल्ड फैसला लिया है। तो क्या चुनाव से कुछ महीने पहले अब पंजाब में कांग्रेस गुजरात बीजेपी वाला फॉर्म्युला अपनाएगी?
पंजाब से कैप्टन की विदाई तय हो गई है?
क्या पंजाब में कांग्रेस ने नया सीएम बनाना तय कर लिया है? राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव है और पार्टी लंबे समय तक विवाद की स्थिति को नहीं झेल सकती है। अगर पिछले कुछ दिन के घटनाक्रम को देखें तो साफ है कि अमरिंदर की कुर्सी खतरे में है और उनको जाना पड़ सकता है। कैप्टन की जानकारी के बगैर चंडीगढ़ में विधायकों की बैठक बुलाना इसकी अहम कड़ी माना जा रहा है। 40 विधायकों के दस्तखत वाले खत से शुरू हुआ विवाद निर्णायक मोड़ पर है। कांग्रेस आलाकमान ने इस बार बैठक बुलाने के लिए अमरिंदर की अनदेखी की। शुक्रवार को रातोंरात तय कर लिया गया कि शनिवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। इससे कहीं न कहीं साफ है कि पार्टी ने उनकी विदाई का मन बना लिया है।
कैप्टन के फार्म हाउस पर सिर्फ 2 मंत्री पहुंचे!
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के अलावा आलाकमान ने ऑब्जर्वर के रूप में अजय माकन को भेजा है। उनको एयरपोर्ट से लेने के लिए पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे। उधर कैप्टन के फार्म हाउस पर भी सिर्फ दो मंत्रियों के पहुंचने की खबर है। पहले दावा किया जा रहा था कि कैप्टन खेमे में कम से कम दो दर्जन विधायक हैं। राजनीति में नंबर गेम मायने रखता है और पंजाब की सियासी फिजाओं को समझने की कोशिश करें तो अभी हवा कैप्टन के खिलाफ चलती दिख रही है।
Saragarhi Battle: सारागढ़ी के शहीदों को पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कुछ ऐसे दी श्रद्धांजलि
‘राहुल गांधी ने लिया बोल्ड डिसीजन’
गुजरात बीजेपी की तरह क्या कांग्रेस पंजाब में चुनाव से पहले सीएम बदलने जा रही है? इस सवाल का जवाब शाम तक साफ हो सकता है लेकिन इशारों को अगर समझें तो ऐसा होना असंभव भी नहीं दिखता। पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ना ट्वीट बदलाव के संकेत दे रहा है। जाखड़ ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘पंजाब कांग्रेस में जटिल हो रही समस्या के बीच राहुल गांधी के रवैये की प्रशंसा करता हूं। आश्चर्यजनक रूप से पार्टी नेतृत्व की तरफ से लिए गए बोल्ड फैसले से पंजाब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश आया है और साथ ही अकाली दल को भी स्पष्ट संदेश गया है।’
आलाकमान ने मांगा इस्तीफा, अमरिंदर अड़े!
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को साफ कर दिया है कि वह सीएम का पद छोड़ दें। हालांकि अमरिंदर ने सोनिया गांधी से साफ कर दिया है कि इस तरह के अपमान के साथ कांग्रेस में बने रहना संभव नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि शाम को होने वाली बैठक के दौरान अगर कैप्टन को हटाने का फैसला होता है तो वह कांग्रेस से नाता तोड़ सकते हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी दोपहर में विधायकों की एक बैठक बुलाई है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके सिसवां फार्म हाउस पर सिर्फ दो मंत्री ही पहुंचे। इसके बाद कैप्टन सीएम आवास के लिए रवाना हो गए।
अमरिंदर, हरीश रावत और सिद्धू