14% तक घटी कांग्रेस की कमायी, भाजपा को हुआ 81% तक का फायदा

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बीते एक साल के दौरान भारतीय जनता पार्टी की कमाई में 81 फीसदी इज़ाफा हुआ. भाजपा की कमाई में हुए इस इजाफे के दौरान देश की 7 बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों की कमाई भी इस एक साल में 51 फीसदी बढ़ गई. हालांकि इस दौरान देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी कांग्रेस की कमाई बीते एक साल के मुकाबले कम हो गई लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने साल के दौरान अपनी कमाई से अधिक खर्च करने का काम किया.

भारत में साल 2016 को इसलिए याद किया जाता है, क्योंकि उसी साल एक हज़ार और पांच सौ रुपये के पुराने नोटों को चलन से हटाने के लिए नोटबंदी की घोषणा हुई थी. लेकिन आपको जानकर हैरत होगी कि इसी नोटबंदी के साल में देश की बड़ी राजनीतिक पार्टियों को आर्थिक तौर पर बड़ा फायदा हुआ था.

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि नोटबंदी के साल में भारतीय जनता पार्टी ने 1034 करोड़ रुपये और कांग्रेस ने 225 करोड़ रुपये कमाए थे. रिपोर्ट में यह भी कहा कि दोनों प्रमुख पार्टियों ने इस दौरान विज्ञापनों पर भी काफी खर्च किया था.

रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2015-16 और 2016-17 में भाजपा की कमाई में 81.18 फीसदी (463.41 करोड़ रुपये) की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. तब पार्टी ने इस साल 700 करोड़ रुपया अकेले विज्ञापनों पर खर्च किया था. नोटबंदी के तीन महीने के बाद ही यूपी में विधानसभा चुनाव भी हुए थे. वहीं कांग्रेस ने 321.66 करोड़ रुपये विज्ञापनों पर खर्च किए थे.

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट दोनों प्रमुख पार्टियों द्वारा चुनाव आयोग में दी गई डिटेल्स के आधार पर तैयार की है.  कांग्रेस ने 19 मार्च और भाजपा ने 18 फरवरी को यह डिटेल्स सबमिट की हैं. भाजपा और कांग्रेस के अलावा सात अन्य पार्टियों ने भी अपनी कमाई और खर्चे का लेखा-जोखा चुनाव आयोग में जमा किया है. इन पार्टियों में बसपा, एनसीपी, सीपीएम, सीपीआई और तृणमूल कांग्रेस शामिल है.

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देश की सात बड़ी पार्टियों की 2016-17 में कुल कमाई 1559 थी, जिसमें से 1228.26 करोड़ रुपये का खर्चा भी शामिल है. दो वित्त वर्षो में कांग्रेस की कमाई में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. 2015-16 में जहां पार्टी की कुल कमाई 261.56 करोड़ रुपये थी, वो घटकर 225.36 करोड़ रुपये 2016-17 में रह गई.

एडीआर के मुताबिक दोनों बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट जमा कराने का काम 30 अगस्त 2017 की अंतिम तारीख के बाद किया है. दोनों बीजेपी और कांग्रेस ने चंदा अथवा योगदान को पार्टी की कमाई का प्रमुख जरिया बताया है. सभी पार्टियों ने अपनी कमाई का मुख्य जरिया चंदे को बताया है. भाजपा ने 2016-17 में केवल इससे 997.12 करोड़ रुपये कमाये, वहीं कांग्रेस 115.644 करोड़ रुपये कूपन के जरिए इकठ्ठा किए.

वहीं अगर खर्च की बात करें तो भाजपा ने 606.6 करोड़ रुपये प्रोपेगेंडा और 69.58 करोड़ रुपये प्रशासनिक कार्यों पर खर्च किए. कांग्रेस ने चुनावों में 149 करोड़ रुपये और प्रशासनिक व्यय के तौर पर 115.6 करोड़ रुपये खर्च किए. सभी सात पार्टियों ने चंदे से 1169.07 करोड़ रुपये और बैंक एफडी से 128.60 करोड़ रुपये की कमाई की थी.