‘ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं’ के सितारों से बंधुआ मज़दूरों की तरह काम कराया जा रहा है

2393

ऐसी मान्यता है कि फिल्मी और टीवी की दुनिया के अभिनेताओं का जीवन सारे ऐशो-आराम से बहर्पूर हके. उन्हें कुछ देर के लिए कैमरा का सामना करने पर लाखों मिल जाते हैं. लेकिन इन सभी मान्यताओं और स्थितियों को नकारती हुई एक खबर सामने आयी है.

मामला है ज़ी टीवी पर आने वाले धारावाहिक ‘ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं’ के मुख्या किरदारों का. इस शो में लीड पैर की भूमिका निभा रहे प्रणव मिश्रा और ज्योती शर्मा ने शो के प्रोडक्शन हाउस पर कई संगीन आरोप लागाये हैं. दोनू ही अभिनेताओं ने ‘अमानवीय व्यवहार और कामकाजी परिस्थितियों’ को देखते हुए शो से अलविदा कह दिया है. उनका कहना है कि कई घंटो तक बिना खाना और पानी दिए, हमसे कई घंटो तक काम कराया जाता था. इतना ही नही शो के निर्माता हमें बीमारी की हालत में भी काम करने के लिए मजबूर करते थे.

ज्योती शर्मा ने लगाए संगीन आरोप

शो की लीड अभिनेत्री ने बताया कि “जनवरी, 2017 में शो शुरू हुआ था. तभी से हमारा शोषण किया जा रहा है. हम हर दिन 18 घंटे काम करते थे. विस्तारित घंटों के दौरान हमें न तो खाना-पानी दिया जाता था न चाय. माहौल इतना बिगड़ चुका था कि अब हम यह शो जारी नहीं कर पाएंगे.”

ज्योती ने कहा कि प्रोड्यूसर्स हमसे बिना पर्याप्त सुरक्षा के कराते  जिसकी वजह से मेरे साथ एक हादसा भी हुआ. बकौल ज्योति, “एक सीन के दौरान मुझे नीचे गिरना था, इसलिए निर्देशक ने गद्दे डलवाने की मांग की. हालांकि, यूनिट गद्दा लाने में असमर्थ रही. इसके चलते मुझे एक पथरीली जगह पर गिरना पड़ा और मेरी पीठ पर चोट लग गई. इतना ही नही एक सीक्वेंस के दौरान सेट पर आग लगाने वाली थी. लेकिन मैं कमरे में किसी तरह फंस गईं. आग और धुंआ फैलनी की वजह से मेरी हालत बहुत खराब हो गयी और इस कारण मैंने अपनी ‘आवाज़ खो दी’  थी. इसलिए मुझे अस्पताल में भारती कराया गया. इस वाकये के बाद डॉक्टर ने मुझे 4 दिन आराम करने की सलाह दी थी. लेकिन मुझे अगले ही दिन सेट पर बुलाया गया था और शूटिंग के दौरान मुझे बहुत चीखना-चिल्लाना पड़ा था.”

aisi deewangi dekhi nahi kahi -

प्रणव के साथ भी हुआ दुर्व्यवहार

ज्योती के साथ शो के दुसरे लीड एक्टर प्रणव ने कहा, “हमारे साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जाता था, जो बेहद दर्दनाक है. दिशानिर्देशों के अनुसार, दो शिफ्टों के बीच 12 घंटे का ब्रेक होना ज़रूरी है. जबकि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पिछले 250 दिनों में हमने 5 घंटे के अंतर सेट पर वापसी की है. मैंने और ज्योति ने CINTAA (सिने और टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन) के आदेशों के अनुसार तनाव परीक्षण कराया है. इसकी रिपोर्ट के मुताबिक, हम तनाव, चिंता और निराशा से पीड़ित हैं.”

CINTAA ने दिया कार्यवाही का आश्वासन

CINTAA के महासचिव सुशांत सिंह मामले में ज्योति और प्रणव का पक्ष सुन चुके हैं. उनका कहना है कि अब वह प्रोड्यूसर्स की बात सुनकर आवश्यक कदम उठाएंगे. सुशांत सिंह ने कहा, “हमने प्रोडक्शन हाउस के साथ उनका कॉन्ट्रेक्ट देखा, और ये बंधुआ मज़दूरों से कम नहीं है. मेडिकल रिपोर्ट्स से साफ है कि दोनों तनाव और अवसाद से गुज़र रहे हैं और उन्हें दवा दी गई है. यह सेट पर अमानवीय व्यवहार होने का स्पष्ट उदाहरण है. हमारी केयर कमेटी की सदस्य नूपुर अलंकार ने सेट का दौरा किया है और प्रोड्यूसर्स से बातचीत की. सभी संबंधित दलों के साथ बैठक बुलाई जाएगी और स्टार्स के दर्द को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.”

बता दें कि शो के तीन प्रोड्यूसर्स में से एक ने कहा कि ज्योति और प्रणव को बीच में ऐसे शो नहीं छोड़ना था. उनके मुताबिक, “यह एक तकनीकी समस्या है और कुछ नहीं. मुझे अब तक CINTAA की ओर से संपर्क नहीं किया गया है.”