मुंबई के एक वरिष्ठ जोड़े ने सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग की है

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इश्क में साथ जीने और मरने की बातें बेहद रूमानी लग सकती है. फिल्मों में नायक-नायिका अक्सर एक दूसरे से ऎसी कसमें खाते हैं. कई बार विलेन या फिर परिवारवालों की वजह से मौत को गले लगाने वाले जोड़े भी बड़े फख्र से कहते हैं कि हम एक साथ जिये और एक साथ मर रहे हैं.

लेकिन ज़िंदगी उतनी ही रूमानी और हसीन नही है जितनी की सिनेमाहॉल के परदे पर दिखती है. असल ज़िन्दगी में लोग ख़ुशी से नहीं बल्कि आजिज़ी से मौत को गले लगाना चाहते हैं. मुंबई से एक ऐसे ही कपल की खबर सामने आयी है. इस जोड़े ने बहुत लम्बी ज़िंदगी एक साथ गुज़ारी, अब ये लोग एक साथ ही दुनिया को अलविदा कहना चाहते हैं. एक साथ मरने के लिए इन दोनों ने भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से भी गुहार लगाई है.

ये है इस जोड़े की मांग

महाराष्ट्र के मुंबई शहर में रहने वाले इस जोड़े में महिला इरावती लवाते की उम्र 78 साल है, वो पेशे से प्रिंसिपल राझ क्व्हुकी हैं और अब रिटायरमेंट पर हैं. वहीं, उनके पति नारायण लवाते की उम्र 87 साल है और वो रिटायर्ड स्टेट ट्रांसपोर्ट ऑफिसर हैं. इन दोनों ने मिलकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से ‘मर्सी डेथ’ की मांग की है.

इस कपल का कहना है कि हमे डर है कि एक के भी मौत के बाद दूसरा अकेले कैसे जिएगा. इसके अलावा दोनों का यह भी कहना है कि वो दोनों अपने जीवन से थक चुके हैं, इसीलिए अब मरना चाहते हैं. नारायण लवाते ने साल 2017 दिसम्बर में इच्छा मृत्यु की दर्ख्वास्त की थी. आपको बता दें ये कपल मुम्बई के एक ग्रुप ‘Right to Die with Dignity’ के सदस्य भी हैं.

Mumbai couple -

ये है मर्सी डेथ का प्रावधान

मर्सी डेथ को हिंदी में इच्छा मृत्यु कहा जाता है. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इसमें खुद की मर्ज़ी से सरकार से मरने की गुहार लगाई जाती है. मेडिकल साइंस में इच्छा-मृत्यु का मतलब है किसी की मदद से आत्महत्या और सहज मृत्यु या बिना कष्ट के मरना. वहीं, भारत में इच्छा मृत्यु को अवैधानिक काम माना गया है. क्योंकि भारतीय दंड विधान (आईपीसी) की धारा 309 के अंतर्गत आत्महत्या (suicide) को अपराध माना गया है.