शादी करने के लिए इस्लाम कुबूला तो बजरंग दल ने मार-मार कर करवाई घर वापसी

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उत्तर प्रदेश के शामली जिले से धर्मांतरण का एक अनोखा मामला सामने आया है। कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कथित तौर पर बजरंग दल के कुछ लोग एक शक्श की पिटायी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि वीडियो में मार खा रहा युवक एक दलित शख्स है जिसने इस्लाम कुबूल कर लिया था। इसी वजह से बजरंग दल के कार्यकर्ता उसकी ‘घर वापसी’ करवाने के लिए उसे पीट रहे थे।

बाताया जा रहा है कि मार-पीट के वाकये के बाद वीडियो में मार खा रहे  पवन कुमार नाम के शख्स ने अगले ही दिन हिंदू रीति-रिवाजों का पालन करते हुए ‘घर वापसी’ कर ली है। बाताया जा रहा है कि पवन पेशे से वेल्डर है। उल्लेखनीय है कि बजरंग दल के एक पदाधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए कहा है कि उन्होंने पवन को समझाया-बुझाया, जिसके बाद वह दोबारा हिंदू बनने के लिए तैयार हो गया। बजरंग दल पदाधिकारी का यह भी दावा है कि पवन ने पूरी ज़िंदगी हिंदू बने रहने की भी कसम खाई है।

बात दें कि मंगलवार को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग पवन को थप्पड़ मारते नज़र आ रहे थे। वीडियो में यह भी दिखता है कि भीड़ में से किसी ने हाथ मारकर पवन के सिर पर लगी मुस्लिम टोपी हटा दी। पुलिस का कहना है कि पवन ने मारपीट को लेकर शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया है।

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मिली जानकारी के मुताबिक, पवन ने तीन हफ्ते पहले इस्लाम स्वीकार कर लिया था। इसके बाद से वह मुस्लिम टोपी पहनने लगा था और उसने दाढ़ी भी बढ़ा ली थी। शामली के एडिशनल एसपी श्लोक कुमार ने कहा, “हमें मीडिया के ज़रिए जानकारी मिली कि दक्षिणपंथी संगठन के कुछ सदस्यों ने पवन कुमार के साथ मारपीट की। ये लोग उसके पास सोमवार रात गए थे और उससे बातचीत की। हमने मंगलवार को पवन से संपर्क किया, लेकिन वह नहीं आया। उसने कहा कि वह कोई कानूनी एक्शन नहीं लेगा। हमने आज उससे दोबारा बात करने की कोशिश की, लेकिन वह अपने घर में नहीं था।” अधिकारी ने बताया, “हमें बताया गया है कि उसने इस्लाम इसलिए कबूल कर लिया, क्योंकि 34 साल का होने के बावजूद उसकी शादी नहीं हुई। कुछ लोगों ने उसे इस्लाम कबूलने का लालच दिया, ताकि उसकी किसी मुस्लिम लड़की से शादी हो जाए।”

हालांकि, शामली के एसपी देव रंजन ने इस बात से इनकार किया कि पवन ने इस्लाम कबूल कर लिया। उन्होंने कहा, “हमने एक पुलिस टीम उसके पास भेजी, लेकिन उसने उस मौलवी की जानकारी देने से इनकार कर दिया, जिसने उसे इस्लाम कबूल करने में मदद दी। उसने दावा किया है कि उसने इस्लाम कबूल नहीं किया। उसने तो मुस्लिम टोपी पहनना और दाढ़ी बढ़ाना इसलिए शुरू किया, क्योंकि उसे ऐसा करना अच्छा लगता था। मंगलवार को बजरंग दल के कुछ लोगों ने उसका शुद्धिकरण किया। हम हालात पर नज़र रखे हुए हैं। अगर उसे शिकायत दर्ज कराने को लेकर डर है तो पुलिस टीम उससे दोबारा बात करेगी।”