माँ पद्मावती की रक्षा के लिए आगे आयी बॉलीवुड की तीन देवियाँ

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पद्मावती विवाद के हाल-फिलहाल खत्म होने के कोई आसार नज़र नही आ रहे हैं। राजस्थान के कई शहरों में फिल्म के खिलाफ जन आंदोलन जारी है। यहाँ तक कि संजय लीला भंसाली, सलमान खान और दीपिका पादुकोण को जान से मारने कि धम्की भी दी जा रही है। कई समुदायों ने दीपिका की नाक काटने और गला काटने वालों को इनाम देने की घोषणा भी की है। फ़िल्म के विरोध में सबसे मुखर होकर करनी सेना और उसके सदस्य आ रहे हैं। फिल्म की कहानी और वास्तविकता पर हजारों दलीलें और सफ़ाइयां देने के बाद भी इन लोगों का गुस्सा शांत नही हुआ है। उनका यही कहना है कि उनकी भावनाओं को ठोस पहुंचाने वाले किसी भी इंसान को कड़ी से कड़ी सज़ा का सामना करना पड़ेगा, फिर चाहे उसके लिए उन्हे सरकार के खिलाफ ही क्यूँ ना जाना पड़े।

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इस सारे विवाद पर दीपिका या संजय लीला भंसाली की तरफ से कोई कड़ा बयान नही आया है। मगर लगता है कि बॉलीवुड ने अब इन धमकियों का जवाब देने की ठान ली है। फिल्म इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों से पता चला है कि मशहूर अभिनेत्री शबाना आज़मी जल्दी ही दिल्ली आने वाली हैं और सरकार को लिखित में एक पत्र देंगी जिसमे दीपिका की सुरक्षा बढ़ाने की माँग की जाएगी।

इस पत्र पर सिर्फ शबाना ही नही बल्कि सांसद और अभिनेत्री जया बच्चन भी हस्ताक्षार करेंगी। फिलहाल शबाना की कोशिश है कि फिल्म इंडस्ट्री की सभी ए ग्रेड अभिनेत्रियों के हस्ताक्षार प्राप्त कर लिए जाएँ। इसी कड़ी में कटरीना कैफ और कंगना रनौत अपनी मंजूरी भी दे चुकी हैं। वो शबाना आज़मी के साथ दिल्ली तो नही आ पाएँगी लेकिन इस मुहिम में उनके साथ खड़ी रहेंगी। सूत्रों का कहना है कि एक बार सभी अभिनेत्रियों के हस्तक्षार प्राप्त हो जाएँ उसके बाद इस मामले को आगे लेकर जाया जाएगा।

फिल्म इंडस्ट्री ने ये कदम शायद यही सोचकर उठाया है कि जो आज दीपिका के साथ हो रहा है कल को वो उनके साथ भी हो सकता है इसलिए इन हरकतों को कड़ा जवाब देने और अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा करने के लिए ठोस कदम उठाना ही पड़ेगा।

आपको बता दें कि इससे पहले भी शबाना आज़मी, सिद्धार्थ मल्होत्रा और सलमान खान फिल्म के खिलाफ हो रहे आंदोलन की कड़ी निंदा कर चुके हैं और उन्होने साफ तौर पर अपना गुस्सा ज़ाहिर भी किया था।

अब देखना ये है कि फिल्म इंडस्ट्री के इस कदम से दीपिका कि ज़िंदगी और पद्मावती की रिलीज़ पर क्या असर पड़ता है। हम तो यही उम्मेद करेंगे कि साँप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे।