700 किमी सड़कें ठीक करने सहित 52 पार्किंग में सुविधाओं का इंतजार | Awaiting facilities in 52 parking lots including repairing 700 km of r | News 4 Social h3>
भोपालPublished: Dec 12, 2023 06:12:01 pm
महापौर परिषद की बैठक के लिए अभी तक प्रस्ताव ही नहीं
700 किमी सड़कें ठीक करने सहित 52 पार्किंग में सुविधाओं का इंतजार
भोपाल. विधानसभा चुनाव के बाद अब शहरवासियों को शहर विकास और सुविधाओं के काम शुरू होने का इंतजार है। लोगों को उम्मीद थी कि आचार संहिता हटने के तुरंत बाद शहर सरकार सक्रिय हो जाएगी, करीब 700 किमी लंबाई में गलियों से लेकर मुख्य क्षेत्रों की खराब सड़कों का सुधार करेगी। बाजार समेत 52 सार्वजनिक स्थलों पर वाहन पार्किंग में उन्हें राहत मिले ऐसा काम होगा। लेकिन आचार संहिता समाप्त हुए एक सप्ताह का समय बीत गया, लेकिन स्थिति ये है कि महापौर परिषद के पास बैठक का काई प्रस्ताव ही नहीं है।
विभाग भेजते हैं प्रस्ताव
महापौर परिषद की बैठक के बाद नगर निगम परिषद की बैठक कराना है, लेकिन किन प्रस्तावों पर चर्चा करें, क्या बात होगी, ये तय ही नहीं है। नगर निगम प्रशासन के विभिन्न विभाग अपने-अपने विभागों से जुड़े कामों को मंजूरी के लिए फाइल व प्रस्ताव तैयार कर महापौर परिषद में भेजते हैं, लेकिन आचार संहिता समाप्त हुए एक सप्ताह बीत गए, अब तक परिषद में कोई फाइल या प्रस्ताव ही नहीं पहुंचा है। ऐसे में नगर निगम परिषद की बैठक भी आगे बढ़ेगी।
पिछली बैठक में ठेकेदारों की समय सीमा बढ़ाई थी
महापौर परिषद को शहर सरकार का मंत्रीमंडल कहा जाता है, जबकि परिषद बैठक को विधानसभा बैठक की तरह देखा जाता है। महापौर परिषद ने अक्टूबर पहले सप्ताह में बैठक कर हाउङ्क्षसग फॉर ऑल के प्रोजेक्ट््स में ठेकेदारों की समय सीमा को बढ़ाया था, जबकि निगम परिषद की बैठक 11 सितंबर 2023 को हुई थी और उसमें कुछ नामकरण कर बैठक खत्म कर दी थी। अब प्रदेश की नई सरकार तय होने के साथ ही शहरवासी अपनी शहर सरकार से उनके लिए कुछ बेहतर योजनाएं, सुविधाओं की उम्मीद कर रही है।
शहरवासियों को इन सुविधाओं का इंतजार
– प्रधानमंत्री आवास योजना के 30 प्रोजेक्ट में 90 फीसदी का काम अधूरा है। चार साल से आवंटी भटक रहे हैं। इन्हें राहत देने का काम।
– न्यू मार्केट, दस नंबर समेत अन्य क्षेत्रों में पार्किंग भगवान भरोसे है। इसपर ठोस निर्णय की जरूरत है।
– कोलार समेत कोटरा, न्यू मार्केट, बाग सेवनिया के हाट बाजार विवाद में जगह को लेकर विवाद दूर नहीं हुआ। रोड पर बाजार से हाट वाले दिन लोग परेशान होते हैं।
– एलइडी लाइट््स खरीदी में गड़बड़ी से ये लाइट््स तीन माह में खराब हो गईं। 50 से अधिक सड$कों पर शाम ढलते ही अंधेरे की स्थिति है। इसपर निर्णय लेने की जरूरत है।
– पुराने शहर से वसूली 10 फीसदी ही है, ऐसे में यहां वसूली बेहतर करने की जरूरत है। इसपर निर्णय लेने की जरूरत है।
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भोपालPublished: Dec 12, 2023 06:12:01 pm
महापौर परिषद की बैठक के लिए अभी तक प्रस्ताव ही नहीं
700 किमी सड़कें ठीक करने सहित 52 पार्किंग में सुविधाओं का इंतजार
भोपाल. विधानसभा चुनाव के बाद अब शहरवासियों को शहर विकास और सुविधाओं के काम शुरू होने का इंतजार है। लोगों को उम्मीद थी कि आचार संहिता हटने के तुरंत बाद शहर सरकार सक्रिय हो जाएगी, करीब 700 किमी लंबाई में गलियों से लेकर मुख्य क्षेत्रों की खराब सड़कों का सुधार करेगी। बाजार समेत 52 सार्वजनिक स्थलों पर वाहन पार्किंग में उन्हें राहत मिले ऐसा काम होगा। लेकिन आचार संहिता समाप्त हुए एक सप्ताह का समय बीत गया, लेकिन स्थिति ये है कि महापौर परिषद के पास बैठक का काई प्रस्ताव ही नहीं है।
विभाग भेजते हैं प्रस्ताव
महापौर परिषद की बैठक के बाद नगर निगम परिषद की बैठक कराना है, लेकिन किन प्रस्तावों पर चर्चा करें, क्या बात होगी, ये तय ही नहीं है। नगर निगम प्रशासन के विभिन्न विभाग अपने-अपने विभागों से जुड़े कामों को मंजूरी के लिए फाइल व प्रस्ताव तैयार कर महापौर परिषद में भेजते हैं, लेकिन आचार संहिता समाप्त हुए एक सप्ताह बीत गए, अब तक परिषद में कोई फाइल या प्रस्ताव ही नहीं पहुंचा है। ऐसे में नगर निगम परिषद की बैठक भी आगे बढ़ेगी।
पिछली बैठक में ठेकेदारों की समय सीमा बढ़ाई थी
महापौर परिषद को शहर सरकार का मंत्रीमंडल कहा जाता है, जबकि परिषद बैठक को विधानसभा बैठक की तरह देखा जाता है। महापौर परिषद ने अक्टूबर पहले सप्ताह में बैठक कर हाउङ्क्षसग फॉर ऑल के प्रोजेक्ट््स में ठेकेदारों की समय सीमा को बढ़ाया था, जबकि निगम परिषद की बैठक 11 सितंबर 2023 को हुई थी और उसमें कुछ नामकरण कर बैठक खत्म कर दी थी। अब प्रदेश की नई सरकार तय होने के साथ ही शहरवासी अपनी शहर सरकार से उनके लिए कुछ बेहतर योजनाएं, सुविधाओं की उम्मीद कर रही है।
शहरवासियों को इन सुविधाओं का इंतजार
– प्रधानमंत्री आवास योजना के 30 प्रोजेक्ट में 90 फीसदी का काम अधूरा है। चार साल से आवंटी भटक रहे हैं। इन्हें राहत देने का काम।
– न्यू मार्केट, दस नंबर समेत अन्य क्षेत्रों में पार्किंग भगवान भरोसे है। इसपर ठोस निर्णय की जरूरत है।
– कोलार समेत कोटरा, न्यू मार्केट, बाग सेवनिया के हाट बाजार विवाद में जगह को लेकर विवाद दूर नहीं हुआ। रोड पर बाजार से हाट वाले दिन लोग परेशान होते हैं।
– एलइडी लाइट््स खरीदी में गड़बड़ी से ये लाइट््स तीन माह में खराब हो गईं। 50 से अधिक सड$कों पर शाम ढलते ही अंधेरे की स्थिति है। इसपर निर्णय लेने की जरूरत है।
– पुराने शहर से वसूली 10 फीसदी ही है, ऐसे में यहां वसूली बेहतर करने की जरूरत है। इसपर निर्णय लेने की जरूरत है।