7 अस्त्र, एक हीरो और छिपे हुए ब्रह्म अंश के बीच बुनी है ‘ब्रह्मास्त्र’ की कहानी, ये है पूरा प्‍लॉट

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7 अस्त्र, एक हीरो और छिपे हुए ब्रह्म अंश के बीच बुनी है ‘ब्रह्मास्त्र’ की कहानी, ये है पूरा प्‍लॉट


7 अस्त्र, एक हीरो और छिपे हुए ब्रह्म अंश के बीच बुनी है ‘ब्रह्मास्त्र’ की कहानी, ये है पूरा प्‍लॉट

बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर अयान मुखर्जी अब तक की अपनी एक बड़ी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसका नाम है ‘ब्रह्मास्त्र’। इस मूवी को बनाने में उन्हें 9 साल का समय लग गया। ये मेगा बजट में बनी है। बताया जा रहा है कि इसे 300 करोड़ में बनाया गया है। इसमें रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के अलावा अमिताभ बच्चन, मौनी रॉय और नागार्जुन अहम भूमिका निभाते नजर आएंगे। फिल्म इसी साल 9 सितंबर को रिलीज के लिए तैयार है। ट्रेलर पहले ही आ चुका है, जिसे देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए थे। आज गुरु पूर्णिमा के मौके पर अयान ने फिल्म से जुड़ा एक और वीडियो शेयर किया है, जिसमें प्राचीन भारत के अस्त्रों के बारे में जानकारी दी गई है, जिसके बारे में लोग शायद ही जानते होंगे। उनका कहना है कि हमारी संस्कृति की जड़ों में जो ज्ञान, उससे बड़ा कोई गुरु नहीं है। हालांकि, इस वीडियो को देखने के बाद कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि फिल्म का कॉन्सेप्ट और प्लॉट रिवील हो गया है। लोगों को समझ आ गया है कि इसकी क्या कहानी होगी!

फिल्म के रिलीज होने से पहले ‘ब्रह्मास्त्र’ (Brahmastra) के डायरेक्टर अयान मुखर्जी (Ayan Mukerji) ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा है, ‘इस फिल्म को बनाने के दौरान मैंने अपने अंदर के शिष्य को फिर से जागते हुए देखा है और एहसास हुआ कि हमारी संस्कृति की जड़ों में जो ज्ञान है, उससे बड़ा गुरु और कोई है ही नहीं।’ अयान मुखर्जी आगे लिखते हैं, ‘गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर जानिए मेरे साथ, ब्रह्मास्त्र की दुनिया को थोड़ा और करीब से।’

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ये है फिल्म का कॉन्सेप्ट!


इस वीडियो में शानदार विजुअल्स के साथ प्राचीन भारत के अस्त्रों के बारे में बताया गया है। ग्राफिक्स के साथ बैकग्राउंड में आवाज आती है, ‘वानर अस्त्र’, ‘नंदीअस्त्र’, ‘प्रभास्त्र’, ‘जलास्त्र’, ‘पवनअस्त्र’ और ‘ब्रह्मास्त्र’। वीडियो में अयान मुखर्जी कहते हैं, ‘इन पिछले सालों में हमने अस्त्रों की एक अनोखी दुनिया बनाई है, जिसका नाम ‘अस्त्रवर्स’ है। और ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 इस अस्त्रवर्स की पहली फिल्म है, जिसकी शुरुआत होती है प्राचीन भारत के एक दृश्य (सीन) से। जिसमें कुछ महान ज्ञानी ऋषि मुनि हिमायल की शरण में घोर तपस्या कर रहे हैं और उनकी इस कड़ी तपस्या से उन्हें एक वरदान मिलता है। एक अपार अखंड जोत, जो स्वर्ग से धरती पर उतरती है। एक ब्रह्म शक्ति। इस ब्रह्म शक्ति से अस्त्रों का जन्म होता है। ऐसे अस्त्र जो प्रकृति की विभिन्न शक्तियों से भरे हुए हैं। जलास्त्र, पवनास्त्र और अग्नि अस्त्र। कुछ ऐसे अस्त्र जो जानवरों की शक्तियों पर नियंत्रण पाते हैं। जैसे – वानर अस्त्र, जिसमें एक महावानर की शक्ति भरी हुई है। नंदीअस्त्र, जिसमें हजारों नंदियों की शक्ति भरी हुई है, लेकिन अंत में जन्म होता है उस महाअस्त्र का, जिसमें स्वयं ब्रह्म शक्ति समा जाती है। एक ऐसा सर्वशक्तिशाली अस्त्र, जिससे सारे अस्त्रों की शक्ति जुड़ी हुई है और ऋषि मुनि उसे नाम देते हैं देवी-देवताओं के सबसे शक्तिशाली अस्त्र का- ब्रह्मास्त्र।

‘हमारे बीच मौजूद हैं ब्रह्मा अंश’


‘ब्रह्मास्त्र’ के डायरेक्टर आगे कहते हैं, ‘ऋषि मुनि सारे अस्त्रों और ब्रह्मास्त्र की रक्षा करने का वचन लेते हैं और वो तबसे कहलाते हैं- ब्रह्मा अंश। एक ऐसा गुप्त समूह, जो समाज के बीच छिपकर इन अस्त्रों से मानवता की प्रगति में सहायता कर सके। समय के साथ ब्रह्मा अंश के सदस्यों पीढ़ी दर पीढ़ी इन अस्त्रों को आगो सौंपते गए और आज भी हमारे बीच ब्रह्मा अंश मौजूद हैं और इन अस्त्रों की रक्षा कर रहे हैं।’

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दिखाई जाएगी एक नौजवान की कहानी


अयान मुखर्जी आगे कहते हैं, ‘ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 आज के भारत में स्थित है और मैं मानता हूं कि ये हमारी फिल्म की खासियत है, क्योंकि हमारे इतिहास से प्रेरित अस्त्रों की कहानी नए भारत में एक नए अंदाज में। बहुत ही फ्रेश कॉन्सेप्ट है और हमारी इस फिल्म का नायक है एक ऐसा नौजवान, जो एक आम जिंदगी जी रहा है, लेकिन वो आम लड़का नहीं है, क्योंकि वो है, इस अस्त्रों की दुनिया का सबसे बड़ा चमत्कार। इंसान के रूप में खुद ही एक अस्त्र। अग्निअस्त्र। ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 इस हीरो की कहानी है, जिसका नाम उन भगवान के नाम से प्रेरित है, जिनसे मैं हमेशा बहुत गहराई से जुड़ा रहा हूं। शिवा।





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