5G Services in India- 01 अक्टूबर से शुरु हाेंगी सेवाएं, देश के 13 शहर पूरी तरह से तैयार लेकिन इनमें MP का एक भी नहीं | 5G Services in india will started from 1st of october 2022 | Patrika News
इस संबंध में नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी के हाथों 5-जी सेवाओं के शुरू होने के साथ ही भारत में डिजिटल ट्रांसमिशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई मिलेगी। कुछ दिनों पहले इलेक्ट्रानिक एवं इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि देश में अक्टूबर में 5-जी सेवाएं शुरू हो जाएंगी, उसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा।
13 शहर पूरी तरह से तैयार…
पहले चरण में 5-जी सेवाओं के लिए 13 शहर पूरी तरह से तैयार हैं। इसमें चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सबसे पहले सेवा शुरू होगी। वहीं अन्य 9 शहरों अहमदाबाद, बेंगलूरु, चंडीगढ़, गांधीनगर, गुरुग्राम, जामनगर, हैदराबाद, पुणे और लखनऊ में उसके बाद यह सेवा मिलेगी। जबकि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के किसी शहर को पहले चरण में शामिल नहीं किया गया है। इसमें न ताे मध्यप्रदेश की राजधानी भाेपाल ही अपनी जगह बना सका और न हीं देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदाैर।
वाट्सऐप-जूम कॉल के लिए देने पड़ सकते हैं पैसे
वहीं ये बातें भी सामने आ रहीं हैं कि अब वाट्सऐप, स्काइपे, जूम, टेलीग्राम और गूगल डूओ जैसे ऐप पर कॉल करने के लिए भी पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर शिकंजा कसने के लिए केंद्र सरकार जो नया कानून बनाने जा रही है, उसके ड्राफ्ट में वीडियो कम्युनिकेशन और कॉलिंग ऐप्स पर सख्ती की गई है। नए ड्राफ्ट में इन ऐप्स को टेलीकॉम लाइसेंस के दायरे में लाने का प्रस्ताव है। इंडिया टेलीकम्युनिकेशन बिल 2022 के ड्राफ्ट मे कई नए प्रावधान शामिल किए गए हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म को भी इसके दायरे में लाने का इरादा है।
प्रेस मैसेजों को छूट-
वाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया ऐप को अब टेलीकॉम कंपनियों की तरह ही लाइसेंस लेने की जरूरत होगी। सरकार ने उन प्रेस मैसेजों को छूट देने का प्रस्ताव दिया है, जो केंद्र या राज्य सरकारों से मान्यता प्राप्त संवाददाताओं के भारत में प्रकाशित होने के लिए भेजे गए हों, जिन्हें इंटरसेप्ट किया जा सकता है। हालांकि, किसी भी आपात स्थिति में यह छूट खत्म हो सकती है।
शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं में होगा बड़ा बदलाव
– फास्ट इंटरनेट सर्विस, कुछ ही सेकेंड्स में हाई क्वालिटी वीडियो, फोटो और डॉक्यूमेंट डाउनलोड।
– 5 जी सर्विस में मॉडम एक स्क्वायर किलोमीटर में एक लाख संचार उपकरणों को सपोर्ट करेगा।
– 4 जी सर्विस के मुकाबले 5जी सर्विस 10 गुना तेज होगी।
: 3-डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स और एजुकेशन एप्लीकेशंस में क्रांति आएगी।
आधा स्पेक्ट्रम अंबानी के पास
अगस्त में केंद्रीय मंत्री ने स्पेक्ट्रम आवंटन पत्र जारी करने के बाद दूरसंचार कंपनियों को 5जी सेवाओं के लिए तैयार रहने को कहा था। दूरसंचार मंत्री ने लिखा, ’स्पेक्ट्रम असाइनमेंट लेटर जारी। टीएसपी से 5-जी लॉन्च की तैयारी करने का अनुरोध’।
डीओटी को हाल ही में हुई नीलामी में हासिल किए गए स्पेक्ट्रम के लिए सेवा प्रदाताओं – भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, अडानी डेटा नेटवर्क और वोडाफोन आइडिया से लगभग 17,876 करोड़ का भुगतान प्राप्त हुआ है।
टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की देश की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ की बोलियां मिलीं, जिसमें मुकेश अंबानी की जियो ने 87,946.93 करोड़ रुपए की बोली के साथ बेचे गए सभी एयरवेव्स का लगभग आधा हिस्सा हासिल किया।
इस संबंध में नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी के हाथों 5-जी सेवाओं के शुरू होने के साथ ही भारत में डिजिटल ट्रांसमिशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई मिलेगी। कुछ दिनों पहले इलेक्ट्रानिक एवं इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि देश में अक्टूबर में 5-जी सेवाएं शुरू हो जाएंगी, उसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा।
13 शहर पूरी तरह से तैयार…
पहले चरण में 5-जी सेवाओं के लिए 13 शहर पूरी तरह से तैयार हैं। इसमें चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सबसे पहले सेवा शुरू होगी। वहीं अन्य 9 शहरों अहमदाबाद, बेंगलूरु, चंडीगढ़, गांधीनगर, गुरुग्राम, जामनगर, हैदराबाद, पुणे और लखनऊ में उसके बाद यह सेवा मिलेगी। जबकि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के किसी शहर को पहले चरण में शामिल नहीं किया गया है। इसमें न ताे मध्यप्रदेश की राजधानी भाेपाल ही अपनी जगह बना सका और न हीं देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदाैर।
वाट्सऐप-जूम कॉल के लिए देने पड़ सकते हैं पैसे
वहीं ये बातें भी सामने आ रहीं हैं कि अब वाट्सऐप, स्काइपे, जूम, टेलीग्राम और गूगल डूओ जैसे ऐप पर कॉल करने के लिए भी पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर शिकंजा कसने के लिए केंद्र सरकार जो नया कानून बनाने जा रही है, उसके ड्राफ्ट में वीडियो कम्युनिकेशन और कॉलिंग ऐप्स पर सख्ती की गई है। नए ड्राफ्ट में इन ऐप्स को टेलीकॉम लाइसेंस के दायरे में लाने का प्रस्ताव है। इंडिया टेलीकम्युनिकेशन बिल 2022 के ड्राफ्ट मे कई नए प्रावधान शामिल किए गए हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म को भी इसके दायरे में लाने का इरादा है।
प्रेस मैसेजों को छूट-
वाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया ऐप को अब टेलीकॉम कंपनियों की तरह ही लाइसेंस लेने की जरूरत होगी। सरकार ने उन प्रेस मैसेजों को छूट देने का प्रस्ताव दिया है, जो केंद्र या राज्य सरकारों से मान्यता प्राप्त संवाददाताओं के भारत में प्रकाशित होने के लिए भेजे गए हों, जिन्हें इंटरसेप्ट किया जा सकता है। हालांकि, किसी भी आपात स्थिति में यह छूट खत्म हो सकती है।
शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं में होगा बड़ा बदलाव
– फास्ट इंटरनेट सर्विस, कुछ ही सेकेंड्स में हाई क्वालिटी वीडियो, फोटो और डॉक्यूमेंट डाउनलोड।
– 5 जी सर्विस में मॉडम एक स्क्वायर किलोमीटर में एक लाख संचार उपकरणों को सपोर्ट करेगा।
– 4 जी सर्विस के मुकाबले 5जी सर्विस 10 गुना तेज होगी।
: 3-डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स और एजुकेशन एप्लीकेशंस में क्रांति आएगी।
आधा स्पेक्ट्रम अंबानी के पास
अगस्त में केंद्रीय मंत्री ने स्पेक्ट्रम आवंटन पत्र जारी करने के बाद दूरसंचार कंपनियों को 5जी सेवाओं के लिए तैयार रहने को कहा था। दूरसंचार मंत्री ने लिखा, ’स्पेक्ट्रम असाइनमेंट लेटर जारी। टीएसपी से 5-जी लॉन्च की तैयारी करने का अनुरोध’।
डीओटी को हाल ही में हुई नीलामी में हासिल किए गए स्पेक्ट्रम के लिए सेवा प्रदाताओं – भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, अडानी डेटा नेटवर्क और वोडाफोन आइडिया से लगभग 17,876 करोड़ का भुगतान प्राप्त हुआ है।
टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की देश की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ की बोलियां मिलीं, जिसमें मुकेश अंबानी की जियो ने 87,946.93 करोड़ रुपए की बोली के साथ बेचे गए सभी एयरवेव्स का लगभग आधा हिस्सा हासिल किया।