50-50 रुपए के लिए संघर्ष करने वाला बना असिस्‍टेंट कमिश्‍नर, सुपर-30 के आनंद ने साझा की शिष्‍य के संघर्ष और सफलता की कहानी

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50-50 रुपए के लिए संघर्ष करने वाला बना असिस्‍टेंट कमिश्‍नर, सुपर-30 के आनंद ने साझा की शिष्‍य के संघर्ष और सफलता की कहानी
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50-50 रुपए के लिए संघर्ष करने वाला बना असिस्‍टेंट कमिश्‍नर, सुपर-30 के आनंद ने साझा की शिष्‍य के संघर्ष और सफलता की कहानी

कभी 50-50 रुपए के लिए संघर्ष करने वाले एक छात्र ने यूपीएससी क्‍वालीफाई करके असिस्‍टेंट कमिश्‍नर का ओहदा हासिल कर लिया। यह छात्र जब इस बड़ी उपलब्‍ध‍ि के साथ अपने गुरु के पास पहुंचा तो गुरु की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। गुरु ने अब इस छात्र की छोटी सी कहानी सोशल मीडिया पर साझा की है। जी हां, गुरु कोई और नहीं बल्कि सुपर-30 के आनंद कुमार हैं जिनका यह ट्वीट आजकल सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। 

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सुपर-30 के संस्‍थापक और देश के जाने-माने टीचर आनंद कुमार ने इस ट्वीट में अपने एक ऐसे छात्र के बारे में बताया है जिसने जीवन में काफी संघर्षों का सामना किया लेकिन कभी हिम्‍मत नहीं हारी। आज वह असिस्‍टेंट कमिश्‍नर के पद पर पहुंच गए हैं। सुपर-30 के कर्ता-धर्ता आनंद ने अपने ट्वीट के साथ कवि दुष्‍यंत की प्रसिद्ध कविता की दो पंक्तियां भी लिखी हैं। बड़ी संख्‍या में लोगों ने इसे लाइक और शेयर किया है।

यह ट्वीट खूब वायरल हो रहा है। लोग बड़ी संख्‍या में इसे लाइक और शेयर कर रहे हैं। अब तक इसे करीब 33.8 हजार लाइक्‍स मिल चुके हैं। चार हजार से ज्‍यादा बार इसे रिट्वीट किया गया है। बड़ी संख्‍या में लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इन प्रतिक्रियाओं में लोग आनंद और उनके शिष्‍य कृष्‍ण राय के काम की सराहना कर रहे हैं। 

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आनंद ने लिखा है कि कभी 50 रुपये के लिए संघर्ष करने वाला मेरा शिष्य कृष्‍ण राय यूपीएससी क्वालीफाई कर के असिस्टेंट कमिश्नर बनकर आज मुझसे मिलने आया तब शिक्षक होने पर गर्व होने लगा। दबे कुचले लोगों के प्रति उसकी संवेदनशीलता को देखकर मुझे लगा-

मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए.
इस ट्वीट के साथ ही आनंद कुमार ने कृष्ण राय के साथ खुद का एक फोटो भी शेयर किया

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