5जी जैमर, हाई रेजोल्यूशन CCTV, वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर, तिहाड़ से भी मॉर्डन होगी नरेला में बनने वाली जेल, जानें खासियत

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5जी जैमर, हाई रेजोल्यूशन CCTV, वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर, तिहाड़ से भी मॉर्डन होगी नरेला में बनने वाली जेल, जानें खासियत

नई दिल्ली : नरेला में बनने वाली तिहाड़ की नई जिला जेल चार हजार से अधिक कैदियों को रखा जा सकेगा। तिहाड़ जेल के बाद यह दूसरी ऐसी जेल होगी। जहां सबसे अधिक कैदी बंद किए जा सकेंगे। अभी तक तिहाड़ के बाद दूसरे नंबर पर यमुनापार की मंडोली जेल है। जहां 3,776 कैदियों को रखने की क्षमता है। लेकिन नरेला जिला जेल में चार हजार से अधिक कैदियों को रखा जा सकेगा। इससे तिहाड़ जेल में बढ़ते कैदियों के बोझ को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा।

4जी या 5जी जैमर लगाए जाएंगे, ऊंची होंगी दीवार
इसके अलावा नई नरेला जेल में सबसे अधिक ध्यान कैदियों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल रोकने पर होगा। सूत्रों का कहना है कि नरेला जेल पूरी तरह से मोबाइल फोन जैमर से लैस होगी। जिससे की कैदी चाहकर भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना कर सकें। यहां समय के हिसाब से 4जी या 5जी जैमर लगाए जाएंगे। इसके अलावा भी कोशिश की जाएगी कि किसी भी हालत में कैदी जेल के अंदर से मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना कर पाएं। इसके अलावा इस जेल की चार दीवारी भी इस तरह की बनाई जाएंगी। ताकि बाहर से जेल के अंदर कोई ड्रग्स और मोबाइल फोन ना फेंक सके। जिस तरह से अभी तिहाड़, रोहिणी और मंडोली जेलों में बाहर से यह प्रतिबंधित चीजें जेलों के अंदर थ्रो करके भेजने की कोशिशें की जाती हैं।

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खतरनाक कैदियों और गैंगस्टरों को रखने की स्पेशल व्यवस्था
जेल में खतरनाक कैदियों और गैंगस्टरों को रखने के लिए भी ऐसी व्यवस्था की जाएगी। जिससे की इस तरह के कैदी जेल के अंदर से ही क्राइम की दुनिया में अपना वर्चस्व ना रख सकें। नरेला जेल के चप्पे-चप्पे पर बेस्ट क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ताकि कैदियों, कैदियों से मुलाकात करने आने वाले और जेल स्टाफ की तमाम गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके। यह भी कोशिश की जा सकती है कि नई जेल को एयर कूल बनाया जाए। जिससे कि भयानक गर्मी में कैदी लू से बच सकें। इसके मल्टी स्टोरी बनाए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। नरेला जेल के लिए डीडीए से अलॉट हुई 1.6 लाख स्कवायर मीटर जमीन में तिहाड़ और मंडोली जेल की तरह एक से अधिक जेल बनाई जाएंगी। नरेला जेल कैंपस में तीन से चार जेल बनाई जाएंगी। जबकि तिहाड़ में नौ और मंडोली में छह जेल हैं।

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तिहाड़ से भी मॉर्डन होगी नई जेल
अधिकारियों का कहना है कि भले ही नरेला जेल कैंपस में तीन से चार जेल बनाए जाने का विचार है। लेकिन यहां कैदियों को रखने की क्षमता तिहाड़ जेल के बाद सबसे अधिक होगी। नरेला जेल में चार हजार से अधिक कैदियों को रखने की क्षमता होगी। नरेला जेल के एक बड़े हिस्से में जेल इंडस्ट्री भी लगाई जाएगी। कोशिश की जा रही है कि यहां कैदियों से काम कराने के लिए जो जेल इंडस्ट्री लगाई जाएगी। वह कई मायनों में तिहाड़ जेल से भी आधुनिक होगी। यहां कैदियों को कई तरह के वोकेशनल कोर्स कराने के लिए भी ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा।

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