38वें राष्ट्रीय खेल में बिहार को मिले 12 पदक: महिला एथलीट्स ने दिखाया दम, खिलाड़ियों ने तीरंदाजी, फेंसिंग समेत कई गेम में जीते पदक – Patna News h3>
बिहार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 12 पदक (1 स्वर्ण, 6 रजत और 5 कांस्य) अपने नाम किए। लॉन बॉल्स (Lawn Bowls) में महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीता। तीरंदाजी (Archery) में बिहार की अंशिका कुमारी ने शानदार प्रदर्शन किया और महिला
.
उन्होंने फाइनल मुकाबले में भारतीय तीरंदाजी की दिग्गज दीपिका कुमारी को कड़ी टक्कर दी।
अन्य खेलों में बिहार का उत्कृष्ट प्रदर्शन
बिहार के आकाश ने फेंसिंग (Fencing) में राज्य का पहला पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने फॉइल इवेंट में रजत और एक अतिरिक्त कांस्य पदक जीता। इसके अलावा, महिला रग्बी टीम ने भी शानदार प्रदर्शन किया और ओडिशा के खिलाफ कड़े मुकाबले के बाद रजत पदक अपने नाम किया।
बिहार के खिलाड़ियों ने वुशु (Wushu) में भी शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें 1 रजत और 1 कांस्य पदक जीता। इसी तरह, मॉडर्न पेंटाथलॉन में बिहार की टीम ने 2 कांस्य पदक हासिल किए, जिससे राज्य की मल्टी-स्पोर्ट्स प्रतिस्पर्धाओं में बढ़ती भागीदारी स्पष्ट होती है। इसके अलावा, योगासन (Yogasana) में बिहार ने रजत पदक जीता।
2011 के राष्ट्रीय खेलों में बिहार ने भी 12 पदक जीते थे, लेकिन उनमें से कई पदक अन्य राज्यों से लिए गए एथलीट्स द्वारा जीते गए थे। इस बार, प्रत्येक पदक बिहार के होमग्रोन (घरेलू) खिलाड़ियों ने जीते हैं, जो राज्य की खेल नीति और संरचना में आए सकारात्मक बदलाव को दर्शाता है।
पी.टी. उषा ने बिहार की खेल प्रगति की सराहना की
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष और दिग्गज एथलीट पी.टी. उषा ने बिहार की इस प्रगति की सराहना की। उन्होंने बिहार को एक उभरते हुए मजबूत खेल राज्य के रूप में पहचान दी और कहा कि बिहार के एथलीट्स की मेहनत और समर्पण इस पदक तालिका में साफ झलकता है। इसके अलावा, उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के लिए बिहार का निमंत्रण स्वीकार किया, जिसे बिहार इस साल के अंत में होस्ट करेगा।
बिहार खेल विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण (BSSA) ने IOA और एड-हॉक कमेटी को उनके समर्पित प्रयासों के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया।
उत्तराखंड के लिए बिहार के दल के रवाना होने से पहले, खेल विभाग और BSSA ने कम से कम 10 और अधिकतम 12 पदकों की भविष्यवाणी की थी। यह लक्ष्य प्राप्त कर बिहार ने यह साबित कर दिया कि एथलीट्स के लिए अपनाई गई रणनीति और तैयारी अत्यधिक प्रभावी रही।
एथलीट्स के लिए सुनियोजित रणनीति और समर्थन
इस शानदार प्रदर्शन में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा गठित एड-हॉक कमेटी की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसने निष्पक्ष ट्रायल्स, पारदर्शी चयन और गहन प्रशिक्षण शिविरों की व्यवस्था सुनिश्चित की। यह पूरी प्रक्रिया बिहार राज्य खेल प्राधिकरण (BSSA) के साथ मिलकर चलाई गई, जिससे हर खिलाड़ी को सर्वोत्तम समर्थन, तैयारी और प्रेरणा मिली।