36 घंटे में 1800 KM का सफर, नाबालिग प्रेमी से मिलने पहुंची प्रेमिका, गजब ढंग से शुरू हुई थी दोनों की लव स्टोरी
नाबालिग किशोरी पश्चिम बंगाल के दमदमपुर की निवासी है। लड़की अपने नाना-नानी के घर आई थी। वहीं से 20 मार्च की रात को गंजबासौदा के लिए ट्रेन में सवार हो गई। करीब 1800 किलोमीटर का सफर 36 घंटे में तय करने के बाद विदिशा आई। यहां पर उसका प्रेमी भी इंतजार कर रहा था। नाबालिग लड़की अपने साथ गहने और नगद भी लेकर आई थी। प्रेमी ने भी घर से एक लाख रुपए लेकर फरार होने की योजना बनाई थी। लेकिन किशोर के माता-पिता को इसकी जानकारी लग गई और उन्होंने चाइल्ड लाइन से शिकायत कर दी।
ऐसे हुआ प्यार
इस मामले में प्रेमी और प्रेमिका दोनों ही नाबालिग हैं। किशोरी ने चाइल्ड लाइन को बताया है कि दोनों इंस्टाग्राम के ज़रिये संपर्क में आए। दोनों के बीच फोन नंबर का आदान प्रदान हुआ और बाद में उन दोनों में प्रेम हो गया। दोनों से भागकर शादी करने का फैसला कर लिया। इसके बाद लड़की खुद पश्चिम बंगाल से भागकर मध्य प्रदेश आ गई। किशोरी ने चाइल्ड लाइन को बताया है कि उसके माता-पिता उसे मारते पीटते थे, इसलिए वह अपने नाना-नानी के घर पर रहती थी। वहीं से भागकर वह विदिशा पहुंची थी। फिलहाल चाइल्ड लाइन किशोरी की काउंसलिंग कर रही है।
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पश्चिम बंगाल में भी शिकायत
किशोरी के माता-पिता ने भी पश्चिम बंगाल पुलिस में शिकायत दर्ज की है। उसके बाद वहां भी छानबीन जारी है। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की है। मध्य प्रदेश की पुलिस भी उनके संपर्क में बनी हुई है। विदिशा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम को बताया कि किशोरी को वन स्टॉप सेंटर में रखा है। संभवतः एक-दो दिन में उसके परिजन आएंगे और उसे लेकर जाएंगे।