300 से ज्यादा तारों का लटकता गुच्छा, तंग गलियों में फैला मलबा, क्या इसी लापरवाही के चलते लगी भागीरथ पैलेस मार्केट में आग?

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300 से ज्यादा तारों का लटकता गुच्छा, तंग गलियों में फैला मलबा, क्या इसी लापरवाही के चलते लगी भागीरथ पैलेस मार्केट में आग?

300 से ज्यादा तारों का लटकता गुच्छा, तंग गलियों में फैला मलबा, क्या इसी लापरवाही के चलते लगी भागीरथ पैलेस मार्केट में आग?

नई दिल्ली: चांदनी चौक बाजार में चारों तरफ तारों का मकड़जाल है। भागीरथ पैलेस, लाजपत राय मार्केट, मेडिसिन मार्केट, घड़ी मार्केट, कैमरा मार्केट की तंग गलियों में एक-एक खंभे पर 300 से लेकर 500 तारों का गुच्छा लटक रहा है। स्थिति यह है कि बाजार में कई बार शॉर्ट-सर्किट की वजह से कई दुकानें खाक हो चुकी हैं। इसके बावजूद न तो तारों का मकड़जाल हटाया गया है और न ही अंडरग्राउंड बिजली के तार की सप्लाई कराई गई। जिसकी वजह से चांदनी चौक के बाजार आग के मुहाने पर है। व्यापारियों की चिंताएं बढ़ गई है। इसको देखते हुए शनिवार को 2500 दुकानें बंद कर दी गईं।

आग के बाद मार्केट की तंग गलियों में फैला मलबा
आग लगने के करीब 40 घंटे बाद भी धुएं का गुबार निकलना बंद नहीं हुआ। शनिवार शाम 4 बजे तक भी भागीरथ पैलेस के पास एएम इलेक्ट्रिकल की दुकान से धुएं का गुबार निकल रहा था। फायर ब्रिगेड की टीम लगातार आग पर काबू पाने में जुटी है। लगातार पानी के टैंकर आ रहे हैं। शनिवार सुबह एलजी वी. के. सक्सेना ने तमाम अधिकारियों के साथ मौके का जायजा लिया। इसके बाद एडीएम और एसडीएम ने भी दौरा कर ढही बिल्डिंगों के मलबे हटाने का निर्देश दिया
है।

120 दुकानें खाक, 500 करोड़ का नुकसान, कोरोना के बाद उबरे कारोबार को आग ने फिर उजाड़ दिया
दिल्ली इलेट्रिकल ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान अजय शर्मा ने कहा कि करीब 40 घंटे हो गए हैं, पर आग पूरी तरह से बुझी नहीं है। इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी कोई भी बड़ा नेता व्यापारियों की सुध लेने नहीं आया। उन्होंने बताया कि आग लगने की वजह से शनिवार को करीब 2500 दुकानें पूरी तरह से बंद हैं। रविवार को भी मार्केट बंद रहेगा। अगर मलबा नहीं हटा तो सोमवार को भी दुकानें बंद रह सकती हैं। वहीं, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जनरल सेक्रेटरी हेमंत गुप्ता अपने प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को भागीरथ मार्केट पहुंचे। उन्होंने जिम्मेदारों लोगों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर समय रहते आग पर काबू पा लिया गया होता तो आज कई दुकानें बच जातीं। तीन दिन बीत गए, करीब 250 दुकानें जल गई हैं। धुएं का गुबार अभी निकल रहा है।

navbharat times -चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस में लगी आग पर अब तक काबू नहीं, दुकानदारों ने बताया- भारी नुकसान हो गया
टेलिफोन और इंटरनेट के तारों ने बढ़ाई चिंता
भागीरथ पैलेस में जहां आग की लपटों से 100 से ज्यादा दुकानें खाक हो गईं वहां दुकानों के पास बिजली, टेलिफोन और इंटरनेट के तार सैकड़ों की संख्या में लटक रहे थे। इस मार्केट से चंद कदम दूर लाजपत राय मार्केट है। यहां भी यही हाल है। इससे व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। एक-एक खंभे पर 300 से ज्यादा तार लटक रहे हैं। यह पता लगाना मुश्किल है कि इसमें वैध कनेक्शन कितना है और अवैध कितना।

पुरानी इमारत में अवैध तरीके से बनीं नई दुकानें
चांदनी चौक में कई इमारतें दशकों पुरानी हैं। जिसमें सीढ़ियों के स्ट्रक्चर और बरामदे को तोड़कर कई छोटी-छोटी अवैध दुकानें बना दी गई हैं। जिससे इमारतों पर अतिरिक्त भार बढ़ता चला गया। भागीरथ पैलेस में लगी आग के बाद गिरी कई बिल्डिंगें इसके सबूत हैं। एक व्यापारी के मुताबिक, आग की लपटों से वही बिल्डिंग गिरी है जो अभी कुछ साल पहले ही बनी थीं। हर बिल्डिंग में अवैध दुकानें चल रही हैं।

दिल्ली के एलजी ने लिया नुकसान का जायजा
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में स्थित मशहूर भागीरथ पैलेस मार्केट में गुरुवार रात लगी भीषण आग शनिवार तक सुलगती रही। आग की वजह से मार्केट को हुए भारी नुकसान के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना शनिवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस दौरान दिल्ली के चीफ सेक्रेट्री नरेश कुमार, दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग और डीसीपी (नॉर्थ) सागर सिंह कलसी के अलावा एमसीडी और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। एलजी ने आग की वजह से मार्केट को हुए नुकसान का जायजा लिया और वहां चल रहे कूलिंग के काम को देखा, जो शनिवार की सुबह तक जारी थी।

आग से हुए नुकसान का जायजा लेते दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना

दमकल विभाग ने बताया- आग बुझाने में क्या दिक्कतें आईं
दमकल विभाग के अधिकारियों ने एलजी को बताया कि आग बुझाने के दौरान उन्हें किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गलियों में हर जगह बिछा तारों का जंजाल, बिजली के ओवरलोडेड सर्किट, बेहद पुरानी इमारतें, इलाके में पानी की शॉर्टेज, बेहद संकरी गलियां, रीडिवेलपमेंट वर्क की वजह से जगह-जगह रास्तों पर की गई ब्लॉकिंग और आसपास लगने वाले ट्रैफिक जाम के कारण इस इलाके में न केवल हर वक्त आग लगने की आशंका बनी रहती है, बल्कि आग लग जाने के बाद उसे बुझाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

अधिकारियों से मिली फीडबैक के आधार पर एलजी ने अलग-अलग कामों से जुड़े संबंधित विभागों की एक मल्टी डिसिप्लेनरी कमिटी का गठन किया है, जो इस इलाके के नागरिकों, व्यापारियों, यहां काम करने वाले लोगों व अन्य सहभागियों को साथ लेकर और विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श करके यह बताएगी कि भविष्य में चांदनी चौक, सदर बाजार, पहाड़गंज, जामा मस्जिद जैसे पुरानी दिल्ली के इलाकों इस तरह की घटनाओं को प्रभावी तरीके से रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाने की आवश्यकता है। कमिटी को 30 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।

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