2500 ब्रैंड अंबेसडर गाएंगे काशी और यूपी की गाथा, तमिलनाडु के छात्रों का पहला जत्था आज पहुंचेगा वाराणसी
वाराणसी: एक माह तक चलने वाले काशी-तमिल संगमम् का तमिलनाडु में गुरुवार को आगाज हो गया, हालांकि औपचारिक उद्घाटन 19 नवंबर को काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस समागम में शामिल होने के लिए रामेश्वरम से चला पहला जत्था शुक्रवार देर रात साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन से वाराणसी पहुंचेगा। इस जत्थे में 216 छात्र शामिल हैं। मेहमानों का काशी की धरती पर स्वागत डमरू बजाकर और हर-हर महादेव के उद्घोष से किया जाएगा।
बीएचयू के एंफीथिएटर मैदान पर होने वले काशी-तमिल संगमम् की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आयोजन स्थल को एसपीजी ने अपने कब्जे में ले लिया है। शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समागम का विधिवत उद्घाटन करेंगे। उत्तर और दक्षिण भारत के मिलन समारोह में तमिलनाडु से आए छात्र प्रधानमंत्री के साथ संवाद में काशी और तमिलनाडु के प्राचीन आध्यात्मिक संबंधों पर अपने अनुभव साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री आयोजन में एक पुस्तक का विमोचन करेंगे। इसके अलावा लघु फिल्मों के जरिए काशी व तमिल की संस्कृति की एकरूपता का प्रदर्शन भी किया जाएगा। आयोजन स्थल पर लगने वाले स्टॉलों के जरिए आने वाले मेहमानों को दोनों जगहों की कला, संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा, बल्कि यहां के शैक्षणिक, ग्रामीण परिवेश के बारे में भी जान सकेंगे।
तमिल समागम के लिए बीएचयू में भव्य और आकर्षक पंडाल तैयार हो गया है। यहां उद्घाटन समारोह के बाद दिन में लोग प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे तो शाम को रोज सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गायन, वादन, नृत्य के साथ ही लोक कला पर आधारित प्रस्तुतियां होंगी। दर्शकों को तमिल फिल्में भी दिखाई जाएंगी। तमिलनाडु के लजील व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका भी मिलेगा। इसके लिए खास शेफ बुलाए जाने के साथ ही तमिलनाडु से चावल, मसाला, तेल जैसे कच्चे सामान मंगाए गए हैं।
भाषा की अड़चन दूर करने के लिए तमिलनाडु से गाइड भी बुलाए गए हैं। शहर के साथ ही बीएचयू के मुख्य द्वार से लेकर एंफीथिएटर मैदान तक संगमम् के लिए बनी आकर्षण होर्डिंगें लग गई है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने संगमम् से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया। बताया कि तमिलनाडु से आने वाले 2500 लोग ब्रांड अंबेसडर की भूमिका में तमिलनाडु जाकर लोगों को काशी और यूपी के बारे में बताएंगे।
काशी घूमेंगे मेहमान
तमिलनाडु से आने वाले मेहमान काशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन मंदिर में दर्शन करने के साथ ही सारनाथ घूमने जाएंगे। शहर में भ्रमण के लिए इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था की गई है। काशी दर्शन के बाद डेलिगेट सड़क मार्ग से प्रयागराज और अयोध्या भ्रमण पर भी जाएंगे।
उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News
प्रधानमंत्री आयोजन में एक पुस्तक का विमोचन करेंगे। इसके अलावा लघु फिल्मों के जरिए काशी व तमिल की संस्कृति की एकरूपता का प्रदर्शन भी किया जाएगा। आयोजन स्थल पर लगने वाले स्टॉलों के जरिए आने वाले मेहमानों को दोनों जगहों की कला, संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा, बल्कि यहां के शैक्षणिक, ग्रामीण परिवेश के बारे में भी जान सकेंगे।
तमिल समागम के लिए बीएचयू में भव्य और आकर्षक पंडाल तैयार हो गया है। यहां उद्घाटन समारोह के बाद दिन में लोग प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे तो शाम को रोज सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गायन, वादन, नृत्य के साथ ही लोक कला पर आधारित प्रस्तुतियां होंगी। दर्शकों को तमिल फिल्में भी दिखाई जाएंगी। तमिलनाडु के लजील व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका भी मिलेगा। इसके लिए खास शेफ बुलाए जाने के साथ ही तमिलनाडु से चावल, मसाला, तेल जैसे कच्चे सामान मंगाए गए हैं।
भाषा की अड़चन दूर करने के लिए तमिलनाडु से गाइड भी बुलाए गए हैं। शहर के साथ ही बीएचयू के मुख्य द्वार से लेकर एंफीथिएटर मैदान तक संगमम् के लिए बनी आकर्षण होर्डिंगें लग गई है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने संगमम् से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया। बताया कि तमिलनाडु से आने वाले 2500 लोग ब्रांड अंबेसडर की भूमिका में तमिलनाडु जाकर लोगों को काशी और यूपी के बारे में बताएंगे।
काशी घूमेंगे मेहमान
तमिलनाडु से आने वाले मेहमान काशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन मंदिर में दर्शन करने के साथ ही सारनाथ घूमने जाएंगे। शहर में भ्रमण के लिए इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था की गई है। काशी दर्शन के बाद डेलिगेट सड़क मार्ग से प्रयागराज और अयोध्या भ्रमण पर भी जाएंगे।