2025 में पासवान, कुशवाहा, मांझी को छांटेगी बीजेपी? सम्राट चौधरी का 200 विधानसभा सीट लड़ने का एलान 

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2025 में पासवान, कुशवाहा, मांझी को छांटेगी बीजेपी? सम्राट चौधरी का 200 विधानसभा सीट लड़ने का एलान 

2025 में पासवान, कुशवाहा, मांझी को छांटेगी बीजेपी? सम्राट चौधरी का 200 विधानसभा सीट लड़ने का एलान 

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बिहार में बीजेपी ने लोकसभा के साथ ही 2025 के विधानसभा चुनाव की रणनीति भी तैयार कर ली है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने ऐलान किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी राज्य की कम से कम 200 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। बिहार में अभी बीजेपी का चिराग पासवान की लोजपा रामविलास, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलजेडी, जीतनराम मांझी की HAM और पशुपति पारस की लोजपा के साथ गठबंधन है। सम्राट चौधरी के इस ऐलान से एनडीए के घटक दलों के नेताओं की चिंता बढ़ सकती है। 

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने रविवार को 2025 विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी कम से कम 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। रविवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुई विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में उन्होंने राज्य के अधिवक्ताओं को इस काम में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी आज तक सरकार में नहीं रही पर कंधे पर कई लोगों को बिठाया। अब सत्ता की लड़ाई है। इसमें अधिवक्ताओं का साथ भी चाहिए। विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में बीजेपी मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम का भी ऐलान कर सकती है। उसी चेहरे के आधार पर 2025 का चुनाव लड़ा जाएगा।

सहयोगियों को छांटेगी बीजेपी?

सम्राट चौधरी के इस ऐलान के सियासी गलियारों में मायने निकाले जाने लगे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी 2025 के बिहार चुनाव में पासवान, कुशवाहा और मांझी की पार्टियों की सीटें छांट सकती हैं। राज्य में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। अगर बीजेपी कम से कम 200 पर भी अकेले चुनाव लड़ती है तो एनडीए के अन्य दलों को बाकी की 43 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा।

पिछले विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो 2020 में बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एनडीए में बीजेपी और जेडीयू के अलावा जीतनराम मांझी की HAM और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी शामिल थीं। चिराग पासवान की लोजपा और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी उस चुनाव में एनडीए के साथ नहीं थी। चिराग ने बीजेपी को समर्थन तो दिया थाी लेकिन एनडीए के अन्य घटक दलों के सामने प्रत्याशी उतारे थे। 2020 में बीजेपी (110) और जेडीयू (115) ने मिलकर 243 में से 225 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। 

अब नीतीश कुमार की जेडीयू एनडीए से अलग हो गई है। मांझी की HAM अब भी बीजेपी के साथ गठबंधन में है। इसके अलावा, कुशवाहा की नई पार्टी आरएलजेडी और चिराग पासवान की लोजपा रामविलास के साथ ही पशुपति पारस की रालोजपा भी एनडीए में मौजूद है। हालांकि, मुकेश सहनी की वीआईपी अभी किसी भी गठबंधन में नहीं है।

2025 के बिहार चुनाव की बात करें तो बीजेपी अगर 200 सीटों पर चुनाव लड़ती है, तो उसे कुशवाहा, पासवान, मांझी और पारस को बाकी की 43 सीटों में एडजस्ट करना होगा। जीतनराम मांझी की HAM ने पिछले चुनाव में एनडीए में रहकर 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था। चिराग पासवान ने अलग रहकर कुल 134 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने बसपा, एआईएमआईएम समेत अन्य छोटे दलों के साथ गठबंधन कर 104 सीटों पर चुनाव लड़ा था। ऐसे में आगामी चुनाव में एनडीए के अंदर सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची हो सकती है।

जीतनराम मांझी कम से कम 7 से 10 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करेंगे। वहीं, कुशवाहा भी 15 से 20 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग कर सकते हैं। इसी तरह लोजपा के दोनों गुट भी 30 से 35 सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश कर सकते हैं। अगर मुकेश सहनी की वीआईपी अगर बीजेपी के साथ गठबंधन में आती है तो वह भी 15 सीटों की मांग कर सकते हैं। पिछले चुनाव में सहनी ने एनडीए में रहकर ही 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, बीजेपी अपने सहयोगियों को सीटें कैसे बांटती है यह तो अभी दूर की कोड़ी है। फिलहाल सभी की नजर आगामी लोकसभा चुनाव पर है। 2025 में एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला क्या रहेगा, इसकी झलक बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में ही दे देगी।

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