20 पिंक बसों की शुरुआत करेंगे CM नीतीश: नहीं मिलीं महिलाएं तो पुरुष ही होंगे ड्राइवर, CCTV कैमरे, GPS, चार्जिंग स्लॉट से लैस हैं बसें – Patna News h3>
महिलाओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए बिहार में पहली बार पिंक बसों की शुरुआत हो रही है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1 अणे मार्ग से पिंक बसों की शुरुआत हरी झंडी दिखाकर करेंगे।
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पहले चरण में कुल 4.79 करोड़ की लागत से एकसाथ 20 पिंक बसों की शुरुआत की जा रही है। इसका परिचालन राजधानी पटना सहित 6 जिलों में किया जाएगा। पिंक बसों में महिलाओं की सुरक्षा के साथ अत्याधुनिक सुविधाएं दी गई है।
परिवहन विभाग को नहीं मिली एक भी महिला ड्राइवर
बिहार के 2025-26 के बजट सत्र में वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा करते हुए कहा था कि बिहार में पहली बार पिंक बसों की शुरुआत की जा रही है। इन बसों में ड्राइवर और कंडक्टर सभी महिलाएं ही होंगी। आज जब बसों की शुरुआत हो रही है, तो इसमें एक भी महिला ड्राइवर नहीं है। परिवहन विभाग ने बस चलाने वाली महिला ड्राइवर की खोज की पर बसों के परिचालन के लिए महिला ड्राइवर नहीं मिलीं।
फिर यह फैसला लिया गया है कि बसों का परिचालन पुरुष ड्राइवर करेंगे, जबकि कंडक्टर महिलाएं होंगी। आने वाले समय में औरंगाबाद के ड्राइवर स्किल सेंटर में महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी और लाइसेंस बनवाया जाएगा। उसके बाद पिंक बसों में ड्राइवर के रूप में महिलाओं को रखा जाएगा।
पिंक बसों पर अक्षर में लिखा गया है “केवल महिलाओं के लिए”।
पांच शहरों में पहले चरण की शुरुआत
पहले चरण में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया में 20 CNG पिंक मिनी बसों का संचालन होगा।
पटना: 8 बसें
मुजफ्फरपुर: 4 बसें
भागलपुर, गया, दरभंगा और पूर्णिया : 2-2 बसें
केवल महिलाओं को यात्रा की अनुमति
पिंक बसें पूरी तरह से महिला यात्रियों के लिए रिजर्व होंगी। इन बसों में महिला कंडक्टर की नियुक्ति की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से CCTV कैमरे, पैनिक बटन, GPS ट्रैकिंग सिस्टम और फर्स्ट एड बॉक्स की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। प्रत्येक बस में 22 आरामदायक सीटे होंगी। हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट दिया गया है। इसके साथ ही पर्यावरण सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी बसें CNG होंगी।
बस में CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं।
जल्द ही पूरे बिहार में शुरू होगी सेवा
पिंक बसों का संचालन बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) द्वारा किया जाएगा। पहले चरण में 20 बसें चलाई जा रही हैं, जबकि दूसरे चरण में 80 और पिंक बसों को सेवा में जोड़ने की योजना है।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि यह पहल न केवल महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगी, बल्कि यह सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में भी एक अहम कदम है।
परिवहन सचिव संदीप कुमार आर. पुडकलकट्टी ने बताया कि यह सेवा खासकर घरेलू, कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के लिए समर्पित है। इसे जल्द ही राज्य के अन्य शहरों तक विस्तारित किया जाएगा।