2 साल में साढ़े 12 हजार किसानों के खेतों तक पहुंचेगी बिजली

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2 साल में साढ़े 12 हजार किसानों के खेतों तक पहुंचेगी बिजली

2 साल में साढ़े 12 हजार किसानों के खेतों तक पहुंचेगी बिजली

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : 2 साल में साढ़े 12 हजार किसानों के खेतों तक पहुंचेगी बिजली आवेदन कर बिजली के इंतजार में बैठे करीब 8 हजार किसानों को राहत पहले चरण में कृषि फीडर से जुड़े किसानों को कनेक्शन देने में प्राथमिकता सर्वे की प्रक्रिया पूरी, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध फेज-2 का काम शुरू फोटो बिजली : चंडी का पावर सब स्टेशन, जहां से ग्रामीण इलाकों को मिलती है बिजली। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। नालंदा में सुस्त पड़ी हर खेत बिजली योजना अब रफ्तार पकड़ेगी। आवेदन कर बिजली कनेक्शन के इंतजार में बैठे करीब आठ हजार किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है। मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध फेज-2 के तहत दो साल (सितंबर 2026 तक) में 12 हजार 537 किसानों के खेतों तक विभाग बिजली पहुंचाएगा। चयनित एजेंसी द्वारा सर्वे की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। कनेक्शन देने का काम भी जल्द प्रारंभ कर दिया गया है। तय लक्ष्य के अनुसार हर खेत तक बिजली पहुंचाने के लिए 350 किलोमीटर 11 केवी लाइन का विस्तार किया जाएगा। जबकि, 530 किलोमीटर एलटी (440 वोल्ट) केबल बिछाया जाएगा। किसानों को निर्बाध बिजली देने के लिए 25 केवीए के 794 तो 63 केवीए के 89 डिस्ट्रीयब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगने हैं। जिले में वर्तमान में 29 कृषि फीडर स्थापित हैं। पहले चरण में इन्हें कृषि फीडरों से जुड़े इलाकों के किसानों को कनेक्शन देने में प्राथमिकता दी जाएगी। मिलेगा नि:शुल्क बिजली कनेक्शन : किसानों के लिए अच्छी खबर यह भी कि उन्हें नि:शुल्क बिजली कनेक्शन मिलेगा। पोल से बोरिंग (नलकूप) तक सर्विस वायर भी देना नहीं होगा। राहत यह भी कि बिल जमा करने के झमेले से छुटकारा दिलाने के लिए प्री-पेड स्मार्ट मिल लगाया जाएगा। मोबाइल की तरह चार्ज कर बिजली का उपयोग करेंगे। जबकि, अनमीटर वाले को प्रति एचपी के हिसाब से हर माह फिक्स चार्ज के आधार पर बिल देना होगा। इच्छुक किसान कर सकते हैं आवेदन: सुविधा एप के माध्यम से पहले कृषि कनेक्शन का आवेदन नहीं लिया जा रहा था। इसके लिए जेई से अनुरोध करना पड़ता था। परंतु, अब ऐसा नहीं है। किसान खेती-बाड़ी के लिए बिजली का कनेक्नश लेना चाहते हैं, वे एप के माध्यम से जरूरी कागजात के साथ आवेदन दे सकते हैं। उन्हें भी मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध फेज-2 से कनेक्शन दिया जाएगा। हटेंगे बांस-बल्ले, लगेगा कवर्ड वायर: कई ग्रामीण इलाकों में खेतों तक किसान बांस-बल्ले के सहारे तार लगाकर बिजली ले गये हैं। इससे कई मौकों पर करंट से हादसे होने की शिकायतें भी मिलती रहती हैं। उन स्थानों पर अब पोल और कवर्ड वायर लगेगा। इससे बिजली से होने वाली दुर्घटनाएं कम होंगी। साथ ही लो वोल्टेज की समस्या भी नहीं रहेगी। खेती वाला फीडर ऐसे करता है काम : खेती के लिए नालंदा के सभी प्रखंडों को मिलाकर 29 कृषि फीडर बनाये गये हैं। इन फीडरों से सीधे खेती के लिए बिछे तार से होकर ट्रांसफॉर्मर तक बिजली जाती है। ट्रांसफॉर्मरों से किसानों को सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली दी जाती है। वोल्टेज की समस्या न रहने से पटवन में सहूलियत होती है। कहते हैं अधिकारी सर्वे के बाद मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध फेज-2 के तहत खेतों तक बिजली पहुंचायी जा रही है। कृषि फीडर से जुड़े इलाके के किसानों को बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। दो साल में 12 हजार से अधिक किसानों को कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। सुशील कुमार, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग योजना एक नजर में : 12 हजार 537 किसानों को देना है कृषि कनेक्शन 03 सौ 50 किमी 11 केवी लाइन का किया जाएगा विस्तार 05 सौ 38 किमी एलटी (440 वोल्ट) कवर्ड वायर बिछेगा 25 केवीए के 07 सौ 94 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगेंगे 63 केवीए के 89 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगाये जाएंगे बॉक्स पिछली बार 4638 किसानों को मिला था कनेक्शन दो साल पहले मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध फेज-1 से जिले के 4638 किसानों कनेक्शन दिया गया था। खेतों तक बिजली पहुचाने के लिए 570 किमी 11 केवी तो 849 किमी एलटी (440 वोल्ट) लाइन का विस्तार किया गया था। जबकि, 25 केवीए के 1032 ट्रांसफॉर्मर लगाये गये थे। इतना ही नहीं बास-बल्ले को हटाकर 307 किमी कवर्ड भी लगाया गया था।

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